राज्यमंत्री, राजस्व एवं बाढ नियंत्रण, विजय कश्यप ने लुहारी खुर्द में पोषण माह का शुभारम्भ किया

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सम्बन्धित विभाग पूर्ण मनोयोग के साथ कार्यक्रम को सफल बनाये, शिथिलता न बरती जाये,कुपोषित व अति कुपोषित बच्चो के प्रति न की जाये कोई लापरवाही : जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे



मुजफ्फरनगर । राज्य मंत्री राजस्व एवं बाढ नियंत्रण, विजय कश्यप ने आज चरथावल ब्लाॅक के ग्राम लुहारी खुर्द में पोषण अभियान के अन्तर्गत चलाये जा रहे पोषण माह का दीप प्रज्ववलन कर शुभारम्भ किया। उन्होने उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि यह योजना छोटे बच्चों, धात्री महिलाओ, कन्याओं के लिए अतयन्त लाभकारी है। इसका लाभ प्राप्त करे। उनहोने कहा कि सरकार छोटे बच्चे जो आगे देश का भविष्य है उनके पोषण का ध्यान रख रही है। उन्होने कहा कि यही वह बच्चे है जो आगे युवा बनेगे अगर युवा ही कमजोर होगा तो जनपद, प्रदेश व देश का भविष्य कैसा होगा। इसलिए हमें इस और बहुत ध्यान देने की आवश्यकता है। खासकर 6 माह के बाद के बच्चों पर। उन्होने कहा कि पोषण पोषाहार की व्यवस्था को अधिक से अधिक मजबूत किया जाये जिससे कि जनपद को कुपोषण मुक्त किया जाये।







विजय कश्यप ने कहा कि जनपद में कोई भी बच्चा अति कुपोषित नही रहना चाहिए। उसके खान-पान पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिएं। उन्होने कहा कि बच्चों,गर्भवती महिलाओ व धात्री महिलाओ चतुरंगी आहर दिया जाये। उनको दूध-दही विटामिन आदि दे तथा डाॅक्टर अति कुपोषित व कुपोषित बच्चों के इलाज पर विशेष ध्यान दे। उन्होने कहा कि अगर नीव ही खराब होगी तो अच्छी इमारत कभी खडी नही हो सकती इसलिए आवश्यकता है कि नीव रूपी बच्चों को आरम्भ से पोष्टिक आहार दिया जाये। उन्होने बताया कि यह अभियान पूरे जनपद प्रदेश व देश में चलाया जा रहा है।





इस अवसर पर मंत्री एवं जिलाधिकारी द्वारा 5 कन्याओं को स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया तथा महिलाओं की गोद भराई पर पौष्टिक आहार का वितरण व छोटे बच्चों को अपने हाथों से पुष्टाहार भी खिलाया गया








जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने कहा कि पोषण मिशन से सम्बन्धित कोई भी विभाग व अधिकारी अपने कार्य में कोई लापरवाही न करे। उनहोने बताया कि इस गांव में 58 बच्चें आंशिक कुपोषत की श्रेणी में है। पोषण अभियान के अन्तर्गत चलाये जा रहे पोषण माह का कार्य पूर्ण मनायेाग के साथ पूर्ण किया जाये। उन्होने कहा कि यह शासन व समाज के लिए महत्वपूर्ण योजना हैै। उन्होने कहा कि 6 माह के ऊपर के बच्चों की अधिक देखभाल की जाये। उन्होने कहा कि शासन द्वारा इसे कुपोषण का खत्म किये जाने के लिए चलाया जा रहा है। उन्होनेे कहा कि इस योजना का आत्मसात करे। सभी विभागों को अपनी अपनी भूमिका का पता होना चाहिए।उन्होने कहा कि गाव गाव जाकर लोगो को जागरूक किया जाये। उन्होने कहा कि जहां जहा कुपाषित बच्चे है, ऐसे स्थानों पर कारणों का पता लगाये जाये और उन कारणों को दूर करने के पूर्ण मनोयोग से प्रयास किया जाये तभी योजना का सफल क्रियान्वयन हो पायेगा।









जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने कहा कि इस योजना में स्वास्थ्य विभाग, पंचायतराज विभाग,खाद एवं रसद विभाग, शिक्षा विभाग आदि सम्बन्धित विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करे। बच्चों के सर्वागींण विकास में जीवन के पहले एक हजार दिनों का अत्यधिक महत्व होता है। प्रायः देखा जाता है कि बच्चों में कुपोषण की गम्भीरता 06 माह से 02 के मध्य तेजी से बढती है। जिसमें सुधार के लिये राष्ट्रीय स्तर पर पोषण माह का आयोजन किया जा रहा है। इस वर्ष पोषण माह की थीम-उपरी आहार रखी गयी है, जिसके अन्तर्गत 0 से 02 वर्ष तक के बच्चों में कुपोषण एवं बीमारी की रोक थाम हेतु जागरूक किया जायेगा। पोषण माह के दौरान प्रत्येक सप्ताह का दिनांक वार गतिविधि सम्बन्धी कलेण्डर जारी किया गया है, जिसके अनुसार माह सितम्बर के प्रथम सप्ताह को पुरूष भागीदारी सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा इसके अन्तर्गत 1 सितम्बर 2019 को सभी आंगनबाडी केन्द्रो का 0 से 05 वर्ष आयु के बच्चों का वजन लेते हुए ग्रोथ चार्ट में दर्ज किया जायेगा एवं वजन के अनुसार स्वास्थ्य/पोषण श्रेणी (लाल, पीली, हरी श्रेणी) का निर्धारण किया जायेगा इसके पश्चात् उपरी आहार के महत्व को आम जन तक पहुचाने हेतु सुपोषण दिवस का आयोजन किया जायेगा इसके अतिरिक्त प्रथम सप्ताह में पोषण वाटिका सुदृढीकरण, सुपोषण स्वास्थ्य मेंला, सुपोषण झांकी का आयोजन भी किया जायेगा एवं 7 सितम्बर को ग्राम स्वास्थ्य, स्वच्छता एवं पोषण दिवस के अवसर पर परिवार के सभी सदस्यों को सुपोषण शपथ भी दिलायी जायेगी। प्रथम सप्ताह में 05 तारीक को बचपन दिवस को बाल सुपोषण के उत्सव के रूप में मनाया जायेगा इस अवसर पर 06 माह से 06 वर्ष के बच्चों को आंगनबाडी केन्द्रो पर एक साथ समूह में बिठाकर खाना खिलाया जायेगा। इसके लिए माताये अपने घर से स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर लायेगी। द्वितीय सप्ताह को किशोरी सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा जिसके अन्तर्गत किशोरी दिवस, पोषण फेरी, रेसिपी प्रर्दशन/प्रतियोगिता, किशोरी प्रभा फेरी के साथ-साथ 13 सितम्बर को बाल सुपोषण उत्सव का आयोजन भी किया जायेगा। तृतीय सप्ताह को बाल सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा, जिसके अन्तर्गत ममता दिवस, पोषण फेरी, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण दिवस, ई0सी0सी0इ0 दिवस एवं अन्नप्राशन दिवस का आयोजन करते हुए 20 सितम्बर को बाल सुपोषण उत्सव के रूप में मनाया जायेगा चर्तुथ सप्ताह को माता सप्ताह के रूप में मनाया जायेगा जिसके अन्तर्गत मातृ समिति की बैठक, सास बहु बैठक, लाडली दिवस, सुपोषण गूंज एवं गोदभराई आदि गतिविधियो का आयोजन करते हुए 30 सितम्बर को बाल सुपोषण उत्सव के रूप में मनाया जायेगा।







इस अवसर पर प्रभारी मुख्य विकास अधिकारी महेन्द्र प्रसाद, सीएमओ पीएस मिश्रा, उप जिलाधिकारी सदर कुमार धमेन्द्र, डीपीआरओ, बीएसए, डीएसओ, जिला कृषि अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी वाणी वर्मा, ग्राम प्रधान सहित अन्य विभागों के अधिकारी सीडीपीओ व सुपरवाईजर उपस्थित रही।

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