भारत के 8 फीसद लोगों ने दो तिहाई लोगों को किया कोरोना संक्रमित

नई दिल्ली। कोरोना संकट से जूझ रहे भारत की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। देश में कोरोना से मरने वाले लोगो का आंकड़ा 1 लाख के पार पहुंच गया है जबकि कोरोना संक्रमित लोगों का आंकड़ा 64 लाख के पार है। इस बीच फेमस मैगजीन साइंस में एक शोध प्रकाशित हुआ है जो यह बताता है कि भारत में किन लोगों ने बड़ी आबादी को कोरोना का शिकार बनाया है।
साइंस मैगजीन में छपी इस रिपोर्ट के अनुसार, देश के केवल 8 फीसद लोगों ने देश की दो तिहाई आबादी को कोरोना संक्रमित किया है। यानी देश के कुल 64 लाख मामलों में करीब 43 लाख लोग कोरोना को फैलाने के जिम्मेदार हैं जिन्हे सुपर स्प्रेडर्स कहा जा सकता है। शोध की माने तो ये वो लोग हैं जो सामान्य संक्रमित व्यक्ति के मुकाबले जाने-अनजाने लोगों तक संक्रमण फैला रहे हैं। ये सुपर स्प्रेडर्स पब्लिक ट्रांसपोर्ट के जरिए वायरस फैला रहे हैं। शोध बताता है कि कोरोना फैलाने में बच्चों का बड़ा हाथ रहा है। साथ ही 70 फीसद लोग ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने किसी को भी कोरोना का संक्रमण नहीं दिया है।
इस शोध के लिए तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश सरकार से मदद ली गई थी। इसमें पांच लाख से अधिक लोगों को शामिल किया गया। इस रिसर्च में बताया गया है कि विकसित देशों की तुलना में भारत में 40 वर्ष से 69 वर्ष तक के लोगों में कोरोना वायरस का संक्रमण के अधिक मामले सामने आए हैं। इतना ही नहीं,कोरोना से मरने वालों की आयु भी अधिक है। इस रिसर्च के अनुसार आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु दोनों राज्यों में कोरोना के 84,965 पुष्ट मामलों के संपर्क में आए 5,75,071 लोगों में कोरोना के संक्रमण होने के तरीके का आकलन किया गया है।
शोध के अनुसार, बच्चों के द्वारा अधिक कोरोना संक्रमण फैला वो भी उनकी ही उम्र के बच्चों में सबसे तेजी से संक्रमित हुआ। शोधकर्ताओं का कहना है कि बच्चों की समान उम्र वाले दूसरे बच्चों में इसका गहरा प्रभाव देखा गया है जबकि 14 साल तक के बच्चों और 65 साल से अधिक उम्र के व्यक्तियों में भी कोरोना का प्रसार अधिक देखा गया है। जबकि संक्रमित लोगों में मृत्यु का अनुपात 5-17 साल की आयु में 0.05ः और 85 साल की आयु में 16.6 फीसद तक फैला है। इस रिपोर्ट के बारे में नई दिल्ली में 'सेंटर फॉर डिजीज डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी' के वैज्ञानिकों के समूह कहते हैं कि ये रिसर्च कम एवं मध्यम आय वाले देशों में कोरोना फैलने के तरीके के बारे में जानकारी देता है। (हिफी)