संसद के संयुक्त अधिवेशन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का उद्बोधन...मोदी सरकार के 5 साल के एजेंडे को देश के सामने रखा

संसद के संयुक्त अधिवेशन में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का उद्बोधन...मोदी सरकार के 5 साल के एजेंडे को देश के सामने रखा
  • whatsapp
  • Telegram

नई दिल्ली। संसद की परम्परा के अनुसार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के सेंट्रल हॉल में लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों को संबोधित करते हुए मोदी सरकार के 5 साल के एजेंडे को देश के सामने रख रहे हैं। इसके बाद नई लोकसभा का पहला सत्र शुरू होगा।

संयुक्त अधिवेशन को सम्बोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कानून अधिक सख्त बनाए गए हैं और नए दंड प्रावधानों को सख्ती से लागू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तीकरण मेरी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। नारी का सबल होना तथा समाज और अर्थ-व्यवस्था में उनकी प्रभावी भागीदारी, एक विकसित समाज की कसौटी होती है।

राष्ट्रपति ने कहा कि सरकार की यह सोच है कि न केवल महिलाओं का विकास हो, बल्कि महिलाओं के नेतृत्व में विकास हो। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार बैंक सेवाओं को देशवासियों के दरवाजे तक पहुंचाने का काम भी कर रही है। रामनाथ कोविंद ने कहा कि 50 करोड़ गरीबों को स्वास्थ्य सुरक्षा कवच प्रदान करने वाली विश्व की सबसे बड़ी हेल्थ केयर स्कीम आयुषमान भारत योजना लागू की गई है। उन्होंने कहा कि आज भारत मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में दुनिया में दूसरे स्थान पर है। हमारे देश में प्रथम स्थान पाने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि पहली बार किसी सरकार ने छोटे दुकानदार भाई-बहनों की आर्थिक सुरक्षा पर ध्यान दिया है।

राष्ट्रपति ने अपने उद्बोधन में कहा कि कैबिनेट की पहली बैठक में ही छोटे दुकानदारों और रीटेल ट्रेडर्स के लिए एक अलग पेंशन योजना को मंजूरी दे दी गई है। इस योजना का लाभ लगभग 3 करोड़ छोटे दुकानदारों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि नेशनल डिफेंस फंड से वीर जवानों के बच्चों को मिलने वाली स्कॉलरशिप की राशि बढ़ा दी गई है। इसमें पहली बार राज्य पुलिस के जवानों के बेटे-बेटियों को भी शामिल किया गया है। राष्ट्रपति ने कहा कि वर्ष 2022 तक देश के किसान की आय दोगुनी हो सके, इसके लिए पिछले 5 वर्षों में अनेक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि आज समय की मांग है कि जिस तरह देश ने स्वच्छ भारत अभियान को लेकर गंभीरता दिखाई है, वैसी ही गंभीरता जल संरक्षण एवं प्रबंधन के विषय में भी दिखानी होगी। उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के लिए पानी बचाना ही होगा। रामनाथ कोविंद ने कहा कि जलशक्ति मंत्रालय के माध्यम से जल संरक्षण एवं प्रबंधन से जुड़ी व्यवस्थाओं को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जो किसान हमारा अन्नदाता है, उसकी सम्मान-राशि की पहुंच बढ़ाते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि को देश के प्रत्येक किसान के लिए उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि मेरी सरकार पहले दिन से ही सभी देशवासियों का जीवन सुधारने, कुशासन से पैदा हुई उनकी मुसीबतें दूर करने और समाज की आखिरी पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक सभी जरुरी सुविधाएं पहुंचाने के लक्ष्य के प्रति समर्पित है। राष्ट्रपति कोविन्द ने कहा कि इस चुनाव में जनता ने बहुत ही स्पष्ट जनादेश दिया है। सरकार के पहले कार्यकाल के मूल्यांकन के बाद, देशवासियों ने दूसरी बार और भी मजबूत समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि देशवासियों ने वर्ष 2014 से चल रही विकास यात्रा को अबाधित, और तेज गति से आगे बढ़ाने का जनादेश दिया है। उन्होंने कहा कि देश के 61 करोड़ से अधिक मतदाताओं ने मतदान कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। समाचार लिखे जाने तक राष्ट्रपति का उद्बोधन जारी है।

उन्होंने कहा कि 17वीं लोकसभा का चुनाव होने के बाद, संसद के पहले संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए मुझे प्रसन्नता हो रही है। इस बार ने पहले की तुलना में अधिक मतदान किया है। महिलाओं की भागीदारी पुरुषों के बराबर रही है। सभी मतदाता बधाई के पात्र हैं। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोकसभा के लिए निर्वाचित सभी सांसदों को बधाई भी दी।

Next Story
epmty
epmty
Top