कृषि बिलों की वापसी ही हमारी घर वापसी है- राकेश टिकैत

कृषि बिलों की वापसी ही हमारी घर वापसी है- राकेश टिकैत

गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा है कि कृषि कानूनों की वापसी ही किसानों की घर वापसी है। केंद्र सरकार को अपनी जिद को छोड़कर तीनों कृषि कानून वापस लेने पड़ेंगे और एमएसपी पर कानून बनाना पड़ेगा।

मंगलवार को गाजीपुर बॉर्डर पर कृषि कानूनों को वापिस लेने की मांग को लेकर चल रहे धरना स्थल पर अपना समर्थन देने आए शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हमारे सभी सांसद यहां पर किसानों के समर्थन में आए हैं। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत से उनकी बात हो गई है और उन्हें जो संदेश देना था वह हमने दे दिया है। उन्होंने कहा कि हम पूरी ताकत के साथ किसानों का हाथ थामकर खड़े हैं। आगे भी हम इसी तरह पूरी ताकत से किसानों के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अपने अहंकार को छोड़कर देश के अन्नदाता के साथ बातचीत करनी चाहिए। वार्ता में किसी तरह की राजनीति से काम नहीं चलता। अहंकार से देश का भला नहीं हो सकता है। शिवसेना नेता संजय राउत और अरविंद सावंत के साथ संगठन के कई अन्य सांसदों ने मंगलवार को गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचकर भाकियू नेता चौधरी राकेश टिकैत के साथ बातचीत की।

इस दौरान शिवसेना नेताओं ने किसानों की मांगों का खुलकर समर्थन किया। कृषि कानूनों को वापस लेने और एमएसपी पर कानून बनाए जाने की मांग करते हुए दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन 69 वें दिन भी जारी रहा। इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने आगामी 6 फरवरी को देश भर में चक्का जाम करने का ऐलान किया है। चक्का जाम की घोषणा के बाद पुलिस ने दिल्ली बॉर्डर पर सख्त घेराबंदी करते हुए सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी है। दिल्ली पुलिस द्वारा राजधानी के सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर पर कई लेयर बैरीकेडिंग करते हुए कटीले तार लगाकर सड़क बंद कर दी गई है। इतना ही नहीं पुलिस ने टीकरी और गाजीपुर की मेन रोड पर लोहे की कीलें ठोककर रास्ते को आवागमन के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया है।



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