नए साल में गरीबों को घर की भेंट

नए साल में गरीबों को घर की भेंट

नई दिल्ली। सिर पर एक अदद छत होना आदमी का बहुत बड़ा सपना होता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2021 में देश के उन लोगों को यही न्यू इयर गिफ्ट दी है। वर्ष के पहले दिन 6 लाइट हाउस प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया गया। लगभग 13 लाख की लागत में बनने वाले गरीबों के लिए मकान पौने पांच लाख में मिलेंगे। आवास की समस्या सबसे ज्यादा शहरों में है जहां कितने ही लोग सड़कों और फुटपाथ पर सर्दी की रात बिताने को मजबूर होते हैं। कभी-कभी ऐसे लोगों के साथ गंभीर हादसे भी हो जाते हैं। यह समस्या आज की नहीं है लेकिन पिछली सरकारों ने इस पर गंभीरता से प्रयास नहीं किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्यम वर्ग के लिए घर बनाने का विशेष प्रयास किया। दूसरे देशों से तकनीक का अध्ययन किया गया। स्थान विशेष के अनुसार घर बनाए जाएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि घर बनाने के लिएदेश को अब नयी तकनीक मिल रही है। इसीलिए 6 लाइट हाउस प्रोजेक्ट बनाए जा रहे हैं जो कोआपरेटिव फेडरलिज्म की मिसाल बनेंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत केन्द्र और राज्य सरकारें मिलकर त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखण्ड और तमिलनाडु में गरीब लोगों के लिए घर बनाएंगी। देश की अर्थव्यवस्था पर भी रीयल स्टेट की गति बाधित होने से प्रभाव पड़ा है। इससे देश को रोजगार के साथ-साथ किफायती दाम पर अपना घर भी मिल सकेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2022 तक देश के सभी बेघर परिवारों को पक्का आवास मुहैया कराने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अहम कदम उठाया है. इस दिशा में पीएम मोदी ने 1 जनवरी 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए लाइट हाउस प्रोजेक्ट का उदघाटन किया। नए साल में यह प्रधानमंत्री मोदी का पहला कार्यक्रम था।

पीएम मोदी का ये कार्यक्रम शहरी भारत में लोगों को आवास मुहैया कराने में अहम साबित होंगे इस प्रोजेक्ट के तहत केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, गुजरात, झारखंड और तमिलनाडु में गरीब लोगों को सरकार सस्ते, भूकंप रोधी और मजबूत मकान मुहैया कराएगी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा आज मध्यम वर्ग के लिए घर बनाने के लिए देश को नई तकनीक मिल रही है ये 6 लाइट हाउस प्रोजेक्ट देश को आवास निर्माण की दिशा में राह दिखाएंगे पीएम ने कहा कि ये को ऑपरेटिव फेडरलिज्म की मिसाल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये लाइट हाउट प्रोजेक्ट आधुनिक तकनीक से बनेंगे. ये ज्यादा मजबूत होंगे और गरीबों को सुविधाजनक और आरामदायक घर मिलेगा। पीएम ने कहा था कि एक समय था जब गृह निर्माण सरकार की प्राथमिकता में नहीं था, लेकिन इसे बदला गया. पीएम ने कहा कि आवास निर्माण को भी स्टार्ट अप की तरह चुस्त दुरूस्त रखेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लाइट हाउस प्रोजेक्ट के तहत देश के 6 शहरों में 365 दिनों में 1 हजार मकान बनेंगे पीएम ने कहा कि इसका मतलब ये है कि रोजाना ढाई से तीन मकान बनेंगे उन्होंने इंजीनियर, विद्यार्थियों और प्रोफेसरों से अपील की कि वे इन साइटों पर जाएं और इन प्रोजेक्ट का अध्ययन करें पीएम ने बताया इन सभी प्रोजेक्ट के लिए विदेशी तकनीक का सहारा लिया गया है, आप इसका अध्ययन करें और ये देखें कि क्या ये भारत के लिए सही है या फिर इसमें कुछ सुधार की गुंजाइश है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कुछ साल पहले तक घर खरीदने वालों की बुरी हालत हुआ करती थी. घर के सपने को साकार करना मुश्किल काम था. पैसा दे देने पर भी मकान नहीं मिलता था। मकान खरीदने वाला पैसा चुका देता था और घर मिलने का इंतजार करता रहता था. मगर हमारी सरकार ने इस रवैये को बदल दिया है।

पीएम ने कहा कि घर की चाभी मिलना सिर्फ दरवाजा या दीवार का मालिकाना हक मिलना नहीं होता है। ये चाभी लोगों के विकास और उनकी प्रगति का द्वार खोल देती है. पीएम ने कहा कि ये घर की चाभी दिमाग के द्वार खोल देती है, इससे लोगों के सपनों को पंख लग जाता है इससे व्यक्ति को अपने समाज में सम्मान मिलता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान लोगों ने प्रवासी मजदूरों की दुश्वारियां देखी, शहरों में कई बार उन्हें उचित सम्मान नहीं मिलता था, लेकिन जब ये श्रमिक अपने गांव चले गए तो इनके महत्व का पता चला। उन्होंने कहा कि सरकार अब इन मजबूरों के लिए वहीं पर घर बनाने जा रही है जहां पर ये काम करते थे कोशिश की जा रही है कि जहां मजबूर काम करते हैं वहीं पर बनाकर इन्हें घर दिया जाए।

लाइट हाउस प्रोजेक्ट के लिए जिन राज्यों को चुना गया है उनमें त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, झारखंड और गुजरात हैं. लाइट हाउस प्रोजेक्ट केंद्रीय शहरी मंत्रालय की महत्वाकांक्षी योजना है जिसके तहत लोगों को स्थानीय जलवायु और इकोलॉजी का ध्यान रखते हुए टिकाऊ आवास प्रदान किए जाते हैं। इस प्रोजेक्ट में खास तकनीक का इस्तेमाल कर सस्ते और मजबूत मकान बनाए जाते हैं इस प्रोजेक्ट में फैक्टरी से ही बीम-कॉलम और पैनल तैयार कर घर बनाने के स्थान पर लाया जाता है, इसका फायदा ये होता है कि निर्माण की अवधि और लागत कम हो जाती है इसलिए प्रोजेक्ट में खर्च कम आता है इस प्रोजेक्ट के तहत बने मकान पूरी तरह से भूकंपरोधी होंगे लाइट हाउस प्रोजेक्ट में तकनीक का सर्वोत्तम रूप दिखेगा, जिसका इस्तेमाल जनकल्याण के लिए किया जाता है इस कार्यक्रम को त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, झारखंड और गुजरात के मुख्यमंत्रियों ने भी संबोधित किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को नए साल की शुभकामनाएं भी दी है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कामना की है कि नया साल देशवासियों के जीवन में अच्छा स्वास्थ्य, खुशियां और समृद्धि लेकर आए। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा कि आप सभी को नए साल 2021 की शुभकामनाएं. कामना करता हूं कि ये साल आपके जीवन में अच्छी सेहत, खुशियां और समृद्धि लेकर आए इस साल दुनिया में आशा और कल्याण की भावना का वास हो 2021 के पहले दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके शुभचिंतकों के लिए अच्छी खबर आई है. विश्व के नेताओं की उनके कार्यकाल में स्वीकृति पर नजर रखने वाली डाटा फर्म मॉर्निंग कंसल्ट के सर्वे के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 55 फीसदी स्वीकृति के साथ विश्व नेताओं में शीर्ष पर हैं। मॉर्निंग कंसल्ट के सर्वे के मुताबिक, 75 फीसदी लोगों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन किया, जबकि 20 फीसदी ने उन्हें स्वीकार नहीं किया, जिससे उनकी कुल स्वीकृति रेटिंग 55 रही है, जो दुनिया के अलग-अलग देशों के नेताओं में सबसे अधिक है। (हिफी)

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