पुलिस BJP नेता विवाद-सिपाही सस्पेंड, दारोगा लाईन हाजिर-जांच के आदेश

मुजफ्फरनगर। जिला अस्पताल में भाजपा नेता और मंडी पुलिस के बीच एक्टिवा की साइड लगने को लेकर हुए विवाद में भाजपा नेताओं द्वारा कोतवाली परिसर में धरना दिया गया। घंटो तक चलते रहे हाई वोल्टेज ड्रामें और भारी गहमागहमी के बाद एसएसपी ने आरोपी सिपाही को सस्पेंड और दारोगा को लाईन हाजिर किये जाने के बाद इस मामले का पटाक्षेप किया।
दरअसल बृहस्पतिवार को भाजपा नेता सुनील दर्शन किसी काम के सिलसिले में जिला अस्पताल गए थे। जहां उनकी स्कूटी नई मंडी थाने की गाड़ी से टकरा गई। स्कूटी की साईड लगने के मामले को लेकर नई मंडी पुलिस और भाजपा नेता के बीच विवाद हो गया। थाना नई मंडी प्रभारी निरीक्षक की गाड़ी के ड्राइवर ने भाजपा के जिला मंत्री सुनील दर्शन को शहर कोतवाली में ले जाकर बिठा दिया।
इस मामले की जानकारी मिलते ही भाजपा नेताओं में उबाल आ गया। कोतवाली परिसर में ले जाये गये भाजपा के जिला मंत्री सुनील दर्शन वहां जमीन पर ही धरना देकर बैठ गए। उन्होंने पुलिसकर्मियों पर मारपीट करने और कपड़े फाड़ने का आरोप लगाया। इसी बीच भाजपा के अनेक नेता शहर कोतवाली पहुंच गए। उधर मामले की जानकारी मिलते ही सीओ नई मंडी कुलदीप कुमार और शहर कोतवाल योगेश शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पहुंचकर भाजपा के जिला मंत्री सुनील दर्शन की मान मनोव्वल कर उन्हें धरने से उठाने का प्रयास शुरू कर दिया।
लेकिन भाजपा नेता आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग पर अड़े रहे। घंटों तक इस हाई वोल्टेज ड्रामें को लेकर भारी गहमागहमी चलती रही। शहर कोतवाली में भाजपा के नेताओं के जमावड़े के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का भी पालन नहीं किया गया। भारी भीड़ के रूप में भाजपा नेता शहर कोतवाली में ही जमे रहे। बाद में एसएसपी अभिषेक यादव ने इस मामले का संज्ञान लेते हुए भाजपा के जिला मंत्री सुनील दर्शन के साथ दुर्व्यवहार करने वाले आरोपी आरक्षी सुनील त्यागी को निलंबित करते हुए उप निरीक्षक जयप्रकाश भास्कर को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करने का आदेश सुनाते हुए इन दोनों के खिलाफ प्रारंभिक जांच के आदेश दे दिए। जिसके बाद इस मामले का पटाक्षेप हो गया और भाजपा नेता सुनील दर्शन व अन्य नेतागण धरने से उठ गये।