कड़ा कृपाण नहीं उतारने पर सिख छात्रा को परीक्षा से किया बाहर

धार्मिक प्रतीकों की वजह से एग्जाम में बैठने से रोकने की जानकारी सामने आई है।;

Update: 2025-07-27 11:30 GMT

जयपुर। राजधानी की पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में आयोजित की गई न्यायिक सेवा परीक्षा में सिख छात्रा को उसके धार्मिक प्रतीकों वजह से एग्जाम में बैठने की रोक दिया गया। घटना को लेकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने गहरी नाराजगी जताते हुए इसे धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करार दिया है।

रविवार को जयपुर की पूर्णिमा यूनिवर्सिटी में आयोजित न्यायिक सेवा परीक्षा में पंजाब के तरनतारन जनपद के खडूर साहिब की रहने वाली छात्रा गुरप्रीत कौर को उसके धार्मिक प्रतीकों की वजह से एग्जाम में बैठने से रोकने की जानकारी सामने आई है।


एग्जाम देने से रोकी गई स्टूडेंट ने एग्जाम सेंटर के बाहर एक वीडियो बनाकर उजागर किया है कि जिस समय वह एग्जाम देने के लिए सेंटर पर पहुंची थी तो सुरक्षा जांच के दौरान मेरे से कड़ा कृपाण और अन्य प्रकार के धार्मिक प्रतीक हटाने को कहा गया। जब मैंने ऐसा करने से मना कर दिया तो मुझे परीक्षा केंद्र के अंदर नहीं जाने दिया गया।

गुरप्रीत का कहना है कि एग्जाम से जुड़ी किसी भी गाइड लाइन में यह स्पष्ट नहीं किया गया था कि ककारों को एग्जाम के दौरान हटाना अनिवार्य है या उनके आकार को लेकर कोई सीमा भी निश्चित नहीं की गई है। इसके बावजूद मुझे परीक्षा में बैठने नहीं दिया गया है।

इस घटना को लेकर अब शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने आपत्ति जताते हुए इसे सिखों की धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया है।Full View

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