आबकारी विभाग का गुडवर्क - राजस्व और रोजगार देगा मुजफ्फरनगर

आबकारी विभाग का गुडवर्क - राजस्व और रोजगार देगा मुजफ्फरनगर

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार बनने के बाद उद्योग के जरिये प्रदेश में निवेश कराने के लिए सरकार में इन्वेस्टर्स समिट करा कर सार्थक प्रयास किए । जिसका नतीजा रहा कि कई बड़ी कंपनियों ने उत्तर प्रदेश में एक बड़ा निवेश किया। इसी कड़ी में अब मुजफ्फरनगर जनपद का भी नाम जुड़ गया है। जनपद में 5 एथनॉल बनाने के नए प्लांट लगाए जा रहे हैं। जिससे एक तरफ सरकार को राजस्व मिलेगा वहीं जनपद के युवाओं को रोजगार के भी अवसर प्राप्त होंगे। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में अपनी सरकार का कार्यभार संभालते ही प्रदेश में नए उद्योग लगाने के लिए बिजनेसमैन को प्रेरित किया था। सरकार का कहना था कि उत्तर प्रदेश में अब कानून व्यवस्था मजबूत हुई है इसलिए नए उद्योग लगाने के लिए प्रदेश में अनुकूल माहौल है। मुख्यमंत्री के योगी के प्रयास पर उद्योगपतियों ने भी भरोसा जताया था।

उत्तर प्रदेश में कई बड़ी कंपनियों ने उद्योग इकाइयों को उत्तर प्रदेश में स्थापित भी किया है। इसी कड़ी में अब मुजफ्फरनगर में एथनॉल बनाने के पांच नए प्लांट लगाए जा रहे हैं। दरअसल अपर मुख्य सचिव आबकारी विभाग संजय आर भुसरेड्डी सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रदेश में उद्योग में निवेश के मिशन को पूरा करने में जुटे हुए हैं। तभी तो जब दिल्ली के एक बिजनेसमैन ने जनपद मुजफ्फरनगर में एथनॉल डिस्टलरी लगाने के लिए अपर मुख्य सचिव आबकारी संजय आर भुसरेड्डी से अनुरोध किया तो उन्होंने उनके अनुरोध को तत्काल स्वीकारते हुए भरोसा दिलाया कि आप ही नहीं अपने अन्य बिजनेसमैन दोस्तों को भी लाइए और उत्तर प्रदेश में निवेश कीजिए। दिल्ली के बिजनेसमैन आशीष आहूजा अपने अपने साथी अर्पित अग्रवाल के साथ मिलकर मुजफ्फरनगर जनपद के पुरकाजी में 75 KL के दो डिस्टलरी लगाने के लिए मुजफ्फरनगर में आवेदन किया।


मुजफ्फरनगर के जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश ने अपने विभागीय मुखिया संजय आर भुसरेड्डी के आदेश के बाद कई अन्य लोगों को भी मुजफ्फरनगर में एथनॉल डिस्टलरी लगाने के लिए प्रेरित किया। यही वजह रही कि मुजफ्फरनगर में अर्पित अग्रवाल एवं आशीष आहूजा ने 75 - 75 KL की दो डिस्टलरी पुरकाजी में तो कार्तिक स्वरूप ने बेगराजपुर में 100 KL एवं आईपीएल कंपनी की रोहाना शुगर मिल ने 165 KL के प्लांट को लगभग तैयार कर लिया है जबकि जगमोहन गोयल का प्रपोजल पाइप लाइन में है । इस तरह मुजफ्फरनगर में लगभग 500 KL के नए एथनॉल प्लांट शुरू होने जा रहे हैं, जबकि इससे पहले मुजफ्फरनगर में तीन डिस्टलरी सर शादीलाल मंसूरपुर में 250 KL, त्रिवेणी जौली रोड में 165 KL जबकि टिकोला शुगर मिल रामराज पहले से ही एथनॉल का उत्पादन पहले से कर रही हैं।

इन पांच नई डिस्टलरी लगने से जहां 500 करोड़ का जनपद में निवेश हुआ है, वही लगभग 300 करोड़ रुपए महीने का राजस्व भी इजाफा हुआ है। जबकि इससे पहले 300 करोड़ महीना का राजस्व पहले से चल रही तीनों डिस्टलरी उत्तर प्रदेश सरकार को दे रही थी। अब जब जनपद में पांच नहीं डिस्टलरी खुल रही है तो आबकारी विभाग मुजफ्फरनगर से उत्तर प्रदेश सरकार को 600 करोड रुपए का राजस्व हर महीने प्राप्त होगा।



एथनॉल से गाड़ी चलाने के लिए नितिन गडकरी कर रहे प्रयास

दरअसल एथनॉल डिस्टलरी से पेट्रोल कंपनियां खरीदती है और पेट्रोल में अभी 8.5 प्रतिशत एथनॉल मिलाया जाता है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग में मंत्री नितिन गडकरी लगातार प्रयासरत है कि देश में पेट्रोल के साथ-साथ एथनॉल से भी वाहन चलने लगे। उनका सीधा मकसद है कि पेट्रोल पर निर्भर न रहकर एथनॉल का वाहन सड़क पर दौड़े। पेट्रोल पर निर्भरता कम करने के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने वाहन निर्माता कंपनियों को भी निर्देश दिए हैं कि एथनॉल से चलने वाले इंजन वह तैयार करें।




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