दो पहिया वाहनों की मांग बढ़ी

दो पहिया वाहनों की मांग बढ़ी

लखनऊ। कोरोना काल में भले ही ऑटो कंपनियों को भारी परेशानी और सेल ना होने जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ा हो लेकिन अब जब देश अनलॉक 2.0 की तरफ बढ़ रहा है, इन ऑटो कंपनियों के सामने नए ग्राहक आ गए हैं। कोरोना संक्रमण के कारण तेजी से बढ़ी सतर्कता ने लोगों को अपने वाहन खरीदने के लिए प्रेरित किया है। ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले दिनों में वाहनों की बिक्री बढ़ेगी। इन दिनों यात्री वाहनों और दोपहिया गाड़ियों की खरीद के लिए पूछताछ में तेजी, लॉकडाउन के बाद मझोले और छोटे शहरों के शोरूम में लोगों की आवाजाही बढ़ने, शहरों में निकलने के लिए निजी वाहन के इस्तेमाल का रुझान और शादियों की मांग के चलते जुलाई में वाहनों बिक्री बढ़ने का अनुमान है। ग्रामीण मांग (कृषि गतिविधियों के लिए बेहतर मानसून और श्रमिकों की उपलब्धता के कारण) और ऑटो मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में उत्पादन एक बार फिर तेजी से शुरू होने के कारण उपलब्धता बढ़ने की वजह से वाहनों के कारोबार में सुधार की उम्मीद है। एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया कि दोपहिया वाहनों की बिक्री मजबूत होगी, लेकिन कारों की मांग बढ़ने की ज्यादा संभावना नजर नहीं आ रही। रिपोर्ट के मुताबिक दोपहिया वाहनों की मांग में बाद में तेजी आएगी। हालांकि कोरोना महामारी के जोखिमों और उसके आर्थिक असर के कारण जिन लोगों के पास पहले से वाहन हैं, उनके गाड़ी बदलने या बेहतर मॉडल खरीदने की दर में करीब 50 प्रतिशत गिरावट आ सकती है। डोलट कैपिटल ने कहा कि लॉकडाउन के बाद महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु को छोड़कर बाकी जगह खुदरा मांग में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

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