10.5 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है अत्याधुनिक ड्रग वेयर हाउस: राणा

10.5 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है अत्याधुनिक ड्रग वेयर हाउस: राणा

शामली। उत्तर प्रदेश के गन्ना एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा ने कहा है कि शामली में 10.5 करोड़ की लागत से ड्रग वेयर हाउस बनाया जा रहा है जिससे यहां सभी प्रकार की दवाइयों की उपलब्धता शत प्रतिशत होगी।


मंत्री सुरेश राणा ने शनिवार को यहां संयुक्त जिला चिकित्सालय में बनाए गए एल-वन एल-टू चिकित्सालय में की गई व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा शामली में 10.5 करोड़ की लागत से ड्रग वेयर हाउस बनाया जा रहा है जिससे यहां सभी प्रकार की दवाइयों की उपलब्धता शत प्रतिशत होगी।


उन्होंंने कहा कि जिले में आकस्मिक सेवाओं के लिए ट्रामा सेंटर भी बनाया जाएगा। जिसमे सभी मानकों के अनुरूप चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होगी । जिला चिकित्सालय मेट्रो सिटी से कम नहीं होगा। जल्द ही और डॉक्टर की उपलब्धता होगी और चिकित्सालय में हर वार्ड की व्यवस्था प्राइवेट वार्ड जैसी होगी।

मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि शामली अत्याधुनिक चीजों की तरफ बढ़ रहा है जिससे आने वाले समय में यह एक बेहतर जिला होगा। उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय सभी कार्य दुरुस्त हो गए हैं। मुख्यमंत्री अक्टूबर के पहले सप्ताह में इसका लोकार्पण कर सकते हैं।

मंत्री सुरेश राणा ने एल01एल02 चिकित्सालय समेत सभी व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और मुख्य चिकित्साधिकारी से जानकारी ली। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि एल01 एवं एल02 चिकित्सालय में बनाए गए महिला वार्ड एवं पुरुष वार्ड में प्रत्येक बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। जिला चिकित्सालय में अब डॉक्टरों को भी नियुक्ति कर दी गयी है। धीरे-धीरे डॉक्टरों की संख्या बढ़ाई जा रही है।

मंत्री सुरेश राणा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं को बहुत तेजी के साथ आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 70 सालों में जहां पूरे प्रदेश के अंदर 12 मेडिकल कॉलेज स्थापित थे वहां वर्तमान सरकार ने अपने कार्यकाल में अब तक तीन दर्जन मेडिकल कॉलेजों पर काम किया है। इसके अलावा उन्होंने बताया स्वास्थ्य सेवाओं के चलते प्रदेश सरकार द्वारा जिला स्तर पर टूटी फूटी लचर सेवाओं को भी दुरुस्त करने का काम किया है। उसी का परिणाम है कि आज शामली में तमाम सुविधाओं से युक्त जिला चिकित्सालय बनकर तैयार हो गया है जिसमें एल01एल02 दोनों में 100-100 बेड की व्यवस्था की गई है। सभी पर ऑक्सीजन की सुविधा की गई है। इसके अलावा 54 बेड पर सीधे ऑक्सीजन की व्यवस्था की गई है।

उन्होंने कहा कि जिला चिकित्सालय में समय-समय पर जरूरत पड़ने पर प्राइवेट डॉक्टरों की भी सेवाएं ली जा सकेगी। उन्होंने चिकित्सालय में आईसीयू का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि आईसीयू में 14 वेंटीलेटर स्थापित है। सभी पर ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था पर्याप्त रूप से की गई है।

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