एम्बुलेंस चालक की ह्रदयहीनता से मानवता हुई शर्मसार

एम्बुलेंस चालक की ह्रदयहीनता से मानवता हुई शर्मसार

गोंडा। मानवता को शर्मसार करते हुए दुर्घटना में घायल मजदूर को लखनऊ ले जा रहा ह्रदयहीन एम्बुलेंस चालक रास्ते में मौत होने पर शव को सडक पर ही खुले में छोडकर चला गया। हद तो उस समय हो गई जब मृतक मजदूर का भतीजा और परिवार के अन्य सदस्य चालक के सामने हाथ जोडकर गिड़गिड़ाते रहे लेकिन ह्रदयहीन चालक का दिल नहीं पसीजा और उसने करनैलगंज सीएचसी पर शव को यूं ही छोड़ दिया और वहां से चला गया।

गोंडा के एलबीएस चैराहे पर हुई सडक दुर्घटना में जनपद बलरामपुर के ललिया थाना क्षेत्र के गांव कडकडी बनभुसरी निवासी दिहाड़ी मजदूर राम सुंन्दर घायल हो गया था। घायल मजदूर को स्थानीय पुलिस द्वारा गोंडा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां से मजदूर की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे रात के समय लखनऊ मेडिकल कॉलेज ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। लखनऊ ले जाते समय रास्ते में करनैलगंज के पास मजदूर की हालत बिगड़ी और उसकी मौत हो गई।

एम्बुलेंस चालक ने मजदूर का शव व उसके साथ भतीजे निबरे को सीएससी करनैलगंज में ही छोड़ दिया जहां शव पूरी रात खुले में ही पड़ा रहा। मजदूर के शव के साथ उसका भतीजा निबरे भी मौजूद था लेकिन एम्बुलेंस चालक व अन्य जिम्मेदारों से लाख गुहार लगाने के बाद भी किसी का भी दिल नहीं पसीजा और उसे कोई सुविधा मुहैया नहीं हो पाई। नतीजन मजदूर के शव को न तो ढकने व ना ही सुरक्षित करने की कवायद की गयी और न ही उसे किसी सुरक्षित स्थान पर रखा गया। मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है। मृतक मजदूर के परिजनों का कहना है की या तो शव को पुनः गोंडा भिजवाया जाए या फिर नियमानुसार जो कार्यवाही बनती हो की जाए। फिलहाल मजदूर का शव बुधवार की सुबह तक सीएचसी परिसर में ही खुले में पड़ा रहा।

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