प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज-अन्नदाताओं के सिर फूटे

प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस का लाठीचार्ज-अन्नदाताओं के सिर फूटे

करनाल। नये कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। जमकर भांजी गई लाठियों की चपेट में आकर कई अन्नदाताआंे के फिर फूट गए और खून का फव्वारा बह निकला। पुलिस की इस दमनात्मक कार्रवाई से बचने के लिए किसानों ने खेतों में घुसकर अपनी जान बचाई। बाद में किसानों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज से गुस्साए किसानों ने भारी संख्या में जमा होते हुए जगह जगह सड़कों पर जाम लगा दिया। किसानों का हुजूम जुटने से बैकफुट पर आई पुलिस ने वाहनों को डायवर्ट करते हुए वैकल्पिक मार्गाे से निकाला।

शनिवार को नए कृषि कानूनों के विरोध में आंदोलन कर रहे किसानों ने प्रदर्शन करते हुए भाजपा नेताओं को रोकने की कोशिश की। करनाल में घरौंडा के पास बसताड़ा टोल प्लाजा पर भाजपा नेताओं का विरोध करते हुए प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। यहां पर किसानों ने टोल की दो-दो क्रासिंग छोड़कर बाकी रास्तों को बंद कर दिया था। पुलिस के लाठीचार्ज में कई किसानों के सिर फूट गए और और उनके सिर से खून की धारा बह निकली। पुलिस की दमनात्मक कार्रवाई से बचने के लिए किसान खेतों के भीतर घुस गए और जंगल के रास्ते इधर-उधर होकर अपनी जान बचा पाये। बाद में किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी के आह्वान पर इकट्ठा हुए किसानों ने हिसार-दिल्ली हाईवे पर रामायण टोल प्लाजा पर जाम लगा दिया। इससे हाइवे पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई। बैकफुट पर आई पुलिस ने वाहनों को खरड़ और रामायण की तरफ डायवर्ट करते हुए निकालना शुरू कर दिया। उधर करनाल में जिंद चौक, बसताड़ा टोल, निशिंग और जलमाना गांव में लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने जाम लगा दिया। रोहतक में मकडौली टोल पर भी किसानों ने जाम लगाकर पुलिसिया दमन पर अपना गहरा रोष जताया। नरवाना में बदोवाल टोल प्लाजा भी किसानों ने पुलिस के लाठीचार्ज से गुस्साकर जाम कर दिया। कैथल के एनएच-152 पर भी किसानों ने जाम लगाते हुए प्रदर्शन किया। इसके अलावा हरियाणा के कई अन्य स्थानों पर भी किसानों की ओर से जाम लगाया गया है।





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