मिली राहत-मीट प्लांट पर हुई तोड़फोड़ के मामले में पूर्व एमएलए समेत 16 बरी

मिली राहत-मीट प्लांट पर हुई तोड़फोड़ के मामले में पूर्व एमएलए समेत 16 बरी
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मुजफ्फरनगर। अलनूर मीट प्लांट को बंद कराने की मांग को लेकर तकरीबन 16 साल पहले हुई हिंसा, मारपीट एवं तोड़फोड़ के मामले में आरोपी बनाए गए पूर्व बीजेपी विधायक उमेश मलिक और भाजपा नेता संजय अग्रवाल सहित कोर्ट ने 16 आरोपियों को साक्ष्य के अभाव में बरी कर दिया है। अदालत के इस फैसले से पूर्व बीजेपी एमएलए समेत अन्य सभी के प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई है।

मंगलवार को अपर जिला जज द्वितीय की अदालत ने थाना सिखेड़ा क्षेत्र के गांव निराना स्थित अलनूर मीट प्लांट में 16 साल पहले हुई तोड़फोड़ एवं हिंसा के मामले में अपना फैसला सुनाते हुए बीजेपी के बुढाना विधायक रहे उमेश मलिक, भाजपा नेता संजय अग्रवाल, हिंदू जागरण मंच के तत्कालीन जिला अध्यक्ष नरेंद्र पवार समेत हिंदूवादी संगठनों के 20 कार्यकर्ताओं को आज बरी कर दिया है। साक्ष्य के अभाव में अदालत की ओर से 16 आरोपियों को दोषी नहीं पाया गया है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2006 के दौरान सिखेड़ा थाना क्षेत्र के गांव निराना स्थित अलनूर मीट प्लांट को बंद कराने की मांग को लेकर हिंदूवादी संगठनों की ओर से जोरदार प्रदर्शन किया गया था।

इस दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों पर फैक्ट्री में तोड़फोड़ एवं हिंसा करने के आरोप लगाते हुए सिखेड़ा थाने में पूर्व बीजेपी एमएलए उमेश मलिक एवं भाजपा नेता संजय अग्रवाल समेत हिंदूवादी संगठनों के 20 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। पिछले साल अदालत ने बीजेपी विधायक उमेश मलिक समेत सभी 20 आरोपियों पर आरोप तय कर दिए थे। इस मामले में कोर्ट ने अभियोजन सबूत के लिए 5 अप्रैल की तिथि निर्धारित की थी। आज सुनाए गए फैसले से बरी हुए बीजेपी एमएलए एवं बीजेपी नेता समेत अन्य सभी आरोपियों के प्रशंसकों में खुशी की लहर दौड़ गई है

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