देश की आर्थिक स्तिथि को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता व्यक्त की

देश की आर्थिक स्तिथि को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने चिंता व्यक्त की

लखनऊ। अभी कुछ दिन पहले ही देश की सबसे बड़ी अदालत अर्थात् सुप्रीम कोर्ट ने इस बात पर चिंता जतायी थी कि देश के लिए मुफ्त की रेवड़ियां बांटने की राजनीति घातक है। बीती 19 जुलाई को एक सर्वदलीय बैठक हुई थी जिसमें श्रीलंका के आर्थिक हालात पर चर्चा करते हुए देश के राज्यों की हालत पर भी चिंता जतायी गयी थी जो लाखों करोड़ के कर्ज में डूबे हैं। एक नजर राज्यों पर डालें तो राजस्थान 4.77 लाख करोड़ के कर्ज में डूबा है। इसी प्रकार उत्तर प्रदेश 6.59 लाख करोड़, गुजरात 4.02 लाख करोड़, महाराष्ट्र 6.08 लाख करोड़, तमिलनाडु 6.59 लाख करोड़, आंध्र प्रदेश 3.9 लाख करोड़ और पश्चिम बंगाल पर 5.62 लाख करोड़ का कर्ज है। राज्य की आमदनी का बड़ा हिस्सा ब्याज की अदायगी में ही चला जाता है। श्रीलंका की बदहाली का एक कारण सत्ता में बैठे लोगों का भ्रष्टाचार भी था। हमारे देश में भी ऐसे हालात हैं। अभी जिस तरह की खबरें आ रही हैं, उससे लगता है कि सियासत में धनपशुओं पर शिकंजा कसना भी जरूरी है। ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद के साथ पार्टी के सभी पदों से भी हटा दिया है लेकिन इससे वे दोषमुक्त नहीं हो जाएंगी। पार्थ चटर्जी की महिला मित्र ने बयान दिया कि उसके ठिकानों से बरामद लगभग 50 करोड़ रुपये की सम्पत्ति पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी की है। अब उनकी सम्पत्ति को लेकर कहा जा रहा है कि ये तो चिल्लर अर्थात रेजगारी भर है, पार्थ के पास अकूत सम्पत्ति है। भ्रष्टाचार से पनपे धनपशुओं की सम्पत्ति से राज्यों का कर्ज दूर किया जा सकता है। ऐसे धनपशु अन्य राजनीतिक दलों में भी मिलेंगे, यदि ईडी जैसी संस्थाएं ईमानदारी से कार्य करें।

पश्चिम बंगाल में टीचर भर्ती मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। तत्कालीन शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी की महिला मित्र अर्पिता मुखर्जी ने कोलकाता के टॉलीगंज और बेलघरिया में दो आवासों से लगातार दो बार भारी मात्रा में नकदी और सोना बरामद होने के बाद प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी के सामने कबूल किया कि बरामद पैसा पार्थ चटर्जी का है। अर्पिता के मुताबिक मुझे नहीं पता पैसा कहां से आया और कैसे कमाया गया। अर्पिता के मुताबिक, मैंने इस पैसे का इस्तेमाल नहीं किया।इसी बीच ईडी ने तीन बैंक खाते भी सील किए जिसमें करीब ढाई करोड़ रुपये जमा हैं। सूत्रों के मुताबिक अर्पिता का कहना है कि पार्थ चटर्जी के लोग उसके घर में एक कमरे में पैसा रखकर चले जाते थे। उस कमरे में जाने की इजाजत अर्पिता को नहीं थी। अलमारी में लॉक भी उनका आदमी ही लगाता था। फिलहाल अर्पिता ने पूरी बरामदगी से पल्ला झाड़ लिया है।

पश्चिम बंगाल में टीचर भर्ती घोटाले से जुड़े मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय ने अर्पिता मुखर्जी के उत्तर कोलकाता के बेलघरिया स्थित फ्लैट पर लगभग 18 घंटों से चल रही अपनी रेड को जब खत्म किया, तब इस रेड में अर्पिता मुखर्जी के घर से 20.21 करोड़ नहीं बल्कि पूरे 29 करोड़ रुपए के साथ-साथ 5 किलो सोना भी बरामद किया गया। ईडी के अधिकारी वहां से लगभग 29 करोड़ रुपये की नकदी को 10 स्टील के बक्सों में भर कर ले गए। यानि अगर अर्पिता मुखर्जी के दो घरों से रेड में मिली रकम को जोड़ दिया जाए तो वह 50 करोड़ हो जाएगी।

इसी के बाद पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ चटर्जी को मंत्री पद से हटा दिया और उसके बाद उन्हें पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। ईडी ने जो अनुमान लगाया है उसके हिसाब से शिक्षक भर्ती घोटाला करीब 120 करोड़ रुपए का है यानी करीब 60 से 62 करोड़ रुपया अभी और बरामद किया जाना बाकी है। एक और बड़ी दिलचस्प बात है कि रेड्स में एक डायमंड रिंग मिली है जिस पर 'पी' लिखा हुआ है। ये 'पी' क्या पार्थ चटर्जी की ओर इशारा कर रहा है, इसका पता लगाया जा रहा है।

गौरतलब है कि सरकारी स्कूलों और सहायता प्राप्त स्कूलों में हुए कथित शिक्षक भर्ती घोटाले के वक्त पार्थ चटर्जी के पास शिक्षा विभाग का प्रभार था। बाद में उनसे यह विभाग ले लिया गया था। प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हें धनशोधन मामले में गत 23 जुलाई को गिरफ्तार किया था। प्रवर्तन निदेशालय स्कूल सेवा आयोग द्वारा की गई शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितता के आरोपों की जांच कर रहा है।

मिली जानकारी के अनुसार पार्थ चटर्जी करोड़ों के मालिक हैं। उनके पास पिंगला में लगभग 45 करोड़ की कुछ जमीनें हैं। उनकी पत्नी बबली चटर्जी के नाम एक स्कूल है, जिसकी कीमत 50 करोड़ बताई जा रही है। कोलकाता के बाघा जतिन स्टेशन के पास 12 कट्ठा जमीन है जो अस्पताल बनाने के लिए ली गई है। बेगमपुर में भी 25 बीघा जमीन बताई जा रही है। पार्थ चटर्जी के पास नकताला कोलकाता में एक घर, 9 घर बोलपुर में हैं। इसके अलावा शांतिनिकेतन में 4 हजार स्क्वायर फीट का अलग से एक फ्लोर है। पार्थ के पास डायमंड सीटी में 4 फ्लैट, बलघेरिया क्लब टाउन में 2 फ्लैट, ब्रह्मनगर में एक फ्लैट, न्यू टाउन में 2 फ्लैट, एक घर सोनारपुर में और एक महल जैसा घर जांगीपारा में है। साथ ही 45 करोड़ के आस-पास की पिंगला में जमीन है। पत्नी के नाम 50 करोड़ का एक स्कूल है। हॉस्पिटल के लिए 17 कट्ठा जमीन कोलकाता स्टेशन के पास, बेगुमपुर में 25 बीघा जमीन व एक फॉर्महाउस सिंगुर में है। दक्षिण 24 परगना में एक गेस्टहाउस, न्यू रॉयल बंगाल रिसॉर्ट, गोसाबा में एक रिसॉर्ट, बीरपुर में एक फॉर्महाउस, बंटाला में 10 बीघा जमीन, झारखंड में 24 एकड़ जमीन, बर्धमान में खनन के लिए डंपर भी है। किया सेठ पार्लर और गार्मेंट चेन में इनवेस्टमेंट, कस्बा रथ टाला में इच्चे इंटरटेनमेंट प्राइवेट लिमिटेड की पूरी बिल्डिंग है।

अर्पिता की पार्थ से मुलाकात पश्चिम बंगाल की अभिनेत्री ने करवाई थी। उसकी 2016 से पार्थ से दोस्ती थी। लेकिन गलत गतिविधियां 2 साल पहले से शुरू हुईं थी। ये पैसा एसएससी एग्जाम के अलावा ट्रांसफर, कॉलेजों को मान्यता दिलवाने जैसे कामों से आता था। पैसा हमेशा पार्थ के लोग लेकर आते थे पार्थ नहीं। वहीं ईडी को पार्थ के घर से 2012 टीईटी एग्जाम के भी दस्तावेज मिले हैं। अर्पिता ने कई संपत्तियों के बारे में भी बताया है। एक ब्रोकर और एक बड़े कारोबारी का जिक्र भी किया गया है। इनके यहां भी ईडी ने छापेमारी की है। अर्पिता मुखर्जी ईडी की जांच में सहयोग नहीं कर रही है। इसकी बानगी 29 जुलाई को तब दिखी जब ईडी की टीम अर्पिता मुखर्जी को स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल लेकर गई। इस दौरान अर्पिता मुखर्जी ने कार से निकलने से इनकार कर दिया, साथ ही वो जोर-जोर से रोने भी लगीं। हालांकि, बाद में मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें जबरदस्ती कार से बाहर निकाला। अर्पिता की जांच कोर्ट के उस

आदेश के तहत करायी जा रहाीथी, जिसमें हर 48 घंटे में उसकी स्वास्थ्य जांच कराने की बात कही गई थी। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा)

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