किसान आंदोलन- कार सवार युवकों ने की अन्नदाताओं पर फायरिंग

नई दिल्ली। कार में सवार होकर आए युवकों ने नए कृषि कानूनों के विरोध में धरना देकर बैठे किसानों पर फायरिंग की। 3 राउंड फायरिंग से किसान दहशत में आ गए हैं। हालांकि फायरिंग में किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है।
नये कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी के गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बाॅर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों ने पुलिस की सख्ती और स्थानीय लोगों के विरोध को कई बार अपने ऊपर झेला है। राजधानी के कुंडली बॉर्डर पर रविवार की देर रात धरना स्थल पर कार सवार युवकों द्वारा की गई फायरिंग से किसान खासी दहशत में आ गये है। प्रदर्शनकारी किसानों पर चंडीगढ़ नंबर की गाड़ी में सवार होकर पहुंचे कुछ युवकों ने फायरिंग करते हुए कहा कि वह पंजाब के रहने वाले हैं। गोली चलने की इस वारदात को लेकर आंदोलनकारी अन्नदाताओं का कहना है कि धरना स्थल पर ऐसा करके पंजाब और हरियाणा का भाईचारा बिगाड़ने की साजिश रची गई है। किसानों का कहना है कि पंजाब से कुछ युवक कल रात कुंडली बॉर्डर आए थे। जब यह लोग वहां पहुंचे तो धरनास्थल पर लंगर चल रहा था। आरोपी युवकों ने आराम के साथ लंगर खाया और फिर पानी को लेकर युवकों का अन्य लोगों के साथ झगड़ा हो गया। गुस्से में युवकों ने वहां मौजूद लोगों पर गोली चला दी। हालांकि गनीमत इस बात की रही कि युवकों द्वारा चलाई गई गोली किसी को नहीं नहीं लगी। इसके बाद से युवक फरार हैं। उधर कुंडली एसएचओ रवि ने मौके पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल की और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर गाड़ी का नंबर देखकर आरोपियों का पता लगाने में पुलिस जुट गई है। जिससे आरोपियों को जल्द पकड़कर घटना के बारे में असलियत मालूम की जा सके। कुंडली बॉर्डर पर चल रहे धरने के दौरान सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला महिला किसान दिवस मनाया जा रहा है। सोमवार को धरने की कमान महिलाओं के हाथों में सौंप दी गई है। मंच पर सिर्फ महिलाएं विराजमान है और संचालन करने के साथ संबोधन भी महिलाओं का ही चल रहा है। इसके लिए हरियाणा व पंजाब से भारी संख्या मंे महिलाएं कुंडली बॉर्डर पर पहुंची है। उधर किसान आंदोलन की वजह से 27 जनवरी से लगातार बंद चल रहे हरियाणा-दिल्ली के झाडोदा बॉर्डर को दिल्ली पुलिस ने रविवार को खोल दिया। इससे राहगीरों को बहुत राहत मिली है।