मोहर्रम के जुलूस में पैगाम इंसानियत ने की खिदमत

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मुजफ्फरनगर । चांद की सात तारीख यानि सात मोहर्रम के दिन शिया सोगवारो द्वारा निकाले गए मातमी जुलूस में सामाजिक संस्था पैगाम-ए-इंसानियत ने कैम्प लगाकर दूध रूहअफज़ा पिलाया।






जैसा कि सभी जानते हैं की मुस्लिम कैलेंडर के अनुसार यह महीना मोहर्रम का महीना कहलाता है इस महीने में हजरत मोहम्मद के नाती हजरत इमाम हुसैन अपने साथियों के साथ कर्बला के मैदान में निरंकुश व अत्याचारी शासक यज़ीद की मानवता व इस्लाम के विरूद्ध दमनात्मक नीतियों के विरोध जंग करते हुए शहीद हुए थे जिनकी याद में शोक मनाते हुए शिया समुदाय के लोग मोहर्रम को ग़म के महीने के रूप में मनाते हैं तथा मातम करते हैं यह ख़ासकर मोहर्रम की 1 तारीख से 10 तारीख तक मनाया जाता है शिया समुदाय के लोग इन दिनों में छोटे-छोटे जुलूस और 10 मोहर्रम को एक बड़े जुलूस के रूप में अपने ताज़िये शहर के बाहर स्थित कर्बला मे दफन करते हैं





इसी क्रम मे हिंदू मुस्लिम एकता वह भाईचारे के लिए काम करने वाली संस्था पैग़ाम-ए-इंसानियत ने मुहर्रम के जुलूस के रास्ते मे कैंप लगाकर शिया सोगवारो को दूध व रूह अफज़ा वितरित किया कर खिदमत की।







इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष आसिफ राही,दिलशाद पहलवान,हाजी मौ नईम,नूर ईलाही,काज़ी मौ अली अल्वी,नौशाद कुरैशी सभासद,अमीर आज़म कल्लू,फैज़ान अंसारी,दिलशाद अंसारी,आदि मौजूद रहे ।

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