आयुष्मान कार्ड बनाने में यह जिला रहा अव्वल- मुजफ्फरनगर यहां भी फिसड्डी

आयुष्मान कार्ड बनाने में यह जिला रहा अव्वल- मुजफ्फरनगर यहां भी फिसड्डी

सहारनपुर। केंद्र सरकार की तरफ से चलाई जा रही आयुष्मान भारत योजना को लागू करने में उत्तर प्रदेश बुरी तरह से हांफ रहा है। वर्ष 2018 में आरंभ की गई इस योजना को लागू करने के तमाम प्रयासों के बावजूद उत्तर प्रदेश में 7 करोड 59 लाख लाभार्थियों के सापेक्ष केवल 1 करोड 81 लाख लोगों के ही अभी तक आयुष्मान कार्ड बन पाए हैं। इस मामले में भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सर्वाेत्तम 5 जिलों में बागपत जनपद पहले स्थान पर है, जबकि जनपद मुजफ्फरनगर को पांचवा स्थान ही प्राप्त हो सका है।

केंद्र सरकार की ओर से लोगों के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए आयुष्मान भारत योजना चलाई जा रही है। उत्तर प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के तहत 7.59 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया है लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से अभी तक केवल 1.81 करोड़ लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाए जा सके हैं। आयुष्मान कार्ड बनाने के मामले में देखा जाए तो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 5 जिले टॉप फाइव में शामिल है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश का बागपत जनपद 39.33 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाकर पहले स्थान पर जा पहुंचा है। शामली 37.08 फ़ीसदी के साथ दूसरे और सहारनपुर 36.48 के साथ तीसरे एवं हापुड 34.52 फ़ीसदी के साथ चौथे तथा मुजफ्फरनगर 34.35 प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाकर पांचवें स्थान पर है।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार की ओर से वर्ष 2018 के दौरान समाज के गरीब तबके के लोगों के लिए आयुष्मान भारत योजना का शुभारंभ किया गया था। वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर गरीबी की रेखा से नीचे के परिवारों को आयुष्मान भारत योजना में शामिल करने को चिन्हित किया गया था। इसके अंतर्गत लाभार्थी को 1 साल में 500000 रूपये तक का निशुल्क इलाज कराने की सुविधा दी गई है।

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