मेरा धर्म है सेवा, अपने प्रचार के लिए मेरे खिलाफ बोलते हैं लोग

मेरा धर्म है सेवा, अपने प्रचार के लिए मेरे खिलाफ बोलते हैं लोग
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जमुई/लखीसराय/शेखपुरा/पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए आज कहा कि उनके खिलाफ बोलने से यदि किसी को प्रचार मिल रहा है तो वह करें, उनके लिए तो सेवा ही धर्म है।

जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार ने गुरुवार को चकाई, सूर्यगढ़ा, बरबीघा और पालीगंज विधानसभा क्षेत्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवारों के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "कुछ लोगों को कोई समझ नहीं है। कुछ भी अनुभव नहीं है। अपने प्रचार के लिए मेरे बारे में कुछ भी बोलते रहते हैं। यदि उनको ऐसा बोलने से प्रचार मिलता है तो कीजिए, मेरा काम तो सेवा करना है और सेवा ही मेरा धर्म है। मौका मिलेगा तो आगे भी सेवा करते रहेंगे।"

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव एवं उनकी पत्नी राबड़ी देवी पर इशारों में निशाना साधा और कहा कि बिहार के विकास को जनता ने देखा है, साथ ही यह भी जानती है कि पति-पत्नी की सरकार के 15 साल में राज्य का कितना विकास हुआ। उन्होंने कहा कि उन्हें जबसे मौका मिला तबसे केवल काम और जनता की सेवा की है। न्याय के साथ सबका विकास करना उनका मुख्य ध्येय रहा और वही किया है।

मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास के लिए उनकी सरकार में अबतक किए गए कार्यों का ब्यौरा देते हुए सवालिया लहजे में कहा कि याद कीजिये क्या बिहार में महिलाएं कहीं मुखिया और जनप्रतिनिधि होती थीं लेकिन उनकी सरकार ने पंचायती राज और स्थानीय निकायों में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया और महिलाओं की सहभागिता सुनिश्चित की है। हालांकि संवैधानिक व्यवस्था होने के बावजूद वे लोग कमजोर वर्गों को आरक्षण नहीं दे पाए। उन्होंने सरकार में आते ही हर वर्ग को आरक्षण के माध्यम से मुख्यधारा से जोड़ा। समाज में जो भी हाशिये पर थे उन सभी के कल्याण के लिए उनके नेतृत्व में बिहार सरकार ने काम किया।

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