पेट्रोल ने तोड़े रिकाॅर्ड- पांच राज्यों में जनता को मिली राहत
नई दिल्ली। देशभर में पेट्रोल- डीजल की कीमतें इतनी बढ़ी गई हैं कि लोगों का हाल-बेहाल कर दिया है। नागरिक पहले से ही कोरोना के चलते आई मंदी के नीचे दबे पड़े हैं, वहीं सरकार नागरिकों की कमर तोड़ने से बाज नहीं आ रही है। पांच राज्यों से इस बीच अच्छी खबर आ रही है। इन राज्यों ने नागरिकों को राहत देते हुए कर को घटा दिया है। इसके बाद अब नागरिकों को पेट्रोल-डीजल अन्य राज्यों की अपेक्षा सस्ता मिलना शुरू हो गया है।
पेट्रोल-डीजल के दाम लगातार रिकाॅर्ड तोड़ रहे हैं। 100 रुपये की कीमत पहुंच जाने के बाद जैसे वाहन चलाना तो दूभर हो गया है। आम नागरिकों के सामने अब पेट्रोल खरीदना किसी महाभारत से कम नहीं रही है। देश भर में इसके प्रति विरोध-प्रदर्शन हो रहा है। लोग दुपहिया वाहनों को रेहड़ों पर रखकर प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं और अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं। कच्चे तेल की कीमत कम होने के बावजूद भी केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा इतना टैक्स लगाया जा रहा है कि यह आम आदमी की पहुंच से दूर हो रहा है। ऐसे में पांच राज्यों ने टैक्स घटाकर राज्य के लोगों को भारी राहत प्रदान की है। सस्ते दामों में पेट्रोल और डीजल देने वाले राज्य राजस्थान, असम, पश्चिम बंगाल, नागालैंड और मेघालय हैं। इन सभी राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाला वैल्यू एडेड टैक्स घटा दिया हैं। पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर एक रुपये वैट कम किया है। नागालैंड में पेट्रोल और अन्य ईंधनों पर टैक्स की दर को 29.80 फीसद प्रति लीटर से घटाकर 25 फीसद प्रति लीटर या 18.26 रुपये से घटाकर 16.04 रुपये (दोनों में से जो अधिक हो) कर दिया गया है। पेट्रोल और डीजल की कीमतें पिछले 10 दिनों से लगातार बढ़ रही हैं और कुछ राज्यों में, पेट्रोल की कीमत 100 रुपये से भी अधिक हो गई है। विपक्षी दलों ने भी डीजल और पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि को लेकर देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया है।