नेता-चैनल बन गए जज

नेता-चैनल बन गए जज

मुंबई। बाॅलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस एक मिस्ट्री बनाता जा रहा है। हर पल इस केस में नए खुलासे हो रहे हैं। अब तक इस केस में 40 से ज्यादा लोगों से पूछताछ हो चुकी है। वहीं लगातार सीबीआई जांच की मांग के बाद अब ये केस आखिरकार सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया है। अब इस केस की बागडोर पूरी तरह से सीबीआई के हाथ में है। राजपूत सुसाइड केस को दो महीने हो गए है इतने से वक्त में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। शुरू-शुरू में तो सभी ने डिप्रेशन पर खूब बात की, फिर नेपोटिज्म की बहस फिर प्यार में धोखा की खबर और रिया चक्रवर्ती बन गई विष कन्या। इस खबर पर अभी भी दिन-रात टीवी पर टीआरपी का खेल खेला जा रहा है। पूरा देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है, देश एक अभूतपूर्व आर्थिक मंदी की तरफ जाता दिखाई दे रहा है, एक सूबे में सरकार गिर गई तो वहां बिना कैबिनेट के सरकार चली जो एक तरह का रिकाॅर्ड है, असम-बिहार समेत कई राज्यों में बाढ़ आई है, चार राज्यों में राजनैतिक संकट मुद्दा नहीं है, छात्र परीक्षा के लिए परेशान हो रहे हैं ये भी मुद्दा नहीं है, विश्वविद्यालय नहीं खुल रहे हैं मुद्दा नहीं है। प्राइवेट स्कूलों और सरकारी स्कूलों में कोरोना के कारण शिक्षा का क्या हाल है? फीस के लिए स्कूल कैसे अभिभावकों को परेशान कर रहे हैं मुद्दा नहीं है। नई शिक्षा नीति आई उसमें क्या अच्छा है क्या नहीं अच्छा है मुद्दा नहीं है। अस्पतालों में मरीज और डाॅक्टर किन-किन तरह के मुसीबतों से दो-चार हो रहे हैं मुद्दा नहीं है? तो मुद्दा क्या है? मुद्दा है एक ऐसी प्रेमिका जिसके प्रमी की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। हम बात कर रहे हैं रिया चक्रवर्ती की। बिहार सरकार के मंत्री महेश्वर हजारी का एक बयान है जिसमें उन्होंने रिया चक्रवर्ती को सुपारी किलर करार देते हुए बॉलीवुड की विषकन्या तक कह दिया है। महेश्वर हजारी ने कहा कि वो अपनी महत्वाकांक्षा के लिए आगे न जाने और कितने ही लोगों की जान ले लेगी। ऐसी 'सुपारी किलर' पर जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए। कुछ दिनों पहले रिया चक्रवर्ती ने अपना एक वीडियो बयान जारी कर कहा था कि इलेक्ट्रॉनिक मीडिया उन्हें अपमानित और कठघरे में खड़ा कर रहा है। चाहे आप इन आरोपों के प्रति कुछ भी विचार रखते हों परंतु इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि रिया के लिए बेहद डरावनी स्थितियां हैं। यह बात ठीक है कि सुशांत के पिता ने एफआईआर दर्ज कराई है जिसमें उन्होंने रिया चक्रवर्ती के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं, परंतु अभी यह केवल आरोप हैं। जांच होनी अभी बाकी है।

हर रोज जब अखबार में सबसे महत्वपूर्ण और बड़ी खबर चुनने की बारी आती है तो देखा जाता है कि कौन सी खबर वाकई में महत्वपूर्ण है और आम जनता के सरोकारों से जुड़ी है, लेकिन लगता है इलेक्ट्रॉनिक मीडिया इस तरह से काम नहीं करता। पिछले कुछ समय से न्यूज चैनलों में जिन खबरों पर दिन-रात बहस हो रही है तो विष कन्या बनी रिया चक्रवर्ती। हुक्मबाज गर्लफ्रेंड, जिसने कथित तौर पर एक 34 वर्ष के आदमी को उसके अपने ही घर में कैद कर दिया। एंकर की सनसनी वाली आवाज और झटकेदार फ्लैश से हमें बताया गया कि सुशांत की मौत के लिए बॉलीवुड के गैंग, कैंप और माफिया नहीं बल्कि उनकी गर्लफ्रेंड जिम्मेदार है। महाखुलासा... सुशांत के साथ मारपीट करती थीं रिया। सुशांत के साथ रिया ने क्या क्या किया जानकर रो पड़ेंगे आप। लव पैसा और धोखा। आखिर किसे बचाने के लिए रिया ने सुशांत को मारा। आदित्य ठाकरे से है रिया का कनेक्शन। रिया सुशांत पर कर रही थी काला जादू। सुशांत को प्यार ने मारा। रिया की अब खैर नहीं। अब आ गई सीबीआई करेगी दूध का दूध और पानी का पानी। सीबीआई आएगी रिया पकड़ी जाएगी। एक मामला जो महाराष्ट्र और बिहार पुलिस के जांच का क्षेत्र था, दर्शकों की संख्या बढ़ाने के लिए एक वीभत्स वाकयुद्ध बन गया है। यह उल्टी दौड़, दर्शकों को खबर देने की बजाय लोगों से जुड़ी व्यक्तिगत और अश्लील बातें बताने तक सिमट गई है। हमेशा की तरह खबरें हार गई हैं भले ही टीआरपी रेटिंग जीत गई हो। एक सच यह भी है कि भारत की नई शिक्षा नीति पर हुए विमर्शों को आप अपनी उंगलियों पर गिन सकते हैं। उंगलियां ज्यादा हो जाएंगी, बहस कम पड़ जाएगी।

रिया पर एक आरोप लगा है कि उन्होंने सुशांत को सुसाइड के लिए उकसाया था तो सबसे पहले समझ लेते हैं कि ये उकसाना क्या होता है। आत्महत्या के लिए उकसाने के जुर्म में आईपीसी की धारा 306 लगती है। सुशांत सिंह राजपूत के पिता केके सिंह ने पटना में रिया चक्रवर्ती समेत छह लोगों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की एफआईआर दर्ज कराई है। इसके बाद राजीव नगर पुलिस थाने में आईपीसी की धारा 306, 341, 342, 380, 406 और 420 के तहत एफआईआर दर्ज हो गई। इससे यह मामला और ज्यादा पेचीदा हो गया। सवाल उठ रहे हैं कि क्या वाकई में रिया ने सुशांत को आत्महत्या के लिए उकसाया? यह जांच का विषय है और पुलिस इसका जवाब तलाश रही है, लेकिन किसी के आत्महत्या करने पर उसे उकसाने का आरोप कैसे साबित होता है और इसमें सजा कितनी है? आईपीसी की धारा 306 के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति आत्महत्या करता है और उसे किसी ने इसके लिए दुष्प्रेरित किया/उकसाया है तो उसे दंडित किया जा सकता है। इसका अपराध सिद्ध होने पर दस साल की जेल और जुर्माना हो सकता है। यह एक संज्ञेय (कॉग्निजेबल), गैर-जमानती और नॉन-कम्पाउंडेबल (समझौता नहीं हो सकता) अपराध है।

ऐसे में एक और सवाल उठता है कि क्या आत्महत्या के लिए उकसाना भी हत्या है? नहीं। खुदकुशी के लिए उकसाने वाले को कातिल नहीं कहा जा सकता ये मैं नहीं कह रही बल्कि सुप्रीम कोर्ट ने 1997 में एक फैसले में कहा था कि भले ही आरोपी की मंशा किसी व्यक्ति को आत्महत्या के लिए उकसाने की हो, इसे हत्या नहीं माना जा सकता। भले ही दोनों मामलों में मंशा एक ही है कि उस व्यक्ति की मौत होना चाहिए। हालांकि, दोनों अलग-अलग अपराध माने जाएंगे। इसे हत्या नहीं माना जाएगा। आत्महत्या के लिए उकसाने के किसी भी मामले में दो फैक्टर जरूरी है। पहला यह कि किसी ने आत्महत्या की हो और दूसरा, किसी ने मंशा के तहत उसे आत्महत्या के लिए उकसाया है। यहां सुशांत ने आत्महत्या की है। लिहाजा पहला फैक्टर सही है लेकिन, दूसरे फैक्टर के तहत यह साबित करना जरूरी है कि रिया ने ही सुशांत को ऐसा करने के लिए उकसाया। कोर्ट तथ्यों की जांच करेगा और देखेगा कि रिया की मंशा क्या थी? क्या वह चाहती थी कि सुशांत आत्महत्या कर लें। यदि ऐसा नहीं हुआ तो उसे दोषी नहीं माना जाएगा लेकिन ये सब कहां तय होगा तो जवाब है कोर्ट में, माननीय न्यायाधीश सबूत, गवाहों और जांच के बाद तय करेंगे कि गुनाहगार कौन है न कि सोशल मीडिया पर और न ही टीवी चैनलों के डिबेट में। इस मामले में राजनीति भी खूब देखने को मिली जब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश को बाढ़ और कोरोना पर बयान के लिए खोजा जा रहा था तब उन्होंने कुछ नहीं कहा और अब सुशांत के परिवार को न्याय का भरोसा देना लगता है कोरोना और बाढ़ से भी कहीं ज्यादा बड़ा मुद्दा है। हां, ये भी मुद्दा है न्याय मिलना चाहिए लेकिन सक्रियता कहां है हमें ये भी देखना होगा।

रिया को लगातार रेप और जान से मार डालने की धमकियां मिल रही हैं। रिया पर आरोप चाहे सुशांत के परिवार की ओर से आ रहे हो यह पाॅपकोर्न लेकर मजा ले रहे आम लोगों की ओर से लेकिन हमें नहीं भूलना चाहिए कि ये सिर्फ आरोप हैं अभी सच बाहर आना बाकी है। इतना ही नहीं रिया के बंगाली होने की वजह से हैं सोशल मीडिया पर अन्य बंगाली लड़कियों पर निशाना साधा जा रहा है। बहुत सी बंगाली बालाओं ने सोशल नेटवर्किंग साइटों पर अनजान लोगों द्वारा उन्हें पिछले एक हफ्ते से ट्रोल किए जाने की शिकायत की है। इस बाबत पश्चिम बंगाल महिला आयोग की तरफ से इसकी शिकायत किए जाने के बाद साइबर सेल ने मामलों की जांच शुरू कर दी है।

जहां सुशांत की मौत के बाद मेंटल हेल्थ पर खूब बात हुई ऐसे में बिना सच जाने किसी को प्रताड़ित करना मेंटल इल्नेस का सबूत देता है। रिया गुनाहगार हैं तो उन्हें सजा जरूर मिलनी चाहिए और बेगुनाही भी कोर्ट में साबित होगी यह काम हम और आप नहीं कर सकते। ऐसे में यह नहीं भूलना चाहिए कि अगर कल को कोई ऊँच नीच हो गई तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? किस पर उकसाने और प्रताड़ित करने का आरोप लगेगा? और फिर किस तरह की बहस की जाएगी।

(नाज़नींन-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

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