नृशंस मानसिकता बदलने की जरूरत

नृशंस मानसिकता बदलने की जरूरत

लखनऊ। झारखंड के दुमका की एक नृशंस वारदात ने एक बार फिर पूरे देश को भीतर तक झकझोर दिया है। कथित एकतरफा प्यार के चक्कर में 23 साल के एक लड़के ने 17 साल की एक नाबालिग होनहार लड़की अंकिता पर पेट्रोल डालकर उसे आग लगा दी। पांच दिन जिंदगी और मौत से चली जंग के बाद लड़की की मौत हो गई है। घटना को लेकर झारखंड के कई जिलों में विरोध प्रदर्शन जारी है।देश भर में लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। तीन दिन से दुमका में तमाम बाजार बंद है। लोग हत्यारे लवजेहादी को फांसी देने की मांग कर रहे हैं लेकिन हत्यारा पुलिस कस्टडी में भी मुस्करा रहा था। इस विद्रूप हंसी को रोकना जरूरी है।

घटना क्रम के अनुसार नाबालिग छात्रा अंकिता को पिछले दो साल से उस के पडोस में रहने वाला 23साल का मुस्लिम युवक आए दिन परेशान करता था। वह एक तरफा प्यार का इजहार कर चुका था अंकिता के इंकार से नाराज था। इसी 22 अगस्त को शाहरुख ने अंकिता को कहीं से मोबाइल नंबर जुटा कर काल किया था और उस पर अंकिता ने जवाब नहीं दिया। 23 अगस्त को ही शाहरुख अलसुबह अंकिता के घर पहुंच गया। खिड़की तोड़ी और उस पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी। अंकिता के घरवालों ने चीख सुनी तो उस पर पानी डाला, कंबल में लपेटा मगर आग नहीं बुझी. अंकिता को दुमका मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया. यहां पुलिस ने अंकिता का बयान लिया और शाहरुख की तलाश शुरू की। शाहरुख और उसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है। मौत से ठीक पहले 12 वी में पढ़ने वाली अंकिता ने आपबीती बयान की। उसका एक वीडियो सामने आया, जिसमें अंकिता ने कहा कि आरोपी शाहरूख सुबह पांच बजे मुझे मारने पेट्रोल का केन लेकर मेरे घर आया था। अंकिता ने कहा.. जैसे मैं तड़प रही हूं, वैसी ही मौत उसे भी मिलनी चाहिए।

अंकिता का वायरल वीडियो उसके साथ किए गए पाशविक व्यवहार को चीख-चीख कर बयान करता है। वीडियो में अंकिता ने मरने से पहले अपील की थी कि उसके गुनाहगार को कड़ी से कड़ी सजा मिले। अंकिता ने अपने साथ हुए हादसे को एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट चंद्रजीत सिंह और एसडीपीओ नूर मुस्तफा के सामने बताया है। उसने आरोपियों का नाम भी लिया है। साथ ही उसने प्रशासन से अपील की है कि जिस तरह से तड़पते हुए वो मर रही है। उसी तरह से उसके गुनाहगारों को भी मौत की सजा दी जाए। उसने बताया कि घटना 23 अगस्त की सुबह पांच बजे के आसपास की है। मैं अपने कमरे में सो रही थी, अचानक कमरे की खिड़की के पास आग की लपटें देखकर मैं डर गई। जब मैंने खिड़की खोली तब देखा कि मोहल्ले का शाहरुख हुसैन हाथ में पेट्रोल का कैन लिये मेरे घर की तरफ से भाग रहा था। तब तक आग मेरे शरीर में भी लग चुकी थी और मुझे काफी जलन सी महसूस हो रही थी।

अंकिता ने बताया, मैं सिर्फ यही देख पाई कि ब्लू टीशर्ट पहने, हाथ में पेट्रोल की कैन लिए शाहरुख भाग रहा था। ये वही शाहरुख था जो पिछले 10-15 दिन से मुझे परेशान कर रहा था। मोहल्ले में उसे आवारा किस्म के लड़के के रूप में सब जानते थे। उसका काम सिर्फ लड़कियों को परेशान करना और उन्हें अपने झांसे में लेकर इधर-उधर घुमाना था। पिछले दस-पंद्रह दिन से वह मेरा पीछा कर रहा था। जब भी मैं स्कूल या ट्यूशन के लिए जाती, वह मेरा पीछा करता। हालांकि, मैंने कभी उसकी हरकतों को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन उसने कहीं से मेरे मोबाइल का नम्बर जुगाड़ लिया था। उसके बाद अक्सर मुझे फोन करके मुझसे दोस्ती करने का दबाव बनाने लगा।

अंकिता के मुताबिक, शाहरुख ने धमकी भी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे और मेरे परिवार वालों को मार देगा। मुझे उसकी हरकतों का अंदेशा तो था, लेकिन यह नहीं समझ पाई कि मेरे साथ ऐसा होगा। 22 अगस्त की रात उसने मुझे धमकी दी थी कि अगर मैं उसकी बात नहीं मानूंगी तो वह मुझे मारेगा। मैंने पापा को यह बात बताई तो उन्होंने कहा कि सुबह होने के बाद इस मामले का हल निकाला जाएगा।

17 साल की अंकिता सिंह गर्ल्स हाई स्कूल में पढ़ती थीं। वह 12वीं की छात्रा थी। वह घर पर ट्यूशन भी पढ़ाती थीं। अंकिता की मां की डेढ़ साल पहले ही कैंसर से मौत हो चुकी थी।उसके परिवार में अब पिता, दादी-दादा और एक बहन और एक भाई थे। घर की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी इसलिए अंकिता जल्द से जल्द अपनी पढ़ाई पूरी कर आजीविका के लिए कोई नौकरी करना चाहती थीं। शाहरुख अंकिता सिंह के पड़ोस में ही रहता था और उसे अपने प्यार का इजहार कर चुका था मगर अंकिता ने इस पर इनकार कर दिया था। बताया जाता है कि वह काफी दिनों से लगातार अंकिता को परेशान कर रहा था। अंकिता ने अपने बयान में भी यह कहा था कि वह उसे कई बार जान से मारने की धमकी दे चुका था।राजमिस्त्री का काम करने वाले शाहरुख ने अंकिता की जान लेने की ठान ली और सोती हुई अंकिता के कमरे में पैट्रोल फेंक कर आग लगा दी । पांच दिन मौत से जूझने के बाद 27 अगस्त को अंकिता की मृत्यु हो गई।

अंकिता के हत्या का आरोपी शाहरुख को जब पुलिस जेल ले जाने के लिए गाड़ी में बैठा रही थी तो वह शातिराना ढंग से मुस्कुराता नजर आ रहा था। इस तस्वीर के सामने आने के बाद लोगों का गुस्सा और भड़क गया।राज्य ही नहीं देश भर से लोगों ने अंकिता को न्याय देने और लवजेहादी शाहरुख को फांसी की सजा सुनिश्चित करने की मांग की गई है।

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा है कि हिंदू समाज को आत्मरक्षा के लिए मजबूर मत करो नहीं तो इसके गंभीर परिणाम होंगे। उन्होंने कहा कि एक तरफ इस्लामी जिहादी सर तन से जुदा के नारे के साथ मुस्लिम युवा को भड़का कर समाज पर प्रहार के लिए उकसा रहे हैं तो दूसरी ओर एक गैंग हिंदू बेटियों के चीरहरण पर उतारू हैं।उन्होंने कहा कि जिहादी मानसिकता के लोग झारखंड में लव जिहाद को बढ़ावा दे रहे हैं।

बहरहाल, इसे साम्प्रदायिक नजरिए से न देखकर अपराध की मानसिकता से देखा जाना चाहिए। इस नृशंस मानसिकता को बदने की जरूरत है अगर ऐसा नहीं हुआ तो एकतरफा प्यार के खिलाफ आवाज उठाने वाली प्रतिरोध करने वाली लड़कियों को अंकिता की तरह कभी जिंदा जला दिया, तो कभी फरीदाबाद हरियाणा की होनहार छात्रा को लवजेहादी ने चाकू घोंप कर मार डाला, बरेली की गायिका लकी सक्सेना लव जेहादी के चक्कर में फंसने के बाद फांसी लगाकर मर गई, कर्नाटक के उडुपी में लवजेहादी अजीज के उत्पीड़न के कारण शिल्पा देवाडिगा ने सुसाइड कर लिया, गाजियाबाद की सिख लड़की नैना को भी लव जेहादी शाहरुख ने चाकू मारकर कत्ल कर दिया था। कई मामलों में तेजाब डाल कर जला दिया जाता है तो कभी बीच सड़क पर सनकी जेहादी चाकू घोप कर बच्चियों की जान ले लेते हैं। आखिर यह सिलसिला कब तक चलेगा? केंद्र और राज्य सरकार को इस तरह की वारदातों पर रोक लगाने के लिए सख्त से सख्त कार्यवाही करनी चाहिए ताकि फिर कोई शाहरुख किसी अंकिता को जिंदा न जला सके। (हिफी)

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

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