भारत के लिए खतरा है डी-कंपनी का टेररिस्ट नेटवर्क में तब्दील होना

न्यूयार्क। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में की हाल में हुयी बैठक में अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए खतरे पर खुले तौर पर नजरिया रखा गया इस दौरान अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन और आपराधिक संगठनों के बीच क्या जुड़ाव है, इस पर गौर फिक्र किया गया ।
बैठक में भारतीय राजदूत और स्टैंडिंग मेंबर सैयद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान में पनाह लिए दाऊद इब्राहिम का मुद्दा उठाते हुए कहा कि दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी भारत के लिए खतरा बनती जा रही है।
भारतीय राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि उन्होंने दाऊद इब्राहिम के क्रिमिनल सिंडिकेट को टेररिस्ट नेटवर्क में बदलते हुए देखा है जिसे डी कंपनी के नाम से जाना जाता है। भारतीय राजदूत अकबरुद्दीन ने आगे कहा कि डी कंपनी की सरगर्मिया से दुनियां शायद ही कम वाकिफ हो लेकिन,भारत के लिए यह बेहद ही बड़ा खतरा है।
डी कंपनी का भारत में कारोबार ज्यादा
भारतीय राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने बताया कि डी कंपनी की गैरकानूनी इकोनामिक एक्टिविटीज दूसरी जगहों पर भले ही बहुत कम हों, लेकिन भारत में यह बड़े पैमाने पर हैं। सोने की तस्करी, नकली करेंसी की छपाई, हथियारों और मादक पदार्थों की तस्करी आदि फिलहाल, बड़ा खतरा हैं।
दुश्मन देश पाकिस्तान का नाम लिए बिना भारतीय राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने कहा कि कुछ लोग इसके बारे में सब जानते है लेकिन, फिर भी प्रोटेक्शन दे रहे हैं।
आईएसआईएल के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया गया वैसा ही ऑपरेशन डी- कंपनी के खिलाफ चलाया जाना चाहिेए
भारतीय राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से दरख्वास्त करते हुए कहा कि आईएसआईएल के खिलाफ कामयाबी साबित करती है कि यदि हम सभी मिलकर ऑपरेशन करें तो नतीजे अच्छे मिलगें जैसे आईएसआईएल के खिलाफ ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया गया वैसा ही ऑपरेशन दाऊद इब्राहिम और उसकी डी कंपनी के खिलाफ चलाया जाना चाहिेए। लश्कर और जैश की तरह ही दाऊद इब्राहिम की आपराधिक डी-कंपनी भी बड़ा खतरा है सभी पर धारा 1267 के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए।
टेरोरिज्म और डायलॉग एक साथ मुुमकिन नहीं है
गौरतलब है कि इससे पहले फॉरेन मिनिस्ट्री केे सेक्रेट्री रविश कुमार ने दाऊद इब्राहिम को लेकर पाकिस्तान की सफाई पर जवाब देते हुए कहा था कि टेरोरिज्म और डायलॉग एक साथ मुुमकिन नहीं है। रविश कुमार ने कहा कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में है। हमारे पास उसके ठिकानों तक की जानकारी है। तो इसलिए पाकिस्तान झूठी कार्रवाई के दिखावा ना करे। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान हमेशां दाऊद इब्राहिम के खिलाफ कार्रवाई को लेकर डबल पॉलिसी अपनाता है।