दुश्वारियों भरे दिन-जेल में भी जारी है सुशील पहलवान की कसरत

नई दिल्ली। समय और नियति इंसान को पता नहीं कैसे-कैसे दिन दिखला देती है। कभी आधुनिक मशीनों पर एसी की ठंडी हवाओं के बीच कसरत करने वाले पहलवान को जेल में बिसलेरी की बोतलों को डंबल बनाकर स्वास्थ्य के लिए व्यायाम करना पड़ रहा है। मनमर्जी का खाना भी सुशील पहलवान को मिलना अब दुश्वार हो गया है।
दरअसल देश के जाने माने पहलवान सुशील कुमार को सागर पहलवान की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर जेल में रखा गया है। जेल की सलाखों के पीछे पहुंचे सुशील पहलवान को मनमर्जी के मुताबिक खाना पीना भी नहीं मिल रहा है। एसी की ठंडी हवाओं के बीच आधुनिक मशीनों पर व्यायाम करने वाले पहलवान सुशील कुमार को अब काम चलाऊ साधनों के जरिए कसरत करनी पड़ रही है। सुशील कुमार ने शारीरिक व्यायाम जारी रखने के लिए बिसलेरी पानी की बड़ी बोतलों में पानी भरकर उसके डंबल बनाए हैं। सुशील ने एक डंडे को राॅड़ का रूप देते हुए उसके दोनों किनारों पर पानी की बोतलें बांध रखी है। एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सुशील कुमार की खुराक को लेकर अदालत ने जेल प्रशासन से जवाब मांगा था। इसका जवाब दे दिया गया है। सुशील के खाने पीने की बाबत अदालत जैसा आदेश जारी करेगी उस पर जेल प्रशासन की ओर से अमल किया जाएगा। सागर पहलवान की हत्या के आरोप में कारागार में आने के बाद सुशील पहलवान क्वारंटाइन सेल में एक-एक दिन मुश्किल से काट रहा है। अपनी जेल से बाहर सुरक्षा में लगे वार्डन से वह कई बार पूछ चुका है कि आमने सामने की मुलाकात कब शुरू होगी। उससे मिलने के लिए कब लोग आ सकेंगे।
बताया गया है कि सुशील पहलवान को फोन पर ही अपने परिजनों से बात करने की इजाजत दी गई है। भारी दुनिया में खुशनुमा रहने वाला सुशील पहलवान अब जेल में दिन में भी गुमसुम सा रहता है। व्यायाम करने के बाद वह कैंटीन से दूध मंगवाता है। फिलहाल उसके अधिवक्ता की तरफ से अदालत में खाने-पीने को लेकर एक अर्जी दाखिल की गई थी उसका जवाब जेल अधिकारियों ने अदालत को सौंप दिया है। सागर धनखड हत्याकांड में इन दिनों सुशील पहलवान मंडोली जेल नंबर 15 की सेल में क्वारंटाइन है। उसकी क्वारंटाइन अवधि खत्म होने के बाद उसे सुरक्षा की दृष्टि से तिहाड़ के हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा जाएगा।