मोबाइल बंद कर गायब हुए बीडीसी सदस्य, उम्मीदवार खोजी अभियान में जुटे

मोबाइल बंद कर गायब हुए बीडीसी सदस्य, उम्मीदवार खोजी अभियान में जुटे

मुजफ्फरनगर। शासन द्वारा ब्लाक प्रमुख के चुनाव की अधिसूचना जारी करते ही जनपद के 9 ब्लाकों में होने वाले प्रमुख चुनाव के लिए अपनी नामजदगी कराने वाले उम्मीदवार क्षेत्र पंचायत सदस्यों को खोजते हुए फिर रहे हैं।मोबाइल बंद कर भूमिगत हुए बीडीसी सदस्यों को उम्मीदवारों के समर्थक खोजने में जुट गए हैं।

शासन की ओर से ब्लाक प्रमुख के चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी गई है। जिसके चलते बृहस्पतिवार को नाम निर्देशन पत्र दाखिल किए जा रहे हैं। जनपद के खतौली, जानसठ, मोरना, पुरकाजी, बुढ़ाना, बघरा, चरथावल, मुजफ्फरनगर सदर और शाहपुर ब्लॉक मुख्यालय पर भारी गहमागहमी के बीच उम्मीदवारों द्वारा अपने समर्थकों के जमावड़े के बीच नामांकन दाखिल करने का सिलसिला चल रहा है। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच ब्लाक प्रमुख उम्मीदवार अपने नामांकन दाखिल कराने ब्लॉक मुख्यालय पर पहुंच रहे हैं। उधर ब्लाक प्रमुख के चुनाव की अधिसूचना जारी होते ही जनपद के सभी 9 ब्लाकों में ज्यादातर क्षेत्र पंचायत सदस्य भूमिगत हो गए हैं।

रात और दिन चैबीसों घंटे खुला मिलने वाला क्षेत्र पंचायत सदस्यों का मोबाइल फोन अब स्विच ऑफ आ रहा है। ब्लॉक प्रमुख पद के उम्मीदवार और उनके समर्थक क्षेत्र पंचायत सदस्यों को उनके गांव पहुंचकर तलाशते हुए फिर रहे हैं। लेकिन वह मोबाईन बंदकर अपने घरों से गायब हो गए हैं। बीडीसी सदस्यों को उम्मीदवार और उनके समर्थक रिश्तेदारों के अलावा उनके परिजनों के यहां भी तलाश कर रहे हैं। लेकिन कहीं उनका पता नहीं चल पा रहा है। जनपद के सभी नो ब्लॉकों में प्रमुख पद का चुनाव दस जुलाई को होगा। इसमें अभी तक सीधा मुकाबला समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच ही होने की संभावना है। हालांकि समाजवादी पार्टी की सक्रियता जिला पंचायत अध्यक्ष पद के चुनाव के मुकाबने ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में काफी ज्यादा है।

भाजपा ने जनपद की नो सीटों के सापेक्ष केवल आठ सीटों पर ही अपने उम्मीदवार उतारे है। खतौली में दोनों ही कददावर उम्मीदवारों के भाजपा से जुडा होने की वजह से पार्टी नेता कुछ कडवा सहन करने की बजाय किसी एक प्रत्याशी को अपना घोषित करने की हिम्मत नही जुटा पाई है। इसलिये दोनों हाथों में लडडू रखते हुए जोनसा भी उम्मीदवार चुनाव जीतकर ब्लाक प्रमुख की कुर्सी हासिल करेगा। भाजपा उसे ही अपना ही मान लेगी। कुछ जगहों पर निर्दलीय भी मैदान में उतरे हुए हैं। लेकिन इससे पहले अधिकांश क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर दिया है। किसे समर्थन देना है, यह उन्होंने लगभग-लगभग तय कर रखा है। इसलिए कोई और उम्मीदवार उनसे बात न कर सके, इसलिए उन्होंने ऐसा किया है। वे कहां हैं, इस बारे में उनके घरवाले भी अनिभिज्ञता जता रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो गायब क्षेत्र पंचायत सदस्य मतदान से एक दिन पहले रात को या फिर मतदान वाले दिन सुबह ही सामने आएंगे।

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