दगा दे गई दानिश की किस्मत मगर झोली में है अब भी 4 फिल्में

मुजफ्फरनगर। अपनी सुर लहरियों से सबको दीवाना बनाने वाले मुजफ्फरनगर के मौहम्मद दानिश ने एक बार फिर सबका दिल जीत लिया है। रविवार 15 अगस्त को इंडियन आइडल-12 के करीब 12 घंटे चले रंगारंग फाइनल कार्यक्रम में हालांकि वह विजेता तो नहीं बन सके लेकिन मंच पर दानिश के कंठ से सुरों की ऐसी धारा बही कि कार्यक्रम में मौजूद दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से लगातार उनका उत्साहवर्धन किया। प्रस्तुति के दौरान द ग्रेट खली के साथ दानिश की मस्ती और विशेष मेहमानों में शामिल उनके माता पिता के आशीर्वाद से फाइनल तक पहुंचने की उनकी राह आसान हुई, उन्होंने चौथा स्थान हासिल किया।
दानिश का सपना देश का बड़ा और लोकप्रिय प्ले बैक सिंगर बनने का है। दानिश का एकमात्र उद्देश्य अपनी गायकी से मुजफ्फरनगर को गौरवान्वित करना है। भविष्य के लिए भी वह गंभीरता के साथ अपने गायन की तैयारी कर रहे हैं। मौजूदा समय में बड़े बैनर की चार फिल्मों के लिए उनके कई गाने रिकार्ड हो चुके हैं।
देखा जाये तो संगीत की दुनिया में दानिश की एंट्री वर्ष 2012 में जीटीवी के संगीत और गायन के कार्यक्रम सारेगामापा से हुई थी। इस कार्यक्रम के मेगा आडिशन तक का सफर पूरा करने के बाद दानिश छोटी उमर के चलते पिछड़ गए थे। लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं छोड़ी और पीटीसी चैनल के वाइस आफ पंजाब के शुरूआती दौर में अपनी जोरदार आवाज के दम पर ग्रांड फिनाले तक पहुंचे। इसके साथ ही एंड टीवी के दी वाइस इंडिया सीजन-2 के कार्यक्रमों में भी दानिश ने अपनी सुरलहरियों से सबको झुमाया।
मुजफ्फरनगर के मौहल्ला लद्धावाला निवासी डा. शाहनवाज के पुत्र मौ. दानिश को गायकी विरासत में मिली है।
दानिश आज जो कुछ भी हैं, उसका श्रेय वह अपने दादा अफजाल खां, इकबाल खां तथा कैराना घराने से ताल्लुक रखने वाले उस्ताद इरशाद अहमद वारसी को देते हैं। उन्होंने ही दानिश को गायकी के गुर सिखाए तथा घंटों रियाज कराकर इस काबिल बनाया कि वह आज अपने सुरों से राष्ट्रीय मंचों पर अपनी आवाज का जादू बिखेरते हुए प्रशंसा बटोर रहे हैं।
कैराना घराने के उस्ताद अफजाल खां के पौत्र दानिश ने मुजफ्फरनगर के इस्लामिया इंटर कालेज से प्रारंभिक शिक्षा ग्रहण कर सुरों के साथ अठखेलियां शुरू की थी। कड़ा परिश्रम और निरंतर रियाज कर दानिश ने आवाज की दुनिया में अपना सिक्का जमाया। करीब आठ माह पूर्व सोनी टीवी ने इंडियन आइडल के लिए डिजीटल आडिशन लिया था। दानिश ने आडिशन में कामयाबी हासिल की और अपनी दिलकश आवाज के बल पर वह टॉप-6 में जा पहुंचे और चौथे स्थान पर रहे।
रविवार रात बिखरा ग्रैंड फिनाले का जादू एक के बाद एक शानदार प्रस्तुति के बल पर और दर्शकों से मिले सपोर्ट व प्रोत्साहन से दानिश फाइनल तक पहुंचे। रविवार रात सोनी टीवी पर प्रसारित हुए इंडियन आइडल सीजन-12 के ग्रैंड फिनाले में दानिश ने कई दिलकश प्रस्तुति दी। उन्होंने जब रेसलर खली के समक्ष फिल्म पद्मावत का गीत खली बली हो गया है दिल गाया तो मंच पर मौजूद जज ने भी अपने स्थान पर खड़े होकर दानिश का उत्साह बढ़ाया। दानिश का प्रदर्शन देखने के लिए मुजफ्फरनगर में तमाम लोग देर रात तक टीवी से चिपके रहे।