राजनीति में खुशबू ही खुशबू

नई दिल्ली। राजनीति उबाऊ है, नफरत पैदा करती है लेकिन तमिलनाडु में सियासत की खुशबू की चर्चा हो रही है। कांग्रेस की नेता खुशबू ने सत्ता की मलाई खाने के लिए भाजपा का दामन थम लिया है। उधर, राज्य के एक विधायक ए. प्रभु के वैवाहिक जीवन में खुशबू बिखर रही है क्योंकि अदालत से उनके विजातीय विवाह के मामले में विजयश्री हासिल हुई है। सत्तारूढ़ दल में भी खुशबू फैली है क्योंकि अद्रमुक में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए नेतृत्व का झगड़ा खत्म हो गया है। पलानी स्वामी को ही सीएम प्रत्याशी माना जा रहा है।
तमिलनाडु की राजनीति में कांग्रेस को झटका देने वाला बदलाव हुआ है। मशहूर स्टार और नेता खुशबू सुंदर ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। खुशबू सुंदर ने अब भारतीय जनता पार्टी ज्वाइन कर ली है। दिल्ली में बीजेपी हेडक्वार्टर में उन्होंने पार्टी की सदस्यता ली। एक दशक के राजनीतिक करियर में खुशबू सुंदर का ये तीसरा सियासी ठिकाना है। खुशबू सुंदर की पहचान साउथ की एक मशहूर अभिनेत्री और प्रोड्यूसर के तौर पर होती है। उन्होंने 200 से ज्यादा फिल्मों में काम किया है। खुशबू सुंदर टीवी प्रीजेंटर भी रही हैं। अभिनय में तमाम मुकाम हासिल करने के बाद 2010 में खुशबू सुंदर ने राजनीति में कदम रखा था। खुशबू सुंदर ने सबसे पहले डीएमके (द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम) ज्वाइन की थी। उस वक्त डीएमके की कमान एम. करुणानिधि के हाथों में थी। उन्हीं की लीडरशिप में खुशबू ने अपनी राजनीति का आगाज किया था। इसके बाद 2014 में खुशबू सुंदर ने कांग्रेस ज्वाइन की। कांग्रेस नेता के बतौर वो मुखरता से अपनी बात रखती रही हैं, टीवी डिबेट्स में बड़े मसलों पर पार्टी का बचाव करती रही हैं।
उधर, अद्रमुक का नेतृत्व विवाद भी खत्म हो गया। मौजूदा मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी को 2021 के राज्य विधानसभा चुनाव के लिए अन्नाद्रमुक ने मुख्यमंत्री पद का अपना उम्मीदवार नामित किया है। इस तरह, नेतृत्व के मुद्दे को लेकर उनके और उप मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम के बीच चल रहे मतभेद से उपजा संकट भी समाप्त हो गया। तमिलनाडु में अगले साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव होने हैं। पलानीस्वामी ने पनीरसेल्वम की काफी समय से लंबित मांग को स्वीकार करते हुए 11 सदस्यीय एक संचालन समिति के गठन की घोषणा की। इसमें मंत्री डिंडीगुल सी श्रीनिवासन, पी थंगामणि और एसपी वेलुमणि शामिल हैं। पनीरसेल्वम ने पलानीस्वामी और अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, मुझे यह घोषणा करते हुए प्रसन्नता हो रही है कि हमारे प्रिय भाई पलानीस्वामी 2021 विधानसभा चुनाव में अन्नाद्रमुक के मुख्यमंत्री पद के विजयी उम्मीदवार होंगे। उन्होंने जोरदार तालियों के बीच बताया कि पार्टी के अध्यक्ष मंडल के अध्यक्ष ई मधुसूदन के नेतृत्व में विचार-विमर्श के बाद सर्वसम्मति से यह फैसला किया गया। उन्होंने कहा कि उनके अलावा पलानीस्वामी, पार्टी उप समन्वयक के पी मुनुसामी, आर वैथीलिंगम और संचालन समिति के सदस्यों ने पलानीस्वामी को उम्मीदवार बनाने का सर्वसम्मति से फैसला किया। पलानीस्वामी ने कहा कि समिति का गठन अन्नाद्रमुक आम परिषद के प्रस्ताव के अनुरूप होगा। बाद में मत्स्य पालन मंत्री डी. जयकुमार ने संवाददाताओं से कहा कि मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का चयन और समिति के गठन का फैसला परामर्श एवं आम सहमति पर आधारित है। उल्लेखनीय है कि अगले मुख्यमंत्री के लिए उम्मीदवार और समिति गठित किये जाने के मुद्दे पर 28 सितंबर को अन्नाद्रमुक कार्यकारी समिति की बैठक में पलानीस्वामी और पनीरसेल्वम के बीच कहा-सुनी हो गई थी। (अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)