टैनीकोइट को पहचान दिलाने के लिये संगोष्ठी करायेगा यूपी

लखनऊ। देश में टैनीकोइट (रिंग टेेनिस) खेल की बढ़ती लोकप्रियता के बीच उत्तर प्रदेश टैनीकोइट एसोसिएशन ने इस खेल का सेमिनार कराये जाने का फैसला किया है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं कबीना मंत्री जय कुमार सिंह जैकी और महासचिव सैयद रफत जुबैर रिजवी ने बताया कि आयोजन के लिए हालत सामान्य होते ही यूपी में टैनीकोइट की राज्य चैंपियनशिप भी कराएंगे ताकि इस खेल से यूपी के खिलाड़ी व खेल प्रेमी परिचित हो सके।
जैकी ने बताया कि अभी कोरोना प्रोटोकाल के चलते जिन नियमों के चलते आयोजन की अनुमति होगी, उसके अंर्तगत टेक्नीकल सेमिनार और स्टेट चैंपियनशिप की तारीखों की निकट भविष्य में घोषणा की जाएगी। इस मौके पर टैनीकोइट फेडरेशन ऑफ इंडिया के महासचिव तेजराज सिंह ने बताया " अभी हमारी 28 राज्यों में इकाई है। इस खेल की राष्ट्रीय फेडरेशन 1960 में बनी थी और 1979 में इसे केंद्रीय खेल मंत्रालय से मान्यता मिली थी।"
उन्होेंने कहा कि इस खेल को वो पहचान नहीं मिल सकी जिसका वो हकदार था। इसलिए फेडरेशन के पुर्नगठन के साथ ही राज्यों में भी इकाईयों का पुर्नगठन किया जा रहा है ताकि इस खेल को गति मिल सके। नेशनल फेडरेशन को 2002 में भारतीय ओलंपिक संध और और स्कूल गेम्स फेडरेशन ऑफ इंडिया ने 2006 में मान्यता दी थी।
इस खेल की शुरूआत नाविकों द्वारा की गई थी जब वे बड़े-बड़े जहाजों में लकड़ी के गोले, टायर व ट्यूब आदि को फेंक कर खेलते थै। वहीं भारत में टैनीकोइट को रिंग टेनिस या रिंग बॉल के नाम से जाना जाता है।
वार्ता