बीज गन्ने की ऑनलाइन बुकिंग वर्ष भर कर सकेगें गन्ना किसान- भूसरेड्डी

बीज गन्ने की ऑनलाइन बुकिंग वर्ष भर कर सकेगें गन्ना किसान- भूसरेड्डी

लखनऊ। उ.प्र. गन्ना शोध परिषद, शाहजहाँपुर के कार्यों तथा प्रगति की समीक्षा बैठक अपर मुख्य सचिव, चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास, संजय आर. भूसरेड्डी की अध्यक्षता में बृहस्पतिवार को गन्ना आयुक्त कार्यालय के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि ऑनलाइन बीज बुकिंग की व्यवस्था अनवरत रूप से चलती रहेगी तथा बीज की उपलब्धता शरदकालीन व बसंतकालीन गन्ना बुवाई के समय किसानों को उनके निकटवर्ती शोध संस्थान से की जायेगी। किसान विभाग की वेबसाइट पर वांछित गन्ना किस्म की बुकिंग कभी भी कर सकते हैं।

अपर मुख्य सचिव संजय आर. भूसरेड्डी द्वारा गन्ना शोध परिषद, शाहजहाँपुर एवं सम्बद्ध केन्द्रों पर उत्पादित किये जा रहे अभिजनक बीज गन्ने की गहन समीक्षा की गई तथा इसका क्षेत्रफल बढाने पर विशेष जोर दिया गया। उन्होंने कहा कि अभिजनक बीज गन्ने के क्षेत्रफल में वृद्धि से और तीव्र गति से नवीन किस्मों का फैलाव किसानों के मध्य होगा।

गन्ना शोध परिषद की समीक्षा बैठक के दौरान गन्ना खेती में रसायनों के प्रयोग को कम करने एवं पर्यावरण सुरक्षित खेती को बढावा देने के दृष्टिगत जैव उत्पादांे के अधिकाधिक प्रयोग पर बल देते हुये अपर मुख्य सचिव ने वैज्ञानिकों से कहा कि पाउडर फार्म के साथ-साथ तरल जैव उत्पादों का भी उत्पादन शुरु किया जाये, जिससे कृषकों को इसके प्रयोग में सुगमता हो। उन्होंनें लाल सड़न रोग के प्रबन्धन हेतु ट्राइकोडर्मा जैव उत्पाद एवं बेधक कीटों के नियंत्रण हेतु ट्राइकोकार्ड के उत्पादन को बढ़ाने के निर्देश भी दिये।

मृदा परीक्षण एवं स्वास्थ्य कार्ड वितरण की समीक्षा में अपर मुख्य सचिव ने पाया कि परिषद के शाहजहाँपुर, सेवरही एवं मुजफ्फरनगर केन्द्र पर मृदा परीक्षण की प्रगति बहुत धीमी है जिस पर रोष प्रकट करते हुये शाहजहाँपुर, सेवरही एवं मुजफ्फरनगर के वैज्ञानिकों को निर्देश दिया कि प्रयोगशाला की क्षमता बढ़ाकर अधिक से अधिक कृषकों का मृदा परीक्षण कर मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किया जाये।

गन्ने के बेधक कीटों के नियन्त्रण हेतु संजय आर. भूसरेड्डी ने ट्राइकोकार्ड के उत्पादन पर विशेष बल देते हुये कहा कि शोध संस्थान द्वारा अधिक से अधिक महिला स्वयं सहायता समूहों को ट्राइकोकार्ड के उत्पादन का प्रशिक्षण दिया जाये तथा समूहों को उत्पादन में सहभागी बनाया जाये। श्री भूसरेड्डी ने समीक्षा में कहा कि शोध परिषद के समस्त केन्द्रों पर स्थापित प्रयोगशालाओं में अत्याधुनिक आटोमेटिक उपकरणों का प्रयोग कर कम श्रम में अधिक से अधिक आउटपुट लें जिससे कार्य क्षमता में वृद्धि हो और किसान हितपरक कार्यो को और गति मिले।

समीक्षा बैठक में विशेष सचिव उ.प्र. शासन, शेषनाथ, अपर गन्ना आयुक्त वी.के. शुक्ल, निदेशक उ.प्र. गन्ना शोध परिषद, शाहजहाँपुर, डा. एस.के. शुक्ल एवं समस्त शोध केन्द्रों के प्रभारी एवं वैज्ञानिक उपस्थित रहे।

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