बाईपास से नहीं खतौली के अंदर से जाएगी रोडवेज बसें: ARM

बाईपास से नहीं खतौली के अंदर से जाएगी रोडवेज बसें: ARM

मुजफ्फरनगर। रोडवेज के चालको एवं परिचालकों की धींगा-मुश्ती अब नहीं चलेगी। सहारनपुर परिक्षेत्र की रोडवेज बसें बाईपास से नहीं, खतौली के अंदर से होकर जाएगी। मनमर्जी करने वालो के खिलाफ विभाग समुचित कार्रवाई करेगा।

विभागीय राजस्व एवं यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर सहारनपुर परिक्षेत्र की रोडवेज बसों को खतौली के बाहर से होकर बने बाईपास के बजाए नगर के अंदर से ले जाए जाने की व्यवस्था की गई हैं। बस को जगह-जगह रोककर उतारने और चढाने के झंझट से मुक्ति पाने के लिए चालक-परिचालक खतौली के भीतर से गुजरने के बजाए अपनी बसों को बाईपास से दौडाकर फर्राटा भरते हुए बाहर से निकल जाते है। यात्रियों द्वारा की गई शिकायतों के बाद विभाग ने पहले की तरह एक बार फिर से सहारनपुर परिक्षेत्र की बसों के चालकों व परिचालकों को निर्देश दिए हैं कि वह अपनी बसों को बाईपास से लेकर गुजारने के बजाए खतौली के भीतर से ही होकर निकले।

इन आदेशों पर निगरानी रखने की व्यवस्था पर जब खतौली एआरएम परवेज बशीर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि विभाग ने परिक्षेत्र की बसों को खतौली के भीतर से ले जाने की व्यवस्था कर रखी हैं। नगर से होकर जाने वाले चालक को बस लेकर खतौली के रोडवेज बस स्टैंड पर आना होता हैं। जहां उनके वे-बिल पर मुहर लगाई जाती हैं, जो इस बात का सूचक हैं कि संबंधित बस कस्बे मे होकर गुजरी हैं। वे-बिल के माध्यम से संबंधित डिपो पर पता चल जाता हैं कि बस कहां से होकर आई गई हैं। उन्होंने बताया कि नवंबर माह में मेरठ बाईपास से जाने वाले खतौली डिपो के दो बसों के चालकों व परिचालकों के विरुद्ध उन्होंने विभागीय कार्यवाही की हैं। यदि कोई चालक-परिचालक बस को बाईपास से ले जाता हैं तो यात्री सजगता दिखाते हुए उसकी शिकायत विभाग के टोलफ्री या उनके मोबाईल नंबर-9415142484 करें । निश्चित ही कार्यवाही की जाएगी।

गौरतलब है कि खतौली के बाहर बाईपास पर अनेक होटल, रेस्टोरेंट व ढाबे बने हुए हैं जहां रोडवेज के चालक और परिचालक सेटिंग-गेटिंग के तहत अपनी बसों को रोककर जलपान करते हैं। कई बार नगर के नजदीक होटल पर रुकी बसों में सवार यात्री देर होती देख हो-हल्ला कर देते हैं। यात्रियों के इस हो-हल्ले से मुक्ति पाने के लिए चालक-परिचालक अपनी बसों को बाईपास से लेकर गुजर जाते हैं। उन्हें विभाग के राजस्व की घटत-बढत व यात्रियों की सुविधा-असुविधा से कोई सरोकार नहीं होता।

रिपोर्ट: सत्येन्द्र ठाकुर

epmty
epmty
Top