शिक्षक बने थानाध्यक्ष- बचपन की यादें की ताजा

शिक्षक बने थानाध्यक्ष- बचपन की यादें की ताजा

मुजफ्फरनगर। बचपन और स्कूली जीवन की याद आने पर थानाध्यक्ष ने स्कूल पहुंचकर बच्चों के साथ घुल-मिलकर पुरानी यादों को ताजा किया और शिक्षक बनकर बच्चों को शिक्षा के टिप्स देकर उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए प्रेरित किया। बच्चों ने थानाध्यक्ष द्वारा जलपान के लिए मंगवाये गये केले आदि का उनके साथ बैठकर रसास्वादन किया।

दरअसल चरथावल थाने में बैठे थाना प्रभारी धर्मेन्द सिंह को अचानक अपने बचपन और स्कूली जीवन की याद आ गई। पुरानी यादों को ताजा करने के लिए थानाध्यक्ष पुलिस टीम को साथ लेकर चरथावल कस्बे के प्राथमिक विद्यालय मे पहुँच गए। बच्चो की कक्षा में जाकर छोटे छोटे बच्चो से बातचीत करते हुए थानाध्यक्ष ने उन्हें पढ़ाना शुरू कर दिया। इस दौरान थाना प्रभारी ने बच्चो को शिक्षा देने के साथ उनसें हंसी-मजाक भी किया।


थाना प्रभारी के बच्चों को पढ़ाने की सूचना मिलते ही खंड शिक्षा अधिकारी अलका अग्रवाल भी प्राथमिक विद्यालय में पहुंच गई और थानाध्यक्ष को बच्चों को पढाता देख आश्चर्यचकित रह गई। बच्चों को पढ़ाने के बाद चरथावल थाना प्रभारी धर्मेन्द्र चौधरी ने बच्चों के लिए मास्क, केले व लड्डू मंगवा कर उन्हें वितरित किए। थानाध्यक्ष ने बच्चों के साथ बैठकर जलपान का रसास्वादन भी किया।इस दौरान बच्चों के चेहरों पर खुशी देखी गई। खंड शिक्षा अधिकारी ने भी चरथावल थाना प्रभारी धर्मेन्द्र चौधरी के साथ मिलकर बच्चों को केले व लड्डू का वितरण किया तथा उनके इस कार्य की सराहना की।

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