कैप्टन बिटिया - 'तुम्हें किसी की नजर ना लगे'

कैप्टन बिटिया - तुम्हें किसी की नजर ना लगे

उत्तराखंड। सोशल मीडिया पर कैबिनेट मंत्री ने अपनी बिटिया के साथ फोटो अपलोड किया है, जो कि बहुत ही भावुक फोटो है। कैबिनेट मंत्री अपनी कैप्टन बेटी की वर्दी पर लगे स्टार्स को स्पर्श करते हुए नजर आ रहे हैं। बाप-बेटी के असीम प्यार को दर्शाते इस फोटो पर शुभचिंतकों के कमेंट भी आ रहे हैं और यह फोटो बहुत पसंद किया जा रहा है।

भारत सरकार के केन्द्रीय कैबिनेट शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री, 75 पुस्तकों के लेखक डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने ट्वीटर एकाउंट पर बेटी श्रेयसी के साथ फोटो अपलोड किया है। श्रेयसी कैप्टन की यूनीफार्म पहने हुए हैं और उनके पिता कैबिनेट मंत्री उनके यूनीफाॅर्म पर लगे सितारों को स्पर्श करते हुए नजर आ रहे हैं। आज श्रेयसी का जन्मदिन है। जन्मदिन के अवसर पर अपनी बेटी को कामयाबी का आशीर्वाद देते हुए कैबिनेट मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ट्वीटर हैंडिल पर फोटो अपलोड किया है। फोटो के साथ उन्होंने बेटी को आशीर्वचन देते हुए लिखा है मेरी बेटियां ही मेरा गर्व एवं अभिमान हैं। आज का दिन मेरे लिए बहुत खास है, क्योंकि आज मेरी बिटिया श्रेयसी का जन्मदिवस है। मुझे खुशी है कि वह लगन एवं निष्ठा के साथ देश सेवा करते हुए देवभूमि व सेना का गौरव बढ़ा रही है। बिटिया को जन्मदिवस की अनंत शुभकामनाएं! श्रेयसी सेना में कैप्टन है और वह अपने पिता के साथ फोटो में बहुत ही खुश नजर आ रही है।


बेटियां वास्तव में पिता ही नहीं, परिवार का, समाज का अभिमान होती हैं। जहां पुत्र अपने मां-बाप का साथ छोड़ देते हैं, बिटिया पति के साथ रहते हुए भी अपने मां-बाप का साथ नहीं छोड़ती। बेटियों पर जितना नाज किया जाये, वह कम है। देश की बेटियों ने हर क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के जौहर दिखाएं हैं। वर्तमान में देखें, तो जब भी शिक्षा के क्षेत्र में परीक्षा परिणाम घोषित होते हैं, तो उसमें लड़कियां ही अधिकांशतः टाॅपर होती हैं। यह उनमें छिपी प्रतिभा और कार्य के प्रति समर्पण को दर्शाता है।

राजनीति के ही क्षेत्र को लें, तो उसमें भी देश की अनेक बेटियों ने अपनी प्रतिभा के बल पर देश ही नहीं, अंतर्राष्ट्रीय पटल पर देश को गौरवान्वित किया है। खेल हो या फिर अंतरिक्ष विज्ञान, प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं ने अपने हुनर का जलवा दिखाया है।

देश में महिला सशक्तिकरण के लिए सरकार द्वारा काफी प्रयास किये जा रहे हैं। बावजूद इसके आज भी पुरूष प्रधान समाज में रोजाना ही महिला उत्पीड़न की खबरें सुनने में आती हैं। ऐसे में मां-बाप के दिल से बेटियों के लिए सिर्फ एक ही दुआ निकलती है कि- 'मेरी प्यारी सी बिटिया तुझे खुशियां मिलें हजार, न लगे किसी की नजर।।'

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