11 करोड़ का दुनिया का सबसे महंगा मास्क

नई दिल्ली। इजरायल नें दुनिया का सबसे महंगा कोरोना मास्क बनाया है जिसकी कीमत 11 करोड़ रुपए है। इस मास्क को इजरायल के एक ज्वैलर ने अपने अमेरिकी ग्राहक के लिए तैयार किया है। यह मास्क 18 कैरेट सोने से बना है। इसमें 3600 काले और सफेद हीरे जड़े हैं। मास्क को अक्टूबर में डिलीवर किया जाएगा। मास्क को तैयार करने वाली इजरायली फर्म युवेल के मालिक इसाक लेवी का कहना है कि इसमें एन-99 फिल्टर लगा है जो आपको वायरस के कणों से सुरक्षित रखता है। हम मास्क को जिस ग्राहक के लिए बना रहे हैं वो चीनी आर्ट के संग्राहक हैं और अमेरिका में रहते हैं।
फर्म के मालिक लेवी कहते हैं कि मुझे नहीं लगता है ग्राहक इतने महंगे मास्क को पहनकर सुपरमार्केट जाएगा। वह इसे कुछ खास जगहों पर ही इस्तेमाल करेगा। यह उनके लिए खास होगा। इस खास मास्क को तैयार करने के लिए 25 कलाकारों की टीम काम कर रही है। मास्क को तैयार करने के लिए पहले सोने का एक ढ़ांचा तैयार किया गया है। इस पर हीरेजड़ित छोटे-छोटे हिस्से लगाए जा रहे हैं। मास्क को तैयार करने के लिए खास तरह के इक्विपमेंट का प्रयोग किया जाता है। इक्विपमेंट के जरिए एक तरफ से देखा जाता है और दूसरी तरफ से कारीगर इसमें हीरे जड़ता है। लेवी के मुताबिक, दुनियाभर के ज्यादातर लोगों के लिए यह एक महंगा मास्क होगा या इससे भी बड़ी बात हो सकती है। हमारे लिए यह लोगों को सुरक्षित रखने का जरिया है।
हाल ही में सूरत के जूलरी कारोबारी ने डायमंड मास्क तैयार किया था। इसकी कीमत 1.5 से 4 लाख रुपए तक है। दुकानदार का दावा है कि उन्होंने मास्क को सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक बनाया है। यह वायरस से बचाने में सक्षम है। मास्क में सोना, व्हाइट गोल्ड और हीरों का प्रयोग किया गया है। इस्तेमाल के बाद मास्क से हीरे और सोने को ग्राहकों की इच्छा के अनुसार निकालकर जूलरी तैयार की जा सकती है।
कुछ महीने पहले पुणे में गोल्डमैन के नाम से प्रसिद्ध शंकर कुराडे नाम के शख्स ने कोरोना से बचने के लिए सोने का मास्क बनवाया था। गोल्ड के शौकीन शंकर अपने शरीर पर तकरीबन 3 किलो सोना पहनते हैं। इनके गले में मोटी-मोटी सोने की चेन, हाथों की दसों उंगलियों में गोल्ड की अंगूठियां और कलाई में ब्रेसलेट उनके सोने के प्रेम को दर्शाती है। शंकर ने सोने से बने इस मास्क को 2 लाख 90 हजार रुपए में बनवाया है। इसका वजन तकरीबन साढ़े पांच तोला है। इसमें सांस लेने के लिए बारीक छेद बने हुए हैं। शंकर के मुताबिक कोरोना से बचाव के लिए यह पूरी तरह से सुरक्षित है।