महिला उत्पीड़न रोकना समाज की भी जिम्मेदारी- प्रियम्वदा

महिला उत्पीड़न रोकना समाज की भी जिम्मेदारी- प्रियम्वदा

मुजफ्फरनगर। महिला आयोग की सदस्या प्रियम्वदा तोमर ने कहा कि महिला उत्पीडन को रोकना समाज की भी जिम्मेदारी है। यदि कही किसी महिला के साथ नाइंसाफी होती है तो नागरिक आयोग को सूचना देकर सरकार का सहयोग करें। प्रदेश सरकार और आयोग महिलाओं का सम्मान बनायें रखने के प्रति पूरी तरह से गंभीर है।



महिला आयोग की सदस्या सोमवार को कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में महिला उत्पीडन की जनसुनवाई कर रही थी। उन्होंने कहा कि सरकार और महिला आयोग की कोशिश है कि महिलाओं को समाज में पूरा सम्मान मिले और उनका कही पर भी उत्पीडन ना हो। महिला उत्पीडन को रोकना समाज की भी जिम्मेदारी है। महिलायें इसी समाज का हिस्सा है।

उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाये गये मिशन शक्ति अभियान के बेहतर परिणाम सामने आये है। इस अभियान से महिलाओं में जागरूकता आई और वे अपने अधिकारों के प्रति सचेत हुई है। जन सुनवाई में कई मामले सुनवाई के लिए रखें गये। जिनमें से चार मामले मंसूरपुर, पुरकाजी, बागपत और जनपद मेरठ के सरूरपुर थाने में भेजे गये।

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