कप्तान-कलेक्टर का फॉर्मूला कामयाब, चुनाव सकुशल होने से बढ़ा जनविश्वास

कप्तान-कलेक्टर का फॉर्मूला कामयाब, चुनाव सकुशल होने से बढ़ा जनविश्वास

लखनऊ। पश्चिमी यूपी का एक ऐसा जिला, जहां पर मतदान शांतिपूर्वक होना लोग आसान नहीं मान रहे थे क्योंकि एक ही जिले में दो ऐसी हॉट विधानसभा सीट जो पूरे प्रदेश में चर्चाओं में थी। इस जिले में तीन विधानसभा सीटें हैं। ऐसे जिले में जहां लोग शांतिपूर्वक चुनाव सम्पन्न होना बहुत बड़ी चुनौती मान रहे थे, वहां विधानसभा चुनाव सकुशल सम्पन्न कराने की इस चुनौती स्वीकारते हुए जिले की डीएम और एसपी के रूप में कमान संभाल रहे दो युवा अफसरों ने ऐसी व्यवस्था बनाई कि परिंदा भी पर ना मार सका। यही वजह रही कि पहले चरण की सीटों के जिले में शामिल इस शामली जनपद में सर्वाधिक मतदान हुआ। जीं हां हम बता कर रहे हैं जनपद शामली की, जहां पर जिलाधिकारी के पद पर वर्ष 2012 बैच की आईएएस अफसर जसजीत कौर और एसपी की कमान अपनी कार्यशैली के बल पर जुदा पहचान रखने वाले वर्ष 2015 बैच के आईपीएस अफसर सुकीर्ति माधव संभाल रहे हैं। जनपद शामली में सकुशल सम्पन्न हुए मतदान पर खोजी न्यूज की खास रिपोर्ट...

उत्तर प्रदेश में 18वीं विधानसभा के गठन के लिये चुनाव हो रहे हैं। उत्तर प्रदेश में चुनाव कराने की अधिसूचना जारी करते हुए निर्वाचन आयोग ने 7 चरणों में चुनाव कराने की घोषणा की थी। उत्तर प्रदेश में फिलहाल 6 चरणों का मतदान पूर्ण हो चुका है। उत्तर प्रदेश में हुए पहले चरण में 11 जिलों की 58 सीटों में जनपद शामली की 3 विधानसभा सीटें भी शामिल थी। इन विधानसभा सीटों पर 10 फरवरी को मतदान पूर्ण हुआ। इस जनपद की दो विधानसभा सीटों को बहुत ही संवेदनशील माना जा रहा था। कैराना विधानसभा सीट पर देश और प्रदेश के सियासी लीडरों का ही नहीं बल्कि प्रदेश की जनता का भी इस सीट पर फोकस था क्योंकि इस विधानसभा सीट को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला निरंतर चल रहा था। ठीक इसी तरह जनपद शामली की थानाभवन विधानसभा सीट भी संवेदनशील मानी जा रही थी क्योंकि इस विधानसभा सीट से भाजपा ने तीसरी बार उत्तर प्रदेश सरकार में काबीना मंत्री सुरेश राणा को अपना प्रत्याशी बनाया था। भाजपा प्रत्याशी सुरेश राणा अपने बयानों को लेकर काफी चर्चाओं में रहते हैं और पश्चिमी यूपी में भाजपा के बड़े नेताओं में शुमार हैं।

जनपद में चुनाव सकुशल सम्पन्न कराना लोग पुलिस-प्रशासन के लिये बड़ी चुनौती मान रहे थे। इस जनपद मे जिलाधिकारी का कार्यभार संभाल रही जसजीत कौर और पुलिस कप्तान की कमान संभाल रहे सुकीर्ति माधव ने चुनौतियों का वेलकम करते हुए दोनों अफसरों ने जनपद में ऐसी व्यवस्थाएं बनाई कि परिंदा ने भी पर नहीं मारा। जहां पर लोग आरोप-प्रत्यारोप के चलते मान रहे थे कि इन विधानसभा सीटों के इलाके में कुछ भी हो सकता हैं, वहां पर दोनों अफसरों ने अपना फार्मूला यूज करते हुए मतदान सकुशल सम्पन्न कराया। यह सब इसीलिये संभव हो सका कि डीएम जसजीत कौर और एसपी सुकीर्ति माधव पहले पूरी तरह से होमवर्क करते हुए पुलिसकर्मियों व अफसरों की पोलिंग बूथों पर इस तरह से ड्यूटी लगाई, जिससे कोई मतदान केन्द्र पर गड़बड़ी करने का साहस ना जुटा सके। इसके अलावा देर रात तक व्यवस्था बनाने के बाद दोनों अफसर सवेरे ही घर से निकलकर मतदान सम्पन्न होने तक बूथ स्थलों का निरंतर निरीक्षण करते रहे। दोनों अफसर तब तब दौड़ते रहे तब मतदान पूर्ण नहीं हुआ। दोनों अफसरों ने अपनी अधीनस्थों को अलर्ट मोड़ में किया हुआ था, जिनकी चप्पे-चप्पे पर नजर थी कि कहीं पर भीड़ तो नहीं हो रही है, कहीं फर्जी वोटिंग तो नहीं हो रही है। दोनों अफसरों की कार्यप्रणाली वास्तव में ही काबीले-तारीफ है। जनपद में शांतिपूर्ण मतदान होने से पब्लिक दोनों अफसरों की कार्यप्रणाली को देखकर उनकी प्रशंसा कर रही है।

पहले चरण में 11 जिले शामिल थे। इन सभी जिलों में सर्वाधिक मतदान जनपद शामली में हुआ है। जनपद की सभी सीटों पर 69.53 प्रतिशत मतदान हुआ। हॉट सीट कैराना पर 73.22 प्रतिशत, संवेदशील सीट थानाभवन पर 68.05 प्रतिशत और शामली विधानसभा सीट पर 67.23 प्रतिशत मतदान हुआ। लोगों का कहना है कि आज से पहले जनपद शामली में ऐसा चुनाव नहीं हुआ है, जैसा इस बार सम्पन्न हुआ है। ना ही इस बार झगड़ा हुआ है और ना ही फर्जी वोटिंग हुई है। लोगों का कहना है कि जनपद में ऐसे अधिकारियों की ही आवश्यकता है, जो चुनाव को सकुशल सम्पन्न कराने के साथ जनपद में अधिकतर लोगों की वोट करा सके।

गौरतलब है कि डीएम और एसपी ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए जनपद को 11 जोन और 94 सेक्टरों में बांट दिया था। कैराना और थानाभवन विधानसभा सीट पर अफसरों ने पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की अतिरिक्त टीमों के साथ अतिरिक्त चुनाव प्रेक्षक तैनात किये थे। एसपी सुकीर्ति माधव द्वारा विधानसभा चुनाव 2022 को सम्पन्न कराने के उद्देश्य से तकरीबन 15 हजार लोगों की चालान किये और निरोधात्मक कार्रवाई करते हुए 10 हजार लोगों को मुचलका पाबंद किया गया। एसपी ने अवैध शराब रोकेने के लिए पुलिस और आबकारी विभाग की संयुक्त टीम हरियाणा सीमा पर एक्टिव की। एसपी के निर्देश पर 5 हजार लाइसेंसी शस्त्रों में से 10 प्रतिशत शस्त्र थानों में जमा कराये गये थे। कोरोना संक्रमण को देखते हुए हर बूथ स्थल पर कोरोना डेस्क का इंतजाम किया हुआ था, जहां सेनेटाइजर, मास्क और थर्मल स्क्रीनिंग मशीन रखी हुई थी। मतदाताओं से मास्क का प्रयोग कराते हुए मतदान सम्पन्न कराया गया।

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