कुमार विश्वास जैसे लोगों की जरूरत

कुमार विश्वास जैसे लोगों की जरूरत

नई दिल्ली। पूरे देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है। लाखों की संख्या में कोरोना संक्रमित मरीज और उनके परिजन सोशल साइट्स के जरिए सरकार और अधिकारियों से मदद की गुहार लगा रहे हैं। जरूरी दवाईयों और आक्सीजन की किल्लत बतायी जा रही है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के ही एक निजी अस्पताल ( मेयो अस्पताल गोमतीनगर) ने परिसर के बाहर आक्सीजन की कमी की नोटिस ही चस्पा कर दी। कुछ लोग भाग्यशाली हैं, जिनको मदद मिल भी जा रही है, लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनको निराशा हाथ लगती है। इस समय कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण कई मरीजों का न तो ठीक से इलाज हो रहा है और न ही अस्पताल में बेड ही मिल पा रहे हैं। ऐसे लाचार बेवश लोगों की मदद के लिए देश के कुछ नामचीन लोगों ने हाथ आगे बढ़ाया है। हालांकि छोटे छोटे स्तर पर भी कई लोग कोरोना संक्रमितों की मदद कर रहे हैं। विशेष रूप से उन मरीजों की जो होम क्वारंटाइन हैं और उनके लिए दवाईयां, फल आदि लाने वाला भी कोई नहीं है। पास पड़ोस के लोग उनकी मदद कर रहे हैं। इनका योगदान भी वैसा ही है जैसा देश की आजादी के समय तमाम लोगों का रहा। उनको स्वाधीनता दिवस और गणतंत्र दिवस पर अग्यात शहीद कहकर याद कर लेते हैं। बहरहाल, यहां विसयांतर न करके हम डा कुमार विश्वास की तारीफ करना चाहेंगे, जिन्होंने अपने यश का कोरोना संक्रमितों की मदद करने में उपयोग किया है। इस तरह के यशस्वी आगे आएं तो समाज कृतार्थ होगा।

प्रसिद्ध कवि और सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहने वाले डॉ कुमार विश्वास इस बार दीवाना और पागल बनकर नहीं बल्कि कोरोना संक्रमितों के मसीहा बनकर सामने आये हैं। वे काफी बढ़-चढ़ कर लोगों की मदद कर रहे हैं। कोरोना के मौजूदा हालात से वे छुब्ध भी हैं। कुमार विश्वास ने लिखा है-हर नेता को पता है कि अगले चुनाव तक लोग सब भूल जाएंगे। वे फिर जाति-धर्म-मुफ्तखोरी और झूठे वादों पर वोट देंगे। दवाई,वेंटिलेटर, ऑक्सीजन कोई विधायक तो नहीं हैं ना जिसे खघ्रीद कर सरकारें बचायी जा सके। आप सब खुद जागिए। खुद को इस प्रकोप से भरसक दूर रखिए। आप सब के लिए प्रार्थना, हे ईश्वर...। इससे पहले कुमार विश्वास ने एक और ट्वीट किया था-रात 12 बजे तक प्रयास करता रहा,सुबह से प्रत्येक परिचित डॉक्टर को कॉल कर चुका हूं। हिंदी के वरिष्ठ गीतकार गुरुप्रवर डॉ कुँअर बेचैन, कासमास हास्पिटल, आनंद विहार दिल्ली में कोविड उपचार में हैं। ऑक्सीजन लेवल सत्तर पहुंच गया है, तुरंत वैंटीलेटर की आवश्यकता है। कहीं कोई बेड ही नहीं मिल रहा।

आज हम किसी से महात्मा गांधी बनने की अपेक्षा नहीं कर सकते। कोरोना जैसी महामारी ने समाज सेवा के जज्बे को भी भयभीत कर दिया है। कोई कैसे संक्रमित हो जाए, यह कहना मुश्किल है। पिछले कोरोना महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों और बीमारों की मदद फिल्म अभिनेता सोनू सूद कर रहे थे, लेकिन इस बार वह खुद कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। सोनू सूदके अलावा भी कुछ लोग मदद कर रहे थे। इस बार कुमार विश्वास कोरोना संक्रमितों की मदद के लिए सोशल मीडिया पर लोगों से अपील कर रहे हैं और कई बार जरुरत पड़ने पर खुद भी संबंधित अधिकारियों से बात कर रहे हैं। इस दौरान कुमार विश्वास को खट्टे-मीठे अनुभव मिल रहे हैं। गत 20 अप्रैल की बात है जब कुमार विश्वास ने एक कोरोना मरीज को बेड दिलाने के लिए यूपी के आईएएस अधिकारी को फोन किया तो उस अधिकारी ने उन्हें बेहद ही बेरुखे अंदाज में कहा कि आप कवि हैं, कवि रहिए और सरकार को अपना काम करने दीजिए। कवि कुमार विश्वास लगातार अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट कर रहे हैं। विश्वास चाहे रेमडेसिविर दवाई हो या किसी अन्य चीजों के लिए भी लोगों से सोशल मीडिया के जरिए मदद मांग रहे हैं। विश्वास ने दो दिन पहले ही अपने ट्वीट में एक खास दवा के लिए मदद मांगी थी लेकिन, इस पर उन्हें 112 नंबर पर कॉल करने को कहा गया। बहरहाल, लोग उनको धन्यवाद भी दे रहे हैं। सरकारी अधिकारी ने कुमार विश्वास से शायद ठीक ही कहा कि सरकार को अपना काम करने दिया जाए। सिफारिश कहीं से भी नहीं आनी चाहिए लेकिन क्या यह संभव है ? मैं उन अधिकारी महोदय से भी इस सवाल का जवाब ईमानदारी से चाहूंगा। स

वाल तो एक सोशल मीडिया यूजर का भी सामयिक है। एक यूजर ने लिखा कि कॉल-112 को यह भी पोस्ट करना चाहिए कि अभी तक उसने कितने आपातकालीन कॉल पर जरूरतमंदों को मदद पहुंचाई है। इसी तरह एक और यूजर ने लिखा कि सरकारी हेल्पलाइन के चक्कर में मेरे दोस्त की एचआरसीटी वैल्यू 2 से 10 हो गई, लेकिन न तो सरकारी मदद आई और न ही सरकारी हेल्पलाइन पर फोन ही उठा। विश्वास के इस ट्वीट के बाद मदद के लिए कई लोगों ने भरोसा दिलाया, फिर विश्वास ने ट्वीट कर जानकारी दी कि मदद मिल गई है। उन्होंने लिखा-बहुत आभार डॉ महेश शर्मा जी। उनका स्वयं कॉल आया है और वे डॉ कुँअर जी को अपने हॉस्पिटल में वेंटिलेटर पर शिफ्ट करा रहे हैं। ईश्वर से प्रार्थना करें कि पूज्य गुरुप्रवर स्वस्थ हों। कृपा करके आप सब भी अपना बहुत-बहुत ख्याल रखें। स्थिति अनुमान से ज्यादा खराब है।

उत्तर प्रदेश में कोरोना के हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं। गत 21अप्रैल को पिछले 24 घंटे में 22,439 नए संक्रमित मरीज मिले थे। इसी के साथ प्रदेश में 1,29,848 एक्टिव मामले हो गए । स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव मोहन प्रसाद ने बताया कि संक्रमण से अब तक 9480 लोगों की मौत हुई है। वहीं पिछले एक दिन में 2,06,517 सैंपलों की जांच की गई है, दूसरी तफ 4222 लोग ऐसे भी थे जो स्वस्थ्य होकर अस्पताल से घर लौट गए हैं।

बहरहाल , कोरोना प्रभावितों की जो लोग जैसे भी मदद कर रहे हैं, वे वंदनीय हैं । दिल्ली में बढ़ते कोरोना संक्रमण और लोगों की मौत को देखते हुये पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद और पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर ने पूर्वी दिल्ली के लोगों को फेबीफ्ल्यू देने की घोषणा की है। गौतम गंभीर ने कहा कि पूर्वी दिल्ली के लोग मेरे कार्यालय 2, जाग्रति एनक्लेव सेश्फेबीफ्ल्यू ले सकते हैं। इसके लिए सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक ऑफिस में आना होगा। उन्होंने कहा कि इंजेक्शन लेने के लिए लोगों को डॉक्टर का पर्चा और अपना आधार कार्ड लेकर आना होगा। भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने हालांकि यहां भी राजनीति को सामने लाने की कोशिश की, जिसे उचित नहीं कहा जा सकताहै। उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि सरकार के पास कोई विजन नहीं है। काम करने के लिए कोई दिशा नहीं है। दिल्ली के लोग मर रहे हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। इस तरह की राजनीति से समाजसेवा के पुण्य का पलड़ा हल्का हो जाता है। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़ने से आईसीयू बेड्स के साथ ऑक्सीजन के संकट ने दिल्ली सरकार की टेंशन बढ़ा दी है, जबकि मेडिकल ऑक्सीजन को लेकर सीएम अरविंद केजरीवाल, दिल्घ्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन लगातार केंद्र सरकार से अपील कर रहे हैं। इसलिए राज्य सरकारें भी अपने स्तर से काम कर रही हैं और समाज के समर्थ लोग आगे बढेंगे तो पीड़ितों को राहत मिलेगी। (हिफी)

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