हत्यारोपी को गिरफ्तार कर 24 घंटे से पहले उठाया वारदात से पर्दा

मुजफ्फरनगर। रेलवे लाइन पर मिली युवक की लाश गांव लछेड़ा के 34 वर्षीय मीनू की थी और उसकी हत्या छेड़छाड़ के मामले को लेकर की गई थी। हत्यारोपियों को महज 23 घंटे के भीतर गिरफ्तार करते हुए मीनू की हत्या के कारणों पर पड़े रहस्य के पर्दे को पुलिस ने उजागर कर दिया है। पुलिस ने गिरफ्तार किए गए आरोपी को जेल भेज दिया है।
रविवार को जनपद के थाना मंसूरपुर प्रभारी कुशल पाल सिंह ने बताया है कि इसी माह की 26 अगस्त को थाना मंसूरपुर क्षेत्र के डेडीकेटेड रेलवे कॉरिडोर के पास ग्राम लछेडा में 34 वर्षीय युवक मीनू पुत्र रतन सिंह की चाकुओं से गोदकर हत्या की गई थी। घटना के बाद मृतक के पिता रतन सिंह पुत्र जगबीर सिंह ने थाने पर तहरीर देते हुए बताया था कि गांव के ही अरुण पुत्र ईश्वर बाल्मीकि और जितेंद्र उर्फ जीतू उर्फ जीता पुत्र नरेश निवासी ग्राम बेहटा हाजीपुर थाना लोनी जनपद गाजियाबाद ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके पुत्र मीनू की हत्या कर दी है। रतन सिंह का आरोप था कि हत्या आरोपियों ने मीनू के शव की शिनाख्त खत्म करने के लिए उसको जलाने का भी प्रयास किया और रेलवे लाइन पर उसके शव को रख दिया। मृतक मीनू का मोबाइल फोन और उसकी बाइक भी हत्यारोपी लूट कर ले गए थे।
उन्होंने बताया कि वारदात में शामिल अरुण व जीतू उर्फ जीता उर्फ जितेंद्र को रविवार को पुरबालियान मौलाखेड़ी रोड से तकरीबन 11.00 बजे गिरफ्तार किया गया है। दोनों के कब्जे से मीनू की हत्या में प्रयुक्त एक छुरा बरामद हुआ है। मृतक मीनू का मोबाइल फोन व बाइक भी हत्यारोंपियो के कब्जे से बरामद कर ली है। थाना प्रभारी ने बताया कि पूछताछ किए जाने पर हत्यारोपिओं ने बताया है कि मृतक मीनू द्वारा अरुण की बहन को पिछले काफी समय से आते जाते वक्त परेशान किया जा रहा था। मृतक मीनू उसकी बहन के साथ छेड़छाड़ भी करता था। इसलिए मीनू की हत्या की गई थी। थाना प्रभारी ने बताया है कि पकड़े गए दोनों आरोपी शातिर किस्म के अपराधी हैं। उनको गिरफ्तार करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक कुशल पाल सिंह के अलावा निरीक्षक विजय बहादुर सिंह, एसएसआई सत्येंद्र सिंह, कांस्टेबल सचिन मोरल और सोवीर सिंह शामिल रहे। गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों को पुलिस ने जेल भेज दिया है।

