बाढ़ में बर्बाद हुई किसानों की फसल पैदावार बढ़ाने को 104.32 करोड़ मंजूर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों को कृषि निवेश अनुदान के लिए 104.32 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत की है।
आधिकारिक सूत्रों ने गुरूवार को यहां बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित किसानों को कृषि निवेश अनुदान के लिए 104.32 करोड़ रूपये की धनराशि स्वीकृत की है।
उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा दिये गये इस धनराशि से कृषक रबी फसल की बुआई कर पैदावार को बढ़ाते हुए खरीफ में क्षतिग्रस्त हुई फसल की भरपाई कर लेगें। प्रदेश सरकार कृषकों हर तरह की सुविधा दे रही है। रबी फसल बुआई का सीजन आ गया है। जिन जिलों के किसानों की फसल बाढ़ से प्रभावित हुई है। उनके लिए दी जा रही यह धनराशि फसलोत्पादन में बड़ी सहायक होगी।
सूत्रों ने बताया कि इस वर्ष प्रदेश के बहराइच, कुशीनगर, बलिया, लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, अम्बडेकर नगर, बस्ती, पीलीभीत अयोध्या, आजमगढ़, देवरिया संतकबीर, सिद्धार्थनगर, फर्रूखाबाद, गोरखपुर, मऊ, गोण्डा, तथा बलरामपुर, की लगभग 8.84 लाख आबादी एवं लगभग 92 हजार हेक्टेयर कृषि क्षेत्रफल बाढ़ से प्रभावित हुआ था।
मुख्यमंत्री योगी ने निर्देश दिये है कि गाटावार सर्वे सम्बन्धित जिलाधिकारी कराये और यह भी सुनिश्चित करे कि कोई भी प्रभावित किसान छूटने न पाये। सरकार ने पारदर्शिता बनाये रखने के लिए जिला स्तर पर जनप्रतिनिधियों से समन्वय स्थापित कर प्रभावित किसानों को कृषि निवेश अनुदान के लिये धनराशि वितरित कराने के निर्देश दिये है।
मुख्यमंत्री ने इस वर्ष आई बाढ़ से निपटने के लिए प्रभावित जिलों को राहत कार्यो के लिये 40.13 करोड़ की धनराशि पूर्व में ही आवंटित कर दी थी। प्रदेश में बाढ़ के दौरान राहत और बचाव के कार्य युद्ध स्तर पर किये गये। बाढ़ के दौरान 1.90 लाख राशन किटो का वितरण करते हुए प्रभावित क्षेत्रों को खाद्यान्न राहत पहुंचाई गई। उसी तरह लोगों को धूप, वर्षा, ओस से बचाव के लिए 3.58 लाख मीटर तिरपाल का वितरण किया गया। बाढ़ प्रभावित गाँवों के लोगों को रहने के लिए 384 आश्रय स्थल एवं पशुओं के लिए 567 पशु शिविर की स्थापना की गई। बाढ़ क्षेत्र के 7.76 लाख पशुओं का टीकाकरण भी किया गया। बाढ़ क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग के डाक्टरों की टीम लगातार स्वास्थ्य सेवाये प्रदान करती रही। प्रदेश सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए प्रभावित जिलाें में 12 एनडीआरएफ की टीम, सात एसडीआरएफ की टीमों समेत नौ पीएसी बाढ़ कम्पनियां भेजकर बाढ़ प्रभावितों की खोज राहत और बचाव के लिए तैनात की थी। प्रदेश सरकार की शीघ्र और त्वरित कार्रवाई से बाढ़ क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को काफी राहत मिली।