मौत दुर्घटना से नहीं बल्कि अवैध संबंध में की गई थी महिला की हत्या

मौत दुर्घटना से नहीं बल्कि अवैध संबंध में की गई थी महिला की हत्या

मुजफ्फरनगर। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह के निर्देशन में अपराध एवं अपराधियों के खिलाफ अभियान चला रही थाना मीरापुर पुलिस ने एक बड़े षड्यंत्र का खुलासा करते हुए तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। 3 अप्रैल को बीआईटी रोड पर हुई महिला की मौत दुर्घटना में नहीं बल्कि अवैध संबंधों की वजह से पति द्वारा अपने परिजनों के साथ मिलकर उसकी हत्या की गई थी।

बुधवार को जिला मुख्यालय पर पुलिस लाइन के सभागार में आयोजित की गई प्रेस वार्ता में मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक सिंह ने बताया है कि इसी महीने की 4 अप्रैल को जनपद के थाना मीरपुर के कासमपुर खोला के रहने वाले मनोज उर्फ मोनू फौजी के परिजनों ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि मनोज जिस समय बाइक पर बैठाकर अपनी पत्नी को दवाई दिलाने के लिए ले जा रहा था तो उसी समय बीआईटी रोड पर अज्ञात वाहन द्वारा बाइक में मारी गई टक्कर के दौरान सड़क पर गिरने से मनोज की पत्नी की मौत हो गई है। जबकि मनोज को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

इस संबंध में मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई थी। पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की और कई लोगों के बयान दर्ज करने के साथ पोस्टमार्टम रिपोर्ट की गहनता से जांच की, जिसमें पता चला कि महिला की सुनियोजित तरीके से हत्या की गई है।

घटना के खुलासे के लिए प्रभारी निरीक्षक दिनेश चंद्र, उप निरीक्षक अजीत शर्मा, उप निरीक्षक हर्षित शर्मा, हेड कांस्टेबल जितेंद्र सिंह, हेड कांस्टेबल अनुज कुमार, हेड कांस्टेबल मनीष कुमार, हेड कांस्टेबल सुनील कुमार, कांस्टेबल रोहित एवं कांस्टेबल सचिन चौधरी की टीम गठित की गई।

पुलिस की इस टीम ने सक्रिय होते हुए मनोज उर्फ मोनू पुत्र अजब सिंह निवासी ग्राम कासमपुर खोला, अजब सिंह पुत्र मंगलू निवासी कासमपुर खोला और बाबूराम पुत्र मंगलू निवासी कासमपुर खोला को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया।

कढ़ाई के साथ की गई पूछताछ के दौरान मनोज उर्फ मोनू ने रट्टू तोते की तरह पुलिस को बताया कि वह वर्ष 2014 सेना में कान्सटेबल के पद पर भर्ती हुआ था। वर्तमान में वह टेंगा बीरपुर अरुणाचल प्रदेश में तैनात है।

मनोज ने बताया है कि मेरी शादी वर्ष 2017 में आकांक्षा उर्फ पूजा पुत्री सुभाष निवासी मीवा थाना मवाना जिला मेरठ से हुई थी। जिससे 02 बच्चे है। शादी होने के कुछ समय पश्चात मेरी पत्नि मेरे परिवारवालों के साथ रूखा व्यवहार करने लगी थी तथा अपना ज्यादातर समय एकांत में रहकर फोन पर बात करने में व्यतीत करती थी।

यह पूछने पर कि वह किससे बात करती है तो मेरी पत्नि मेरे घर वालों से विवाद करती थी। मैं 34 दिवस की छुट्टी आया था। दिनांक 02.04.2024 को मेरी छुट्टी खत्म हो रही थी। परन्तु मेरे द्वारा योजना के मुताबिक अपनी रेजीमेन्ट में फोन करके झूठ बोला कि मेरी पत्नि को हार्ट अटैक हुआ है जो सीरियस है जिस कारण मेरी छुट्टी बढ गई।

मनोज ने बताया है कि दिनांक 02.04.2024 को मैं अपनी पत्नी पूजा को लेकर उसके घर गया था, जिससे सबको ऐसा लगे कि दोनो पति पत्नी के सम्बन्ध अच्छे है। वही पर मैने देखा कि मेरी पत्नि 01 कमरे में एक व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक स्थति में थी। शाम के समय हम लोग अपने घर आ गये। घर आकर मैने अपनी पत्नि से इस सम्बन्ध में पूछा तो उसने बताया कि वह उस लडके से बचपन से प्यार करती है तथा उसी से शादी करना चाहती थी। परन्तु घर वालो ने तुम्हारे साथ शादी कर दी।

मनोज ने बताया कि पत्नी द्वारा अवैध संबंधों की बात स्वीकार करने के बाद मैंने सम्पूर्ण प्रकरण अपने माता-पिता व चाचा बाबूराम को बताया तथा अपनी पत्नि की हत्या की योजना बनाई। रात्रि के समय जब मेरी पत्नि उठी तो मैने उसके सिर पर कपडे धोने वाली थपकी से वार किये, जिससे वह लहुलुहान होकर गिर गई।

मनोज ने बताया है कि इस हत्या के बाद मेरे घर वालो द्वारा मेरी पत्नि के सिर पर चुन्नी व कपडे लपेट दिये, जिससे खून फर्श पर ना बहे। इसी दौरान मैने अपनी मोटर साईकिल के बीच में अपनी पत्नि का शव रखा तथा चाचा बाबूराम शव को पकडकर पीछे बैठ गये और हम लोग मोटर साईकिल से बीआईटी वाली रोड पर आये तथा शव को झाड़ियों के किनारे डाल दिया।

मनोज ने बताया है कि योजना के तहत मैने अपने बहनोई लवकुश को फोन करके बताया कि मैं पूजा को दवाई दिलवाने मोटर साईकिल से जा रहा था, हमारा एक्सीडेन्ट हो गया है। जल्दी अपनी गाडी लेकर आ जाओं।

मनोज ने बताया है कि बहनोई को सूचना देने के बाद मैं और चाचा शव को वही छोडकर वापस गांव आये तथा घर पर खडे ट्रैक्टर को लेकर वापस बीआईटी रोड पर पहुचें। हत्या की इस घटना को सडक दुर्घटना बनाने के लिए पहले हमने पूजा के सिर पर ट्रैक्ट्रर का पहिया चढाया औऱ ट्रैक्टर से ही अपनी मोटर साईकिल को क्षतिग्रस्त किया, जिससे ऐसा प्रतीत हो कि किसी वाहन ने मोटर साईकिल को पीछे से टक्कर मारी है एवं टक्कर वाली जगह पर पूजा की चूडियों के टुकडे डाल दिये। उसके पश्चात हम लोग ट्रैक्टर को वापस घर छोडकर आ गये।

मनोज ने बताया है कि इतनी देर में मेरे बहनोई लवकुश गाडी लेकर आ गये तथा पूजा के शव को पीछे की सीट पर रखकर चल दिये। योजना के अनुसार मेंरे घर वाले एम्बुलेंस लेकर आ गये तथा हमारे द्वारा शव को एंम्बुलेस में रखकर कस्बा मीरापुर में स्थित क्लीनिक पर पहुचे तो डाक्टर द्वारा बताया कि मेरी पत्नि की मृत्यु हो चुकी है।

मनोज ने बताया है कि मेरे द्वारा बहाना बनाते हुए सांस लेने में दिक्कत की बात कही गई तथा खुद को अथर हास्पीटल में भर्ती करवा लिया गया। जहां मेरा एक्सरे व अन्य रूटीम चेकअप हुए जिसमें कोई चोट नही आई। एक अन्य हास्पीटल में जाने के उपरान्त मे वहा से रेफर होकर आर्मी हास्पीटल चला गया।

वहां से भी बिना डिस्चार्ज हुए वापस घर आ गया तथा पुलिस से बचने के लिए अपने चाचा व पिता को लेकर मुजफ्फरनगर जा रहा था तभी मुझे पुलिस ने पकड लिया।

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