जिला मुज़फ्फरनगर कैमिस्ट एसोसिएशन का विवाद

जिला मुज़फ्फरनगर कैमिस्ट एसोसिएशन का विवाद

मुजफ्फरनगर जिले के कैमिस्ट कारोबारियों से जुड़ी संस्था को लेकर विवाद की स्थिति बन चुकी है। एक दूसरे गुट के द्वारा रजिस्टर्ड संस्था के नाम का दुरूपयोग करते हुए कथित तौर पर अपने मनमाने ढंग से पदाधिकारियों का फर्जीवाडा कर शहर के प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग्स लगा दिये गये हैं। इस मामले में इस गुट के लोगों के खिलाफ रजिस्टर्ड संस्था के महामंत्री संजय गुप्ता ने संबंधित थाने के साथ ही डीएम और एसएसपी को शिकायत कर जांच और कार्यवाही की मांग की है। एसडीएम मुख्यालय द्वारा मामले की जांच की जा रही है, जिसमें खुद को चेयरमैन बताकर फर्जीवाडा करने वाले लोगों ने अपने पक्ष में कोई भी दस्तावेज एसडीएम को अभी तक उपलब्ध नहीं कराया गया है।






मुजफ्फरनगर में सबसे बड़े दवा बाजार के रूप में पहचान रखने वाले जिला परिषद् बाजार में कैमिस्ट कारोबारियों के द्वारा अपने संगठन रजिस्टर्ड कराये हुए हैं। इनमें जिला मुजफ्फरनगर कैमिस्ट एसोसिएशन के नाम से संस्था मनु फार्मा 103 एबीएसए कम्पाउंड जिला परिषद् मार्किट मुजफ्फरनगर के पते पर संजय गुप्ता के नाम रजिस्टर्ड है। संजय गुप्ता इस संस्था में जिला महामंत्री हैं। संजय गुप्ता ने बताया कि इस संस्था का रजिस्ट्रेशन वर्ष 1997 में हुआ था। संस्था में सात पदों के लिए कमेटी को रजिस्ट्रार चिट एवं फंड कार्यालय सहारनपुर द्वारा रजिस्टर्ड किया गया। इनमें चेयरमैन, अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महामंत्री, संगठन मंत्री, मंत्री और कोषाध्यक्ष के एकल पद शामिल हैं। सन 2017 से 2022 तक संस्था का रजिस्ट्रेशन महामंत्री संजय गुप्ता के पते पर ही रिनीवल है।




संजय गुप्ता ने बताया कि हमारी संस्था के नाम का दुरुपयोग करते हुए कुछ तथाकथित दवा व्यापारियों द्वारा मनमाने ढंग से पदाधिकारी नियुक्त करते हुए शहर में जिला परिषद् मार्किट, अग्रवाल मार्किट और शहर के अन्य प्रमुख स्थानों पर होर्डिंग्स लगवा लिये हैं। इनमें संस्था के तीन चेयरमैन दर्शाये गये हैं। संस्था मे जिला संयोजक एंव कार्यकारी अध्यक्ष का पद फर्जी तरीके दर्शाया गया है जो कि संस्था कि नियमावली के विरुद्ध है। उन्होंने बताया कि संस्था के नाम का दुरूपयोग करते हुए ये लोग एक साजिश के तहत पुलिस और प्रशासन पर प्रभाव बनाने का काम करते हैं। संस्था के प्रभावशाली पदों को लेकर इनके सहारे अनैतिक कार्यों में लिप्त हैं। संजय गुप्ता का आरोप है कि संस्था का गलत ढंग से प्रयोग कर रहे ये लोग आपराधिक और ब्लैममेलिंग किस्म के हैं। उन्होंने बताया कि संस्था को लेकर इनके खिलाफ हाईकोर्ट तक भी लड़ाई लड़ी गयी थी इसके बावजूद भी अब ये लोग संस्था का दुरूपयोग कर रहे हैं। इसके अतिरिक्त इस फर्जी संस्था मे चेयरमैन के पद पर दर्शाये गये बिजेंद्र शर्मा के विरुद्ध मुजफ्फरनगर कैमिस्ट एंड ड्रगिस्ट वैलफेयर एसोसिएशन के होर्डिंग तोड़ने के संबंध में थाना सिविल लाइन मे भी एक वाद दायर है, जिसकी जांच चल रही है बिजेंद्र शर्मा एवं दो अन्य के विरुद्ध एनसीआर भी दर्ज है, जिसकी कार्रवाई सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय में विचाराधीन है।






अब संजय गुप्ता ने इस फर्जी संस्था के खिलाफ डीएम और एसएसपी सहित थाना सिविल लाइन में तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है। संजय गुप्ता की शिकायत पर डीएम ने इस प्रकरण की जांच एसडीएम मुख्यालय अजय कुमार अम्बष्ट को सौंपी है। उन्होंने बताया कि जांच मिलने के बाद अजय अम्बष्ट ने उनको पूरे दस्तावेज के साथ बुलाया था, उन्होंने दस्तावेज एसडीएम को उपलब्ध करा दिये हैं। संजय गुप्ता का कहना है कि अपने आपको इस फर्जी संस्था के पदाधिकारियों द्वारा एसडीएम द्वारा दस्तावेज मांगने पर भी कोई साक्ष्य नहीं दिया गया है। उन्होंने जिला प्रशासन और एसएसपी से मांग की है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है, तब तक उक्त फर्जी संस्था द्वारा शहर के विभिन्न हिस्सों में लगवाये गये होर्डिंग्स को उतरवाया जाये और उक्त फर्जी संस्था के पदाधिकारीगण को यह सख् हिदायत दी जाये कि वह कहीं पर भी संस्था के नाम का फर्जी रूप से प्रयोग ना करे।

इस पूरे मामले की जांच कर रहे एसडीएम मुख्यालय अजय अम्बष्ट का कहना है कि दोनों पक्षों से दस्तावेज मांगे गए है। संजय गुप्ता पक्ष ने कुछ कागज दिए है दूसरे पक्ष से अभी कुछ कागज नही मिले है। एक दो दिन में जांच पूरी कर ली जाएगी। उसके बाद ही तय हो पायेगा कि कौन सही है और कौन गलत।

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