स्मार्ट क्लासेस के माध्यम से बच्चों को शिक्षा देने का है प्रयासः द्विवेदी

स्मार्ट क्लासेस के माध्यम से बच्चों को शिक्षा देने का है प्रयासः द्विवेदी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डाॅ. सतीश चन्द्र द्विवेदी ने कहा कि लगभग 24 करोड़ की जनता वाले उत्तर प्रदेश में 1 लाख 58 हजार 631 विद्यालय हैं। बहुत सारे विद्यालयों का संविलयन किया जा रहा है, जिसके चलते यह संख्या बहुत कम लग रही होगी। लगभग 6 लाख शिक्षक, शिक्षिकाएं, शिक्षामित्र, अनुदेशक है। वहीं लगभग 1 करोड़ 80 लाख बच्चे। कई विद्यालय अन्तर्राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिन परिषदीय विद्यालयों में गरीब, मजदूर समाज के बच्चे शिक्षा प्राप्त करते हैं, ऐसे परिषदीय विद्यालयों में स्मार्ट क्लासेस के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का कार्य किया जा रहा है।

उक्त उद्गार उन्होंने प्राथमिक विद्यालय नरही में एच.डी.एफ.सी. बैंक द्वारा सी.एस.आर. फण्ड से जनपद के 50 विद्यालयों में स्मार्ट टीवी लगाये जाने हेतु आयोजित कार्यक्रम में स्मार्ट क्लाॅस का उद्घाटन करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने वाले बच्चों को बेहतर ढंग से शिक्षा प्रदान की जाये। इसका ध्यान परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों के लिए सरकार द्वारा मध्याह्न भोजन, स्वेटर, जूता, भोजन, यूनीफार्म, किताब, बैग प्रदान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि परिषदीय विद्यालयों के भवन बेहतर हों, बुनियादी शिक्षा, आधुनिक शिक्षा सहित अन्य व्यवस्थाएं विद्यालय में उपलब्ध हों।


उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के शिक्षकों द्वारा एक दिन का वेतन कोविड केयर फण्ड में दिया गया है, जो कुल 76 करोड़ 50 लाख से अधिक है। यह राशि सभी विभागों से अधिक है। उन्होंने बताया कि पुरातन छात्र परिषद के गठन का संचालन कराया जायेगा। इसके लिए आवश्यक आदेश निर्गत किये जायेंगे, जिसके अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय में पढ़े हुए छात्र सांसद, विधायक, आई.ए.एस., पी.सी.एस., डाक्टर, इंजीनियर बन गये हैं, उनसे सम्पर्क किया जायेगा और उनको स्कूल में बुलाने का प्रयास किया जायेगा।

उन्होंने यह भी कहा कि सभी महिला शिक्षक सुकन्या समृद्धि योजना के तहत एक-एक खाता खुलवाने का कार्य करेंगी, जिससे इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लाभार्थियों को मिल सके। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालय में जो बच्चे शिक्षा के लिए आते हैं उनको अच्छी शिक्षा मिले और उनका जीवन अच्छा हो, इसको ध्यान में रखते हुए बच्चों को शिक्षा दी जानी चाहिए। जब बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करेंगे तो स्कूल, गांव, माता-पिता जिला व प्रदेश का नाम रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि परिषदीय विद्यालय में प्रतिभाशाली शिक्षक एवं शिक्षिकाएं हैं। लाॅकडाउन के दौरान शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन क्लास के माध्यम से बच्चों को शिक्षा प्रदान करने का कार्य किया गया और अभी भी किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के प्रत्येक स्कूल को स्मार्ट क्लास मिल सके, ऐसा प्रयास किया जा रहा है। इसी दिशा में बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा कार्य किया जा रहा है। इस अवसर पर एच.डी.एफ.सी बैंक के वायस प्रेसीडेन्ट दीपक चोपड़ा ने कहा कि एच.डी.एफ.सी. बैंक समाज के प्रत्येक व्यक्ति को बैंकिंग सेवा प्रदान करने का पूरा प्रयास कर रहा है। इस अवसर पर निदेशक बेसिक शिक्षा डाॅ. सवेन्द्र बहादुर विक्रम सिंह ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों में बच्चों को आधुनिक एवं तकनीकी शिक्षा प्रदान की जाये, ऐसा प्रयास बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा किया जा रहा है। इस दौरान राज्य परियोजना कार्यालय के वरिष्ठ विशेषज्ञ रोहित त्रिपाठी सहित अन्य संबंधित अधिकारी, शिक्षक आदि उपस्थित रहे।


रिपोर्ट- प्रवीण गर्ग

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