दरवेश यादव की हत्या पर जानसठ में भी वकीलों ने शोक जताया

जानसठ। विगत दिवस बार काउंसिल की नवनिर्वाचित चेयरमैन कुमारी दरवेश यादव की हत्या पर आज तहसील जानसठ में भी अधिवक्ताओं ने शोक सभा की और 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान बार संघ सचिव ज्ञानचंद सैनी पूर्व सचिव अजादार हुसैन जैदी, चांद वीर सिंह, मांगे सिंह, यशवंत कामबोज, आरिफ शीश महली, शेखर, सोनी , वेदप्रकाश, प्रदुम्न भेटवाल, जितेंद्र तोमर, शशी सैनी, आरिफ जैदी, अनुज आदि दर्जनों अधिवक्ता मौजूद रहे।
ज्ञात हो कि दो दिन पहले ही उत्तर प्रदेश बार कौंसिल की अध्यक्ष चुनी गईं दरवेश यादव की दीवानी कचहरी परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वह अध्यक्ष बनने पर स्वागत समारोह के बाद वरिष्ठ अधिवक्ता अरविंद कुमार मिश्रा के चैम्बर में बैठी थीं। वहीं पर पूर्व सहयोगी अधिवक्ता मनीष शर्मा ने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से यूपी बार कौंसिल की अध्यक्ष को पांच गोली मार दीं। इसके बाद मनीष शर्मा ने खुद को भी गोली मार ली थी। सूचना मिलने पर एडीजी अजय आनंद समेत अन्य अधिकारी और वरिष्ठ अधिवक्ता मौके पर पहुंच गये थे, लेकिन हत्या के कारणों का पता नहीं लग सका है। दरवेश सिंह के शव को पोस्घ्टमार्टम के बाद रात नौ बजे करीब परिजनों को सौंप दिया गया था। परिजन पार्थिव शरीर को वहां से सीधे पैतृक घर एटा ले गए। जहां आज सुबह अंतिम संस्कार कर दिया गया।
दरवेश यादव की हत्या पर गहरा दुख जताते हुए उत्तर प्रदेश बार कौंसिल ने अन्य सदस्यों की सुरक्षा की मांग की है। बार कौंसिल ऑफ इंडिया ने इस हत्याकांड की कड़ी निंदा की है। बीसीआई ने यूपी सरकार से मृतक अध्यक्ष के परिवार के लिए सुरक्षा के साथ ही न्यूनतम 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता मुहैया कराने की मांग की है।
बता दें कि दरवेश यादव उप्र बार काउंसिल की पहली महिला अध्यक्ष थी। उन्होने 2004 में वकालत शुरू की थी। दरवेश यादव दरवेश मूल रूप से एटा की रहने वाली थीं। उनके पिता डीएसपी थे। दरवेश 2016 में बार काउंसिल की उपाध्यक्ष और 2017 में कार्यकारी अध्यक्ष भी चुनी गई थीं। वे पहली बार 2012 में सदस्य बनीं और तभी से बार काउंसिल में सक्रिय रहीं।