झमाझम बारिश ने गर्मी से दी राहत- किसानों की हुई पौबारह

झमाझम बारिश ने गर्मी से दी राहत- किसानों की हुई पौबारह

जींद। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता की वजह से हुई झमाझम बारिश ने हरियाणा में जींद क्षेत्र में लोगों को न केवल गर्मी से राहत दी बल्कि यहां के किसानों की पौबारह कर दी है।

पिछले 24 घंटों के दौरान जिले में 24 एमएम औसतन मिमी बारिश दर्ज की गई। शनिवार सुबह बूंदाबांदी हुई तो दिनभर आकाश में बादल छाये रहे, जिससे मौसम सुहावना बना रहा। तापमान भी सात डिग्री तक लुढ़क गया। शनिवार को अधिकतम तापमान 29 डिग्री और न्यनूतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम में आर्द्रता 74 प्रतिशत और हवा की गति आठ किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों के दौरान जींद में 25 एमएम, नरवाना में 50 एमएम, उचाना में 35 एमएम, अलेवा में 32 एमएम, सफीदो में 15 एमएम, पिल्लूखेडा में नौ एमएम तथा जुलाना में दो एमएम बारिश दर्ज की गई।

मौसम विभाग के अनुसार 22 जून तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा, आकाश में बादल छाये रहने के साथ बारिश की संभावना है। वहीं कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को फसलों में स्प्रे न करने की सलाह दी है।

लोगों को भीषण गर्मी तथा लू के थपेड़ों का सामना करना पड़ रहा था। तापमान 44 डिग्री तक जा पहुंचा था। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते 17 जून को मौसम ने करवट ली। कहीं पर बारिश तो कहीं पर बूंदाबांदी होने से तापमान लुढक कर 36 डिग्री तक आ गया। आकाश में बादलों का आवागमन भी लगा रहा। शनिवार अल सुबह फिर से जिले में औसत से मध्यम दर्जे की बारिश हुइ्र। जिससे तापमान में और ज्यादा गिरावट आई और अधिकत्तम तापमान लुढक कर 29 डिग्री तक पहुंच गया। बारिश ने लोगों को गर्मी से काफी हद तक राहत दी है।

तापमान बढ़ने से फसलों पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा था। फसलें झुलसने भी लगी थी, पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते हुई औसतन से मध्यम दर्जे की बारिश ने किसानों की पौबारहा कर दी है। किसान धान रोपाई के लिए बारिश का इंतजार कर रहे थे। पिछले 24 घंटों के दौरान हुई बारिश तथा आगे बन रहे बारिश के आसार के चलते किसानों ने धान रोपाई का कार्य शुरु कर दिया है। 22 जून तक बारिश के आसार बने हुए है। जिसके बाद प्री मानसून तथा मानसून की बारिश होनी है।

बारिश को हर लहजे से फायदेमंद माना जा रहा है। जिन स्थानों पर मध्यम दर्जे की बारिश हुई है उनमें से कुछ स्थानों पर बारिश का पानी जमा हो गया। जिसके चलते लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। साथ में वहां पर भी दिक्कत हुई जहां पर सडकें टूटी फूटी है और कच्ची है। जिसके चलते लोगों तथा वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ।

पांडू पिंडारा कृषि विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक डा. राजेश ने बताया कि 22 जून तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। इस दौरान औसतन से मध्यम दर्जे की बारिश होने के आसार हैं। तापमान में भी गिरावट होगी। उन्होंने किसानों को सलाह दी कि मौसम को देखते हुए नरमा फसल में स्प्रे रोक लें और धान बिजाई का कार्य शुरू कर दें।

वार्ता

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