कोरोना में शिक्षा मंत्रालय का तोहफा- TET प्रमाण पत्र की वैधता आजीवन

कोरोना में शिक्षा मंत्रालय का तोहफा- TET प्रमाण पत्र की वैधता आजीवन

नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कोरोना काल में एक बड़ा फैसला लेते हुए शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी की टीईटी योग्यता प्रमाण पत्र की वैधता अवधि को 7 वर्ष से पढ़ाते हुए आजीवन कर दिया है। केंद्र सरकार के निर्देशों के अनुसार इस फैसले को तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के बयान के अनुसार यह फैसला 10 साल पहले की तारीख 1 जनवरी 2011 से लागू किया गया है।

बृहस्पतिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की ओर से शिक्षक पात्रता परीक्षा योग्यता प्रमाण पत्र की वैधता अवधि को 7 वर्ष से बढ़ाकर आजीवन कर दिये जाने का ऐलान किया गया है। यह फैसला 10 साल पहले की तारीख यानी 1 जनवरी 2011 से तत्काल प्रभाव से लागू कर दिया गया है। अर्थात इन वर्षों में जितने भी प्रमाण पत्रों की सात वर्ष अवधि पूर्ण हो चुकी है। वह अभ्यर्थी भी शिक्षक भर्ती परीक्षाओं के दौरान आवेदन अथवा दावेदारी के पात्र होंगे। अब टीईटी उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को बार बार परीक्षाओं में शामिल होने की जरूरत नहीं होगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने कहा है संबंधित राज्य व केंद्र शासित प्रदेश उन उम्मीदवारों को नए टीईटी प्रमाण पत्र जारी करने की आवश्यक कार्रवाई करेंगे, जिनके टीईटी प्रमाण पत्रों की वैधता अवधि 7 वर्ष पहले ही समाप्त हो चुकी है। बृहस्पतिवार को सरकार द्वारा लिये गये इस फैसले की घोषणा करते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा है कि सरकार के एक बड़े कदम से शैक्षणिक क्षेत्र में नौकरी करने के इच्छुक उम्मीदवारों को भारी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह एक सुधारवादी कदम है, जिससे बेरोजगारी की संख्या में कमी आएगी।

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