बुजुर्ग महिला की चिट्ठी में ऐसा क्या लिखा था कि कलेक्टर ने उठकर लगा लिया गले

बुजुर्ग महिला की चिट्ठी में ऐसा क्या लिखा था कि कलेक्टर ने उठकर लगा लिया गले

लखनऊ। कानपुर देहात की कलेक्टर जन समस्याएं सुन रही थी ऐसे में एक 77 साल की बुजुर्ग महिला ने जब एक चिट्ठी डीएम तक पहुंचाई तो डीएम ने चिट्ठी को जैसे ही पढ़ा ऐसे ही उन्होंने अपनी कुर्सी छोड़ते हुए बुजुर्ग महिला को अपने गले लगा लिया। ऐसा क्या लिखा था, उस चिट्ठी में जिसे पढ़कर कानपुर देहात के कलेक्टर ने कुर्सी छोड़ दी और महिला बुजुर्ग महिला से आत्मीयता दिखाई।

गौरतलब है कि कानपुर देहात की कलेक्टर डीएम नेहा जैन जन समस्याएं सुन रही थी ऐसे में एक 77 साल की बुजुर्ग महिला ने अपने हाथ में लिए एक कागज के टुकड़े को डीएम नेहा जैन के पास पहुंचाया तो चिट्ठी पढ़कर डीएम नेहा जैन भावुक हो गई। दरअसल इस बुजुर्ग महिला ने अपनी पीड़ा अपनी हैंडराइटिंग में एक पेपर पर इस तरह लिखी। पहला संबोधन बुजुर्ग महिला का लिखा था मेरी प्रिय डीएम बिटिया को मेरा बहुत-बहुत प्यार, इसके बाद महिला ने अपनी समस्या लिखी और अंत में महिला ने लिखा कि शुभकामनाओं सहित आपकी दादी मां। यह सब पढ़कर डीएम नेहा जैन भावुक हो गई और उन्होंने तत्काल अपनी चेयर छोड़ते हुए बुजुर्ग महिला से को गले लगाया और बड़ी आत्मीयता से उनसे उनका हालचाल जाना।

जब कलेक्टर ने उठकर बुजुर्ग महिला को अपने गले से लगाया तो तमाम अफसर हक्के बक्के रह गए। कलेक्टर ने बुजुर्ग महिला से बातचीत की और उनकी समस्या जानी। बुजुर्ग महिला ने डीएम को बताया कि लगभग 40 साल पहले उनके पति कैंसर की बीमारी के कारण मौत हो गई थी। उनके पति की मौत के बाद उनकी जमीन उनके बेटे के नाम आ गई। जिसके बाद बेटे ने मां कुसुम सिंह की देखभाल करनी बंद कर दी। अपने बेटे की हरकतों से परेशान कुसुम सिंह को जब यह पता लगा कि कानपुर देहात की कलेक्टर नेहा जैन आम आदमी की समस्याओं को सुनकर उनका निस्तारण कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है तो बुजुर्ग महिला कुसुम सिंह ने डीएम नेहा जैन के समक्ष अपनी परेशानी रखने का मन बनाया।

बुजुर्ग महिला ने अपनी शिकायत में जिस तरह से संबोधन में शुरुआती और अंतिम संबोधन में जिन शब्दों को लिखा, उससे डीएम नेहा जैन भावुक हो गई। महिला की समस्या सुनकर डीएम नेहा जैन ने भोगनीपुर के एसडीएम महेंद्र कुमार को तत्काल फोन लगाया और बोली मैं माताजी को सरकारी गाड़ी से तहसील भेज रही हूं। इनकी समस्या का तत्काल निराकरण किया जाए । इसके बाद डीएम ने बुजुर्ग महिला को सरकारी गाड़ी से एसडीएम भोगनीपुर के पास भेज दिया । बुजुर्ग महिला का आरोप है कि गांव में उसकी कुछ जमीन है जिसे गांव का पटवारी उसके नाम पर दर्ज नहीं कर रहा है । डीएम के इस आदेश के बाद महिला को इंसाफ की उम्मीद जगी है । इसके साथ ही जब इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो कानपुर देहात ही नहीं जिसने भी इस वीडियो को देखा उसने डीएम नेहा जैन की प्रशंसा जरूर की।

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