प्रमोशन वाले IAS अफसर 23 जिलों में कलेक्टर के रूप में कर रहे है काम

प्रमोशन वाले IAS अफसर 23 जिलों में कलेक्टर के रूप में कर रहे है काम

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के 75 जनपदों में 75 आईएएस अफसर जिलाधिकारी के रूप में अपनी जिम्मेदारी का निर्वाहन कर रहे हैं। इन 75 आईएएस अफसरों में 52 भारतीय प्रशासनिक सेवा ( आईएएस ) कैडर के सीधी भर्ती के अफसर हैं, तो वही यूपी के 23 जिलों के डीएम पीसीएस ( PCS ) से आईएएस में प्रमोशन पाने वाले हैं। 23 जिलों में कलेक्टर के रूप में काम कर रहे यह 23 प्रमोशन पाने वाले आईएएस अफसर कौन है। पढ़िए खोजी न्यूज़ की खबर ........


13 अगस्त 2014 को प्रमोशन पाकर आईएएस अफसर बने बालकृष्ण त्रिपाठी मूल रूप से देवरिया जनपद के रहने वाले हैं। बालकृष्ण त्रिपाठी को प्रमोशन होने के बाद पहली बार अमरोहा जनपद की जिम्मेदारी डीएम के रूप में दी गई है। इससे पहले वह विशेष सचिव पंचायत राज सहित विभिन्न पदों पर काम कर चुके हैं। दूसरे नंबर पर मुजफ्फरनगर के डीएम के रूप में काम कर रहे चंद्र भूषण सिंह भी साल 2014 में ही आईएएस अफसर के रूप में प्रमोट हुए थे। मूल रूप से प्रतापगढ़ यूपी के रहने वाले चंद्र भूषण सिंह को 2014 में प्रमोशन पाने के बाद 27 मार्च 2016 को सोनभद्र जिले का डीएम बनाया गया था। इसके बाद चंद्रभूषण सिंह को डीएम आजमगढ़, डीएम अलीगढ़ और अलीगढ़ के बाद 25 जुलाई 2021 को मुजफ्फरनगर के डीएम के रूप में तैनात कर दिया गया था। 24 सितंबर 2015 को पीसीएस से आईएएस में प्रमोशन पाने वाले अखिलेश सिंह वर्तमान में सहारनपुर के जिला अधिकारी के रूप में काम कर रहे हैं। प्रमोशन पाने के बाद अखिलेश कुमार सिंह का डीएम के रूप में सहारनपुर तीसरा जिला है। इससे पहले वह अंबेडकरनगर व् शामली जनपद के डीएम की कमान संभाल चुके हैं।


5 नवंबर 1964 को प्रतापगढ़ में जन्म लेने वाले अनुराग पटेल 24 नवंबर 2015 को पीसीएस से आईएएस बने थे ।आईएएस बनने के बाद जिला अधिकारी के रूप में बांदा उनका तीसरा जिला है। इससे पहले वह फर्रुखाबाद और मिर्जापुर के जिलाधिकारी बनाए गए थे। इसी तरह अविनाश कृष्ण सिंह भी पीसीएस से आईएएस में 2015 में प्रमोशन पा गए थे। प्रमोशन पाने के बाद अविनाश कृष्णा सिंह भी तीसरी बार जिलाधिकारी की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। सबसे पहले वह हाथरस जिले के डीएम बनाए गए, उसके बाद संभल और 27 अक्टूबर 2021 से अविनाश कृष्ण सिंह डीएम मैनपुरी के पद पर बने हुए हैं। बरेली जैसे बड़े जिले के डीएम के रूम में जिम्मेदारी संभाल रहे शिवाकांत द्विवेदी भी पीसीएस से आईएएस में साल 2016 में प्रमोशन पाकर तीसरी बार जिले के कलेक्टर बनकर काम कर रहे हैं। प्रमोशन पाने के बाद सबसे पहले उन्हे चित्रकूट का डीएम बनाया गया था तो फिर डीएम आजमगढ़ की जिम्मेदारी भी दी गई थी।


इंद्र विक्रम सिंह पीसीएस से आईएएस अफसर के रूप में 2 जून 2016 को प्रमोशन पा गए थे। आईएएस में प्रमोट होने के बाद उन्हें 26 अप्रैल 2017 को शामली जनपद के डीएम के रूप में तैनात किया गया था। उसके बाद इंद्र विक्रम सिंह को शाहजहांपुर, बलिया तो 7 जून 2022 को उन्हें अलीगढ़ जैसे जिले की जिम्मेदारी दे दी गई। इसी तरह पीसीएस से आईएएस अफसर बने शैलेंद्र कुमार सिंह का भी 2016 में आईएएस में प्रमोशन हो गया था। शैलेंद्र कुमार सिंह को पहली बार 5 दिसंबर 2017 को लखीमपुर खीरी का जिलाधिकारी तो 4 जून 2021 को मुरादाबाद का डीएम बना दिया गया था। लगभग 15 महीने से शैलेंद्र कुमार सिंह मुरादाबाद के डीएम बने हुए हैं। 2016 में प्रमोशन पाकर आईएएस अफसर बने प्रकाश चंद श्रीवास्तव वर्तमान में डीएम औरैया के पद पर कार्यरत है। उनके खाते में पहली बार डीएम की पारी खेलने का नंबर 4 अप्रैल 2022 को आया जब सरकार ने उन्हें औरैया के जिले की जिम्मेदारी सौंप दी थी।


राकेश कुमार द्वितीय मूल रूप से उत्तर प्रदेश के फैजाबाद जनपद के रहने वाले हैं। 2 जून 2016 को पीसीएस से भारतीय प्रशासनिक प्रशासनिक सेवा में आ गए थे। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में सरकार बनने के बाद राकेश कुमार सिंह ने पलटकर नहीं देखा। 26 अप्रैल 2017 को उन्हें मुरादाबाद जनपद के डीएम की जिम्मेदारी दी गई। लगभग 4 साल तक डीएम मुरादाबाद रहने के बाद राकेश कुमार सिंह को 4 जून 2021 को गाजियाबाद का डीएम बना दिया गया था। मूल रूप से सुल्तानपुर जनपद के रहने वाले संजय कुमार सिंह (प्रथम) साल 2017 में प्रमोट होने के बाद सरकार ने 23 अक्टूबर 2021 को फर्रुखाबाद जिले का कलेक्टर बना दिया था। तब से वे इस पद पर काम कर रहे हैं। इसी के साथ ही राकेश कुमार मिश्रा साल 2018 में प्रमोशन पाकर पहली बार 8 जून 2019 को अंबेडकर नगर जिले का डीएम बने थे तो अब अमेठी के डीएम के रूप में काम कर रहे हैं।


डीएम बिजनौर के रूप में 4 जून 2021 से कार्यभार देख रहे उमेश मिश्रा को साल 2018 में पीसीएस से आईएएस में तरक्की मिली थी। सरकार ने 15 फरवरी 2019 को उनको पहले अमरोहा का डीएम बनाया, उसके बाद 4 जून 2021 को बिजनौर के जिला अधिकारी के रूप में तैनात किया गया। उमेश प्रताप सिंह को 5 नवंबर 2018 को आईएएस अफसर के रूप में जब प्रमोट किया गया उसके बाद 6 जनवरी 2022 से यह डीएम शाहजहांपुर के पद पर कार्यरत हैं। बुलंदशहर जिले के डीएम चंद्रप्रकाश सिंह भी 5 नवंबर 2018 को प्रमोशन पाकर आईएएस अधिकारी बन गए थे। सरकार ने इनको 15 फरवरी 2019 को कासगंज का डीएम तो 23 अक्टूबर 2021 को डीएम बुलंदशहर बनाया गया था। वर्तमान में डीएम बुलंदशहर के साथ-साथ चंद्रप्रकाश सिंह बुलंदशहर खुर्जा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष का भी कार्यभार संभाले हुए हैं।


24 नवंबर 1971 को उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर में जन्म लेने वाले मंगला प्रसाद सिंह का साल 2018 में प्रमोशन हुआ तो शासन ने मंगला प्रसाद सिंह को 11 सितंबर 2020 को पहले गाजीपुर का डीएम तो सितंबर 2022 को हरदोई का जिलाधिकारी बनाकर जिम्मेदारी दी हुई है। बिजनौर जनपद के मूल निवासी दिनेश चंद्रा का प्रमोशन भी 5 नवंबर 2018 को हुआ था। 15 अगस्त 2020 को उन्हें कानपुर देहात का डीएम बनाया गया तो 5 जून 2021 को दिनेश चंद्रा को डीएम बहराइच की जिम्मेदारी दी गई थी, जिसको अभी तक निभा रहे हैं। महोबा जिले के डीएम के रूप में काम कर रहे मनोज कुमार द्वितीय 31 मई 2019 को प्रमोशन पाकर आईएएस अफसर के रूप में मेरठ नगर निगम में पहली तैनाती पाए थे। इसके बाद मनोज कुमार द्वितीय को 23 अक्टूबर 2021 को डीएम महोबा के पद पर तैनात हुए थे,जहाँ उनका कार्यकाल आज भी जारी है।


हमीरपुर जिले के कलेक्टर के रूप में जिम्मेदारी संभाल रहे डॉक्टर चंद्र भूषण सिंह को भी 31 मई 2019 को आईएएस कैडर मिला था। मूल रूप से देवरिया के रहने वाले डॉ चंद्र भूषण सिंह डीएम हमीरपुर बने हुए हैं। फर्रुखाबाद में जन्म लेने वाले जितेंद्र प्रताप सिंह भी 31 मई 2019 को यूपी के आईएएस कैडर में प्रमोट हो गए थे। इनको पहली बार 2 मार्च 2021 को कानपुर देहात का डीएम बनाया था तो इसके बाद से इनको देवरिया का डीएम बनाकर तैनात किया हुआ है। इसी तरह आलोक सिंह को भी आईएएस कैडर मिल चुका है। उत्तर प्रदेश सरकार ने इनको पहली बार 27 अक्टूबर 2021 को ललितपुर जिले का डीएम बनाया था, तब से यह इस पद पर काम कर रहे हैं।


शुभ्रांत कुमार शुक्ला भी 31 मई 2019 को प्रमोशन पाकर आईएएस बने थे। उत्तर प्रदेश सरकार ने इन्हें विशेष सचिव मुख्यमंत्री के पद पर तैनात किया, जहां यह लगभग 4 साल तक मुख्यमंत्री के विशेष सचिव के तौर पर काम करते रहे। इसके बाद योगी सरकार ने 2 मार्च 2021 को पहले इनको डीएम चित्रकूट बनाया तो 16 जुलाई 2022 को इनको कन्नौज की जिम्मेदारी दे दी थी। मूल रूप से बिहार के रहने वाले विशाल भारद्वाज भी प्रमोशन पाकर 2019 में आईएएस बने थे। पहली पोस्टिंग स्टाफ अफसर, मुख्य सचिव उत्तर प्रदेश शासन के पद पर पाने के बाद इन्हें योगी सरकार ने 11 सितंबर 2020 को सीतापुर का डीएम बनाया था तो अब विशाल भारद्वाज 16 अप्रैल 2022 से आजमगढ़ जिले की के डीएम की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं।

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