शराब के शौकीनों को लगा डबल झटका- जेब पर बढा बोझ-दुकानें भी कम

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में विवादों से घिरी नई आबकारी नीति को सरकार की ओर से 1 महीने का विस्तार दिए जाने के बाद राज्य में शराब की दुकानों पर लगे ताले खुल गए हैं। सोमवार को 1 दिन की बंदी के बाद जब दोबारा दुकानें खुली तो शराब की किल्लत के साथ पीने के शौकीनों को दारू के दाम भी अधिक चुकाने पड़े हैं।
राजधानी दिल्ली में शराब पीने वाले लोगों की समस्याएं कम होने का नाम नहीं ले रही है। अभी तक एक बोतल के साथ दूसरी मुफ्त में हासिल कर दारु को हलक के नीचे उतार रहे लोगों को अब दारू की प्राप्ति के लिए किल्लत झेलनी पड़ रही है। विवादों से घिरी नई आबकारी नीति को सरकार की ओर से 1 महीने तक विस्तार दिए जाने के बाद राजधानी दिल्ली में शराब की दुकानें तो खुल गई है लेकिन इनकी संख्या कम होने से अब लोगों को शराब प्राप्ति के लिए लंबी दूरी तय करके शराब की दुकानों तक पहुंचना पड़ रहा है।
दरअसल नई आबकारी नीति के 1 महीने के विस्तार के बाद राजधानी दिल्ली के 6 जून को खुदरा शराब बिक्री का लाइसेंस हासिल करने वाली कंपनियों ने अपने लाइसेंस विभाग को वापस कर दिए हैं। जिसके चलते दिल्ली में शराब की तकरीबन 126 दुकानें और बंद होने जा रही है। दिल्ली में अब कुल 342 दुकानें खुलेगी। जबकि 31 जुलाई तक राजधानी दिल्ली में दारू की 468 दुकानें संचालित की जा रही थी।
काफी जद्दोजहद के बाद राजधानी दिल्ली में शराब की दुकानें तो खुल गई है, लेकिन उसके ऊपर मिलने वाली छूट को खत्म कर दिया गया है। कई दुकानों पर मंगलवार को छूट नहीं होने का पोस्टर भी लगा दिया गया था। जिस पर लिखा था अब शराब पर कोई छूट नहीं मिलेगी। शराब पर छूट बंद