केंद्र सरकार के उपायों से छोटे किसानों की ताकत बढ़ेगी: तोमर

केंद्र सरकार के उपायों से छोटे किसानों की ताकत बढ़ेगी: तोमर

नयी दिल्ली। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा है कि केंद्र सरकार के कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए किए गए उपायों से देश के बहुसंख्यक छोटे किसानों की ताकत बढ़ेगी।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने ग्लोबल इंडियन साइंटिस्ट एंड टेक्नोक्रेट (जीआईएसटी), यूएसए द्वारा भारत की आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित वेबिनार को सम्बोधित करते हुए गुरुवार को कहा कि सरकार के राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन–पाम ऑयल के क्रियान्वयन को मंजूरी देने के फैसले से 11,040 करोड़ रुपये के इस व्यापक मिशन पर खर्च किये जाएंगे। जिससे तिलहन और पाम ऑयल का रकबा तथा पैदावार बढ़ाने में मदद मिलेगी। इससे किसानों को अत्यधिक लाभ होगा, पूंजी निवेश बढ़ेगा, रोजगार सृजित होंगे तथा आयात पर निर्भरता भी घटेगी। किसानों को किसी भी तरह के नुकसान से बचाने के लिए केंद्र सरकार कीमत का मैकेनिज्म भी बनाएगी।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि देश के 80 प्रतिशत से ज्‍यादा किसान ऐसे हैं, जिनके पास दो हेक्‍टयर से भी कम जमीन है। अब देश में इन्‍हीं छोटे किसानों को ध्‍यान में रखते हुए कृषि सुधार किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को डेढ़ गुना करने, किसान क्रेडिट कार्ड से सस्‍ते दर से बैंक से कर्ज देने, सोलर पावर से जुड़ी योजनाएं खेतों तक पहुंचाने, देश में 10 हजार नए किसान उत्‍पादक संगठन बनाने, आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत एक लाख करोड़ रुपये के कृषि इंफ्रास्ट्रक्चर फंड सहित कृषि से सम्बद्ध क्षेत्र के लिए लगभग 50 हजार करोड़ रुपये के पैकेज देने सहित अनेक उपाय सरकार द्वारा किए गए हैं।

ये सारे प्रयास छोटे किसानों की ताकत बढ़ाएंगे। छोटे किसानों के छोटे-छोटे खर्च को ध्‍यान में रखते हुए प्रधानमंत्री किसान सम्‍मान निधि योजना चलाई जा रही है जिसमें 11 करोड़ से अधिक किसान परिवारों के बैंक खातों में अब तक 1.58 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा राशि जमा कराई जा चुकी है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने स्वतंत्रता दिवस पर किसानों की भलाई का संकल्प दोहराया है और छोटा किसान बने देश की शान, का मूलमंत्र दिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि आने वाले वर्षों में हमें देश के छोटे किसानों की सामूहिक शक्ति को और बढ़ाना होगा, नई सुविधाएं देनी होगी, जिसके लिए सरकार अटल है, अडिग है। देश के 70 से ज्‍यादा रेल मार्रूगों पर किसान रेल चल रही है। किसान रेल के माध्यम से छोटे किसानों के कृषि उत्पाद कम परिवहन खर्चे पर देश के दूरदराज के इलाकों तक पहुंच रहे हैं और वे नुकसान से बच रहे हैं तथा उन्हें उनकी उपज का अच्छा मूल्य मिल पा रहा है।

कृषि मंत्री ने कहा कि अनेकों कृषि उत्‍पाद दुनिया के विभिन्न देशों में भेजे जा रहे हैं। वैश्विक कृषि निर्यात में भारत टॉप टेन में शुमार हो चुका है। मोदी सरकार आने के पहले तक जहां सालाना कृषि बजट लगभग 22 हजार करोड़ रुपये का होता था, वहीं वर्ष 2021-22 में इसे लगभग 5.5 गुना बढ़ाकर 1.23 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पूरी पारदर्शिता के साथ लागू केंद्र सरकार की किसान हितैषी नीतियों, किसानों के अथक परिश्रम और वैज्ञानिकों की कुशलता के फलस्वरूप वर्ष 2020-21 में अब तक का सबसे अधिक खाद्यान्न तथा बागवानी उत्पादन हुआ है। एमएसपी पर किसानों से खरीद में भी लगातार वृद्धि हो रही है। 'एकराष्ट्र, एक एमएसपी, एक डीबीटी' की अवधारणा का पूरे देश में कार्यान्वयन किया गया है। किसानों को खेती करने में पैसों की दिक्कत नहीं आए, इसके लिए कृषि क्षेत्र के लिए संस्‍थागत ऋण वर्ष 2021-22 में बढ़ाकर 16.5 लाख करोड़ रुपये देने का लक्ष्‍य रखा गया है।

किसानों को मृदा स्‍वास्‍थ्‍य कार्ड प्रदान करने, देश में जैविक खेती को बढ़ावा देने, यूरिया की नीम कोटिंग, राष्ट्रीय मधुमक्खी एवं शहद मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, ई-नाम स्कीम , कृषि एवं सहायक क्षेत्र में स्टार्ट-अप इको-सिस्टम का सृजन जैसे अनेक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारतीय कृषि को बढ़ावा देने में विदेशों में बसे भारतीयों का भी सहयोग सरकार और देश के किसान समुदाय को अवश्य मिलता रहेगा। सरकार ने संसद में कृषि सुधार कानून भी पारित कराए हैं जिनके माध्यम से देश के किसानों का बहुत फायदा होगा।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि जीआईएसटी सहित विदेशों में बसे भारतीय समुदाय के लोग भी आजादी के अमृत महोत्सव में योगदान दे रहे है, सात समुंदर पार भी देशभक्ति की भावना हिलोरे ले रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को प्रगति पथ पर ले जाने के लिए अनेक ठोस कदम उठाए हैं और सबका साथ- सबका विकास- सबका विश्वास के साथ अब 75वें स्वतंत्रता दिवस पर सबका प्रयास भी जोड़ा है। कृषि को ऊंचा उठाने तथा किसानों का जीवन स्तर सुधारने के दृढ़ संकल्प के साथ सरकार ने अनेक योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए हैं। किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य के साथ, खासकर छोटे किसानों की हरसंभव भलाई के लिए सरकार पूर्णतः प्रयत्नशील है।

कार्यक्रम में बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी, उद्योगपति डा. सी.डी. मई वसोसाइटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड हाइड्रोलॉजी स्कॉलर ऑफ इंडिया के सदस्यगण तथा कृषि क्षेत्र से संबंधित अन्य लोग भी वर्चुअल जुड़े थे।

कृषि मंत्री ने कहा कि अनेकों कृषि उत्‍पाद दुनिया के विभिन्न देशों में भेजे जा रहे हैं। वैश्विक कृषि निर्यात में भारत टॉप टेन में शुमार हो चुका है। मोदी सरकार आने के पहले तक जहां सालाना कृषि बजट लगभग 22 हजार करोड़ रुपये का होता था, वहीं वर्ष 2021-22 में इसे लगभग 5.5 गुना बढ़ाकर 1.23 लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि पूरी पारदर्शिता के साथ लागू केंद्र सरकार की किसान हितैषी नीतियों, किसानों के अथक परिश्रम और वैज्ञानिकों की कुशलता के फलस्वरूप वर्ष 2020-21 में अब तक का सबसे अधिक खाद्यान्न तथा बागवानी उत्पादन हुआ है। एमएसपी पर किसानों से खरीद में भी लगातार वृद्धि हो रही है। 'एकराष्ट्र, एक एमएसपी, एक डीबीटी' की अवधारणा का पूरे देश में कार्यान्वयन किया गया है। किसानों को खेती करने में पैसों की दिक्कत नहीं आए, इसके लिए कृषि क्षेत्र के लिए संस्‍थागत ऋण वर्ष 2021-22 में बढ़ाकर 16.5 लाख करोड़ रुपये देने का लक्ष्‍य रखा गया है।

किसानों को मृदा स्‍वास्‍थ्‍य कार्ड प्रदान करने, देश में जैविक खेती को बढ़ावा देने, यूरिया की नीम कोटिंग, राष्ट्रीय मधुमक्खी एवं शहद मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, ई-नाम स्कीम , कृषि एवं सहायक क्षेत्र में स्टार्ट-अप इको-सिस्टम का सृजन जैसे अनेक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भारतीय कृषि को बढ़ावा देने में विदेशों में बसे भारतीयों का भी सहयोग सरकार और देश के किसान समुदाय को अवश्य मिलता रहेगा। सरकार ने संसद में कृषि सुधार कानून भी पारित कराए हैं जिनके माध्यम से देश के किसानों का बहुत फायदा होगा।

केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने प्रसन्नता जताते हुए कहा कि जीआईएसटी सहित विदेशों में बसे भारतीय समुदाय के लोग भी आजादी के अमृत महोत्सव में योगदान दे रहे है, सात समुंदर पार भी देशभक्ति की भावना हिलोरे ले रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश को प्रगति पथ पर ले जाने के लिए अनेक ठोस कदम उठाए हैं और सबका साथ- सबका विकास- सबका विश्वास के साथ अब 75वें स्वतंत्रता दिवस पर सबका प्रयास भी जोड़ा है। कृषि को ऊंचा उठाने तथा किसानों का जीवन स्तर सुधारने के दृढ़ संकल्प के साथ सरकार ने अनेक योजनाएं और कार्यक्रम लागू किए हैं। किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य के साथ, खासकर छोटे किसानों की हरसंभव भलाई के लिए सरकार पूर्णतः प्रयत्नशील है।

कार्यक्रम में बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह, भारतीय किसान संघ के संगठन मंत्री दिनेश कुलकर्णी, उद्योगपति डा. सी.डी. मई वसोसाइटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड हाइड्रोलॉजी स्कॉलर ऑफ इंडिया के सदस्यगण तथा कृषि क्षेत्र से संबंधित अन्य लोग भी वर्चुअल जुड़े थे ।



वार्ता

epmty
epmty
Top