ओवर रेटिंग और अवैध शराब बेचने वालों पर कसा शिकंजा

लखनऊ। 4 मई से शुरू हुई शराब की शॉप के बाद शासन ने आबकारी विभाग को सख्त आदेश जारी करते हुए कहा था अवैध शराब की बिक्री तथा ओवर रेटिंग किसी भी कीमत पर नही होनी चाहिए। सरकार और शासन के कड़े निर्देश के बाद आबकारी विभाग चौकन्ना होकर काम कर रहा है । शराब की दुकानों पर ओवर रेटिंग, अवैध शराब की बिक्री रोकने के मामलों पर विभाग ने कार्यवाही कर चेता दिया है कि अब यह खेल नही चलेगा।
गौरतलब है कि 4 मई को लॉक डाउन 3 शुरू होने पर सरकार ने शराब की दुकानें खोलने के आदेश जारी कर सभी दुकानों को ओपन करा दिया था। सरकार और शासन को यह अंदाजा पहले से ही था कि शराब की दुकान खुलने पर दुकानों पर ओवर रेटिंग तथा शराब माफियाओं के द्वारा अवैध शराब की बिक्री की जा सकती है, इसीलिए आबकारी मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री के निर्देश पर प्रमुख सचिव आबकारी संजय आर भुसरेड्डी ने आबकारी आयुक्त को पी गुरु प्रसाद को इस संबंध में कड़े आदेश दिए थे।
प्रमुख सचिव संजय आर भुसरेड्डी एंव आयुक्त पी गुरु प्रसाद के तेवर देखकर आबकारी विभाग के अफसरों ने स्थानीय स्तर पर सख्ती शुरू कर दी जिसका नतीजा आया कि अब तक 19 दुकानों पर ओवर रेटिंग का खेल पकड़ने के साथ साथ आज अवैध शराब की बिक्री के 127 अभियोग पकड़ते हुए 23959 लीटर शराब बरामद की। इस अभियान में आबकारी विभाग ने 4 शराब माफियाओं को पकड़कर जेल भी भेजा है।
लॉकडाउन में शराब बेचने वाले का लाइसेंस निरस्त
24 मार्च से शुरू हुए लॉकडाउन में शराब की सभी दुकाने बन्द करा दी गयी थी लेकिन कानपुर में देशी शराब के थोक लाइसेंसी मनीष जायसवाल ने अवैध रूप से लॉक डाउन में शराब को बेच दिया था। आबकारी विभाग को शिकायत हुई तो अधिकारियों ने मनीष के गोदाम का स्टॉक चेक किया तो आरोपों की पुष्टि हो गयी। आबकारी विभाग ने अवैध रूप से देशी शराब बेचने के मामले में कानपुर नगर के गोविंद नगर थाने में मनीष जायसवाल के खिलाफ मुकदमा लिखाते हुए उनके लाइसेंस को केंसिल कर दिया है।