खुद लाए एक साड़ी जयमाला के बाद मांगी बुलेट दुल्हन ने दूल्हे को लगाई..

खुद लाए एक साड़ी जयमाला के बाद मांगी बुलेट दुल्हन ने दूल्हे को लगाई..

प्रतापगढ। होने वाली दुल्हन को चढ़ाने के लिए खुद एक साड़ी लेकर पहुंचे लड़के वालों ने जब जयमाला के बाद बुलेट की डिमांड कर दी तो दूल्हे राजा को ना तो बुलेट ही मिली और ना ही दुल्हन। बेचारे को बैरंग ही बगैर दुल्हन के वापिस लौटने को मजबूर होना पड़ा। दरअसल प्रतापगढ़ थाना क्षेत्र के गांव बेंती का रहने वाला युवक कुंडा कोतवाली क्षेत्र के गांव गाजीपुर में बारात लेकर पहुंच जाता है। गाजीपुर के रहने वाले फूलचंद सरोज की बेटी को ब्याहने पहुंची बारात का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया।

अखिलेश सरोज के बेटे राहुल की बैंड बाजे के साथ बारात जब लड़की पक्ष के दरवाजे पर पहुंची तो शादी की रस्में आरंभ की गई। एक तरफ फेरे आदि की रस्में अदा करने की तैयारी चल रही थी तो दूसरी तरफ बारात में आए लोग तथा अन्य रिश्तेदार खाने-पीने और नाच गाने में व्यस्त थे। कुल मिलाकर सब कुछ सामान्य तौर पर अपनी गति से आगे बढ़ रहा था। द्वारचार की रस्म के बाद जब दूल्हे को स्टेज पर जाना था तो दुल्हन भी सहेलियों के साथ स्टेज पर पहुंची। जयमाला का कार्यक्रम संपन्न होने के बाद दोनों तरफ के रिश्तेदारों ने हंसी खुशी से फोटो खिंचवाई। दुल्हन को दूसरे कमरे में ले जाया गया, क्योंकि वहां पर उसकी फोटो शूट होनी थी।

घर के लोग शादी की अन्य रस्म की तैयारी में लगे हुए थे। इसी दौरान लड़की की मां ने कहा कि जाकर लड़के पक्ष के लोगों से दुल्हन के लिए लाया गया सामान ले आओ। बस यही से मामला गड़बड़ होना शुरू हो गया। लड़के पक्ष की ओर से जब पीले रंग की साड़ी पकड़ा दी गई तो लड़की वालों का माथा बुरी तरह से ठनक गया। लड़के पक्ष ने कहा कि अगर आप दूल्हे को बुलेट नहीं दे पा रहे हैं तो हम भी आपकी बेटी को केवल एक साड़ी ही दे पाएंगे। आपकी इच्छा हो तो शादी करो नहीं तो बारात लेकर चले जाएंगे। पहले तो घर वालों ने चाहा कि किसी को पता नहीं चले और वह लड़के पक्ष की मान मनौव्वल करने के लिए भागे, लेकिन जब लड़का पक्ष बुलेट की जिद पर अड़ा रहा तो दुल्हन ने आगे आते हुए दूल्हा पक्ष को टका सा जवाब दे दिया कि मुझे दहेजलोभियों के साथ शादी नहीं करनी है। लड़की के दो टूक इनकार के बाद लड़का पक्ष के लोगों की हवा निकल गई। काफी देर की मान मनोव्वल के बाद भी जब लड़की शादी के लिए तैयार नहीं हुई तो दूल्हे पक्ष को बैरन ही बगैर दुल्हन के वापस लौटना पड़ा।

epmty
epmty
Top