नीतीश ने दोहराया: बिहार के साथ देश के सभी पिछड़े राज्यों को मिले विशेष दर्जा

नीतीश ने दोहराया: बिहार के साथ देश के सभी पिछड़े राज्यों को मिले विशेष दर्जा

पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज फिर दोहराया कि बिहार समेत देश के सभी पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा मिलना चाहिए, तभी भारत दुनिया के विकसित देशों की श्रेणी में शामिल हो सकेगा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को यहां ज्ञान भवन के सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र में आयोजित कार्यक्रम के दौरान दोहराया कि बिहार के साथ-साथ देश के सभी पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि देश के सभी पिछड़े राज्यों को विशेष राज्य का दर्जा मिल जाएगा तो भारत दुनिया के विकसित देशों की श्रेणी में शामिल हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का नाम लिए बगैर कहा कि वे लोग जहां जहां राज कर रहे हैं वहां कोई काम नहीं हो रहा है सिर्फ प्रचार में लगे हैं। आज केंद्र से राज्यों का हिस्सा भी नहीं मिलता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग सिर्फ राज करना चाहते हैं जबकि हमलोगों की रुचि काम करने में है ।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है। कुछ लोग अनाप-शनाप बोल कर सिर्फ दुष्प्रचार करने में लगे रहते हैं। उन्होंने कहा कि सभी वर्ग के लोगों को एकजुट रहकर एक एक बात को समझने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान पूर्णिया में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उन पर किए गए हमलों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह पूर्णिया जाएंगे तो उसी समय सारी बात बताएंगे। वे उन पर निशाना साध रहे हैं तो उन्हें यह करने दीजिए। उन्होंने कहा कि जो लोग कुछ भी बोलते हैं उन्हें बता दिया जाएगा। वह पूर्णिया जाएंगे तो पूरे इलाके के विकास को देखेंगे और चर्चा भी करेंगे।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गृह मंत्री अमित शाह के पूर्णिया हवाईअड्डा चालू होने संबंधी बयान पर कहा, "क्या वह (अमित शाह) एयरपोर्ट बनवाएं हैं। वहां एयरपोर्ट का निर्माण कितना पहले हुआ है, यह सबको मालूम है। एयरपोर्ट के लिए जमीन हमलोगों ने दे दी है।"

मुख्यमंत्री ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से हुई मुलाकात में उन्हें अहमियत नहीं दिए जाने के भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी के आरोपों के बारे में पूछे जाने पर कहा, "वे बेचारे अपने लिए ट्राई कर रहे हैं। उस आदमी को रोज बोलना है। रोज बोलेंगे तो उसके बाद उनको कुछ मिल जाए यह अच्छी बात है। उनको कहिए कि आप रोज अनाप-शनाप बोलिए वो (नरेंद्र मोदी) खुश होते हैं।"

वार्ता

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